सर मैंने इग्नोऊ (IGNOU) से BCA (६थ सेम ) किया है और हमलोगों का ग्रेड कार्ड अपडेट हुआ है, जिसमे मेरा एक पेपर बैक हो गया है जिससे मैं काफी ज्यादा दुखी हो गया हूँ. बार-बार मन में ख्याल आता है की अब मेरा क्या होगा? मेरा करियर खराब हो गया है और कुछ गलत ख्याल भी आ रहे है की मैं आत्महत्या कर लू. मुछे कुछ सूझ नहीं रहा है. लगता है आँख रहते भी मैं अँधा हो गया हूँ. कोई भी कम करने में मन नहीं लग रहा है. खाना भी नहीं खाया जाता है. सर, मुछे लग रहा है सायद मैं पागल हो रहा हूँ. आज मैं सुबह पेपर देख रहा था तो आपका ऐड देखा, सोचा सर से पुछू की मेरा अब भी कुछ बाकि है करियर में अगर तो सर कुछ बताये, की अब मैं क्या करू वैसे मैं उस पेपर का एक्साम फिर से देने के बारे में सोचता हूँ लेकिन फिर पता नहीं मुछे क्या हो जाता है. फिर वही सबकुछ पहले जैसा ख्याल आने लगता है. दोस्तों से बात करना, फिल्म देखना मुछे बहुत पसंद था पर अब कुछ में मन नहीं लगता है.
सर, कृपया आप मेरी हेल्प करो और बताओ की मैं अब क्या करू! सर जी आप मुछे जल्दी रिप्लाय करना.
अमर कुमार
मनुष्य सभी कुछ जीवन के लिए करता है. पढ़ाई-लिखाई, डिग्री, दुकान, खेती, नौकरी सबका उद्देश्य जीवन को बरक़रार रखना और समुन्नत बनाना है. ऐसे में आत्महत्या जैसी किसी बात का कोई तुक नहीं है. डिग्री नहीं, जिंदगी जरूरी है. एक बात और सभी की जिंदगी में कभी न कभी ऐसा समय आता है, जब वह बहुत ही दुखी और ऊब महसूस करता है, लेकिन इसे चुनौती के रूप में लेना चाहिए. समाधान अवश्य ही निकल आता है. खुश रहिये, फिल्म देखिये, मनोरंजन कीजिए और इस छोटी सी समस्या को थोड़े समय के लिए भूल जाइए, आप देखेंगे कि आपको समाधान खुद-बखुद मिल जाएगा.
अब आपकी शैक्षिक समस्या की बात करते हैं. पेपर बैक होना कोई बड़ी बात नहीं है. थोडा श्रम कीजिये, कुछ महीने की ही तो बात है, फिर बैक पेपर की परीक्षा दीजिए और जितने अंक की अपेक्षा आप पाले थे उससे अधिक अंक ले आइये. इस प्रकार बैक पेपर आना आपके लिए अधिक अंक दिलाने वाला साबित हो सकता है. खुश होइए और कभी समस्या आए तो हमसे बात कीजिये.
संत प्रसाद गुप्त
संपादक, jagranjosh.com
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