आईएएस प्रारंभिक परीक्षा की घड़ी तेजी से पास आती जा रही है और उम्मीदवारों को यह बात अपने दिमाग में रखकर तैयारी शुरू कर देनी चाहिए कि कम समय में उन्हें बहुत सारे शीर्षकों की तैयारी कर लेनी है. आईएएस प्रीलिम्स इस वर्ष 24 अगस्त 2014 को आयोजित की जानी है.
आईएएस प्रीलिम्स 2014 का पेपर I सामान्य अध्ययन का पाठ्यक्रम पिछले साल जैसा ही है. परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए पाठ्यक्रम को सही तरीके से समझना बहुत जरूरी है. उम्मीदवारों को अपने समय को बांटकर और प्रत्येक खंड के लिए विस्तृत और व्यावहारिक योजना बनाकर तैयारी शुरू करनी चाहिए. व्यावहारिक योजना बनाना बहुत जरूरी है क्योंकि आपको विश्राम के लिए भी वक्त चाहिए होता है. कोई भी बिना उचित विश्राम लिए इस तरह की परीक्षा की तैयार नहीं कर सकता. स्पष्ट योजना बनाइए और दिन के वक्त को दो हिस्सों में बांटकर उसी के मुताबिक तैयारी करिए. नौकरी कर रहे उम्मीदवारों को नौकरी के समय के हिसाब से अपनी योजना बनानी होगी. सामान्य ज्ञान पेपर I की तैयारी में आपको सभी घटनाओं, उसके कारणों, भविष्य में होने वाली घटनाओं और समाज पर होने वाले उसके प्रभाव के बारे में पढ़ने की जरूरत होगी.
उम्मीदवारों को भारतीय संविधान, भारतीय अर्थव्यवस्था के घटक, भूगोल की हर अवधारणा, पर्यावरण पारिस्थितिकी और दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाले सामान्य विज्ञान के सिद्धांतों का गहरा अध्ययन करना चाहिए. प्रारंभिक परीक्षा के लिए बहुत गहन अध्ययन की जरूरत होती है क्योंकि सतही ज्ञान से यहां सफलता नहीं मिलेगी. इस परीक्षा में सफलता के लिए आपको मुख्य परीक्षा में सफल होने जितनी ही मेहनत करनी होगी. उम्मीदवारों को हर अवधारणा की स्पष्ट समझ होनी चाहिए और विकल्पों में भ्रमित नहीं होना चाहिए. इस फिल्टर परीक्षा में पास होने के लिए अवधारणात्मक स्पष्टता होनी ही चाहिए.
अखबारों को उत्तर दक्षिण पूर्व पश्चिम अतीत और वर्तमान की घटनाओं का रिपोर्ट कहा जाता है. आईएएस की प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी के लिए अखबार पढ़ना अनिवार्य है. उम्मीदवार अखबार पढ़ने और उसका विश्लेषण करने के साथ शुरूआत कर सकते हैं. रोजाना दो अखबार पढ़ने से आप देश– दुनिया में घटने वाली पूरी घटनाओं के बारे में आसानी से जान सकते हैं. अगर किसी दिन आप किन्हीं कारणों से अखबार नहीं पढ़ पाए तो परेशान मत होइए, ऑनलाइन अखबारों के जरिए आप उस कमी को पूरा कर सकते हैं.
घटनाओं की गहरी समझ के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार अपनी तैयारी विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ शुरू करें. प्रारंभिक परीक्षा में पूछे जाने वाले सवाल विश्लेषणात्मक होते हैं और सिर्फ वही सवाल पूछे जाते हैं जिनका जवाब विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण से दिया जा सके. उम्मीदवारों को पढ़ने, सीखने, सोचने और सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम के विषयों और विश्व में घटने वाली घटनाओं को आपस में जोड़ने की आवश्कता है. सामान्य अध्ययन के प्रश्न का पूरा पारंपरिक हिस्सा वर्तमान घटनाओं से प्रभावित होता है.
इसलिए जल्दी शुरूआत कीजिए और प्रतिस्पर्धा में बने रहिए. शुभकामनाएं.