रिटेल शब्द फ्रेंच शब्द रिटेलर से बना है, जिसका अर्थ है एक टुकडा अलग करना या फिर ढेर को बांटना। देश में 80 के दशक में रिटेल कारोबार में उछाल आया और थोडे ही समय में इंडियन रिटेल इंडस्ट्री दुनिया के रिटेल मार्केट में पांचवीं सबसे उभरती और आकर्षक इंडस्ट्री बनकर उभरी। इंडियन ब्रांड इक्विटी फंड (आईबीईएफ) की रिपोर्ट के अनुसार देश के रिटेल सेक्टर का मौजूदा कारोबार 353 अरब अमेरिकी डॉलर से बढकर 2014 तक 543.2 अरब अमेरिकी डॉलर पहुंचने की उम्मीद है। इंडियन रिटेल इंडस्ट्री जीडीपी में तकरीबन 10 और रोजगार में 8 फीसदी का योगदान देती है। आने वाले सालों में रिटेल सेल औसतन 4 फीसदी की दर से बढने की संभावना है। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि भविष्य में यह रोजगार का हॉट कॅरियर ऑप्शन बन सकता है।
समझें कस्टमर की चाहत
रिटेल फील्ड में सफलता के लिए यह समझ होनी चाहिए कि कस्टमर क्या चाहता है? कैसा चाहता है? उसका बजट क्या हो सकता है, इत्यादि। यदि ये स्किल्स आपमें डेवलप हो गई तो जरूर भविष्य की इबारत लिख सकेंगे।
कोर्स एंड क्वालिफिकेशन
यदि आप 10+2 उत्तीर्ण हैं, तो रिटेल मैनेजमेंट में स्नातक कर सकते हैं। स्नातक करने के बाद एमबीए-रिटेल मैनेजमेंट या फिर पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं। आईआईएम से लेकर विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों में प्रवेश का मानक अलग-अलग है। इस फील्ड में अच्छी कम्यूनिकेशन स्किल के साथ विनम्र स्वभाव होना चाहिए। रिटेल मैनेजमेंट में स्टूडेंट को मार्केटिंग, इंफार्मेशन, फाइनेंस मैनेजमेंट, अकाउंटिंग आदि विषयों के बारे में पढाया जाता है।
कहां हैं संभावनाएं?
देश में बहुत से शॉपिंग मॉल हैं और कई कम्पनियों के अनगिनत रिटेल आउटलेट्स एवं शोरूम, हर छोटे-बडे शहर में उपलब्ध हैं। यहां मार्केटिंग से लेकर ब्रांडिंग तक के अवसर मौजूद हैं। आप मल्टीब्रांड स्टोर, बैंक, शॉपिंग मॉल्स, कम्पनियों के बडे-बडे शोरूम में नौकरी पा सकते हैं। किसी भी बडे रिटेल स्टोर में 250 से लेकर 500 लोगों की आवश्यकता होती है और हर मॉल में दो से तीन बडे रिटेल स्टोर होते ही हैं।
प्रत्येक रिटेल कम्पनी में टीम मेंबर से लेकर सीनियर मैनेजर के जॉब्स होते हैं। अगर आपकी अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड है, तो मल्टीनेशनल कम्पनियों के विदेश में स्थित शोरूम में नौकरी पा सकते हैं।
हॉट सेक्टर
रिटेल में स्टोर ऑपरेशन, सप्लाई चेन, फाइनेंस, इंवेंटरी बिलिंग, लॉजिस्टिक आदि प्रमुख डिपार्टमेंट हैं। इसमें सेल्स मैनेजर, एरिया मैनेजर, रीजनल मैनेजर के अलावा कुछ प्रमुख पद हैं-
रिटेल सेल्स रिप्रेजेंटेटिव : रिटेल व्यवसाय का यह इंट्री लेवल पद है। इस पद पर कार्य करने वाले व्यक्ति को उत्पादों, ग्राहकों और दुकानों का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
स्टोर मैनेजर : स्टोर मैनेजर, स्टोर के कर्मचारियों का प्रबंधक होता है। यह क्षेत्रीय प्रबंधक एवं कम्पनी के मालिक को रिपोर्ट करता है।
रिटेल मैनेजर : रिटेल मैनेजर का दायित्व किसी आउटलेट के कार्यो की योजना बनाना एवं समन्वय बनाना होता है। इसमें रिटेल ऑर्डर तथा स्टॉक की निगरानी तथा सप्लाई का विश्लेषण कार्य शमिल होता है। प्रबंधन में मास्टर डिग्री धारक रिटेल प्रबंधक के रूप में कॅरियर शुरू करते हैं।
रिटेल क्रेता एवं मर्केडाइज : ये रिटेल शॉप के लिए सामग्री चुनते और खरीदते हैं। जिस व्यक्तिको ग्राहकों की समझ और बाजार के रुख की जानकारी है, वे रिटेल क्रेता के रूप में पहचान आसानी से बना सकते हैं।
विजुअल मर्चेंडाइजर : ये किसी भी ब्रांड को डिजाइन करते हैं, इसलिए वे किसी भी उद्योग की रीढ होते हैं। इस तरह के व्यक्ति तकनीकी नियोजक तथा स्टोर नियोजक भी बन सकते हैं।