राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल (RMS) भारत के टॉप 20 बोर्डिंग स्कूलों में आते हैं, जिनको रक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है. इन स्कूलों में 2019 – 2020 सत्र में दाखिले के लिए 30 दिसंबर को RMS CET की ऑफलाइन परीक्षा कंडक्ट की जायेगी. इस परीक्षा का रिजल्ट जनवरी के पहले सप्ताह में घोषित किया जाएगा. प्रवेश परीक्षा में हासिल किये गये मार्क्स के आधार पर राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल द्वारा एक मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी और बच्चों को इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा. इस पूरी प्रक्रिया के समाप्त होने के बाद राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल सोसाइटी द्वारा फाइनल मेरिट लिस्ट की घोषणा की जायेगी. भारत में कुल 5 राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल हैं. यहाँ केवल लड़कों को ही दाखिला दिया जाता है. राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूलों में छात्र केवल कक्षा 6 और 9 में दाखिला ले सकते हैं.
आइये सबसे पहले जानते हैं कि कौन-कौन से प्रसिद्ध व्यक्ति इन स्कूलों में पढ़ चुके हैं:

श्री अजीत कुमार डोभाल: सर्जिकल स्ट्राइक के मास्टर माइंड कहे जाने वाले श्री अजीत डोभाल जी ने राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, अजमेर से अपनी पढ़ाई की थी. वर्तमान में ये ही भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor) हैं.
श्री अखिलेश यादव: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी ने राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, धौलपुर से अपनी पढ़ाई पूरी की थी.
श्री अरुण सरिन: वोडाफ़ोन के भूतपूर्व CEO श्री अरुण सरिन ने अपनी पढ़ाई राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, बंगलौर से की थी.
इसके आलावा बॉलीवुड के अभिनेता डिनो मोरिया और नविन निश्चोल ने अपनी पढ़ाई राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, बंगलौर से की है.
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इस लेख में हम विद्यार्थियों को राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में दाखिले से सम्बंधित जानकारी जैसे कि schedule, योग्यता, प्रवेश परीक्षा और फ़ीस स्ट्रक्चर के बारे में बताएँगे.
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूलों में दाखिले का Tentative Schedule:
Events |
Schedule |
आवेदन पत्र भरने की तारीख |
6 अक्टूबर |
आवेदन पत्र भरने की अंतिम तारीख |
15 नवंबर |
प्रवेश पत्र |
दिसंबर |
RMS CET (कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) |
30 दिसंबर |
RMS CET रिजल्ट |
जनवरी के पहले सप्ताह |
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूलों में दाखिले के लिए Eligibility criteria:
कक्षा 6:
- कक्षा 5वीं CBSE द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूल से उत्तीर्ण की हो.
- विद्यार्थी की आयु 10-11 वर्ष तक होनी चाहिए.
- बच्चों को मेडिकली (Medically) पूरी तरह से स्वस्थ होना चाहिए, जिसके लिए मिलिट्री अस्पताल में उनका चेक-अप भी किया जाएगा.
कक्षा 9:
- कक्षा 8वीं CBSE द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूल से उत्तीर्ण की हो.
- विद्यार्थी की आयु 13-14 वर्ष तक होनी चाहिए.
- बच्चों को मेडिकली (Medically) पूरी तरह से स्वस्थ होना चाहिए, जिसके लिए मिलिट्री अस्पताल में उनका चेक-अप भी किया जाएगा.
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूलों में दाखिले के लिए आरक्षण नीति:
- आर्मी, नौसेना और वायु सेना में कार्यरत या रिटायर JCO/OR के बच्चों के लिए 70% सीटें आरक्षित होती हैं.
- 30% सीटें आर्मी, नौसेना और वायु सेना में कार्यरत या रिटायर officers और साधारण नागरिकों के बच्चों के लिए आरक्षित होती हैं.
- 50 सीटें युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो चुके रक्षा कर्मियों के बच्चों के लिए आरक्षित होती हैं.
नोट:
उपर दिए सभी वर्गों में 15% सीटें अनुसूचित जाति (SC) और 7.5% सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) के बच्चों के लिए आरक्षित की गयी हैं.
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूलों में फ़ीस स्ट्रक्चर कुछ इस प्रकार है.
वर्ग |
फ़ीस (प्रतिवर्ष) |
OR के बच्चे |
4800 |
JCOs के बच्चे |
7200 |
ऑफिसर्स (Officers) के बच्चे |
15000 |
साधारण नागरिकों के बच्चे |
24000 |
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल प्रवेश परीक्षा (RMS CET) में पूछे जाने वाले विषय:
कक्षा 6:
- गणित
- सामान्य ज्ञान
- अंग्रेजी
- बुद्धि (Intelligence)
कक्षा 9:
- गणित
- विज्ञान
- सामाजिक विज्ञान
- अंग्रेजी
- हिंदी
आइये जानते हैं भारत में राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल कहाँ-कहाँ स्थित हैं:
स्कूल का नाम |
राज्य का नाम |
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, चैल |
हिमाचल प्रदेश |
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, अजमेर |
राजस्थान |
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, बेलगाम |
कर्नाटक |
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, बंगलौर |
कर्नाटक |
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, धौलपुर |
राजस्थान |
आर्मी पब्लिक स्कूल में दाखिले के लिए क्या है योग्यता और कितनी होती है फ़ीस