डिफेंस स्टडी के जरिये आर्मी में करियर के सुनहरे अवसर

डिफेंस स्टडी को मिलेट्री साइंस, वार एंड नेशनल सिक्योरिटी स्टडी के नाम से भी जाना जाता है. सुरक्षा मामलों के तहत इस क्षेत्र को चुनने वालों के लिए विभिन्न अवसर उपलब्ध हैं.

डिफेंस स्टडी
डिफेंस स्टडी

बढ़ते आतंकवादी संगठनों तथा असुरक्षा ताकतों की वजह से आज हर देश रक्षा और सुरक्षा की समस्या से ग्रस्त है.  जैसे-जैसे आतंकवादी हमले बढ़ते जा रहे हैं वैसे वैसे आर्मी में प्रशिक्षित व्यक्तियों की आवश्यकता दिनोदिन बढ़ती जा रही है. अब पहले वाली युद्ध प्रणाली नहीं रही. बढ़ते टेक्नोलॉजी की वजह से अब युद्ध का स्वरुप बिलकुल बदल चुका है. इसकी प्रकृति में भारी बदलाव आ गया है. युद्ध क्षेत्र में काम किये बैगैर युद्ध का प्रोक्सी अनुभव प्राप्त करने का डिफेन्स स्टडी एक बहुत ही रोचक विकल्प है.

यदि आपको सेना की मार्च को देखकर रोमांच होता है तथा आप भी सेना में शामिल होकर देश की रक्षा करने का सपना देखते हैं एवं आपकी रुचि देश की सुरक्षा व्यवस्था, मिलेट्री ज्योग्राफी और डिफेंस की इकॉनोमी जानने में है तो आप डिफेंस स्टडीज का अध्ययन कर आर्मी में अपना करियर बना सकते हैं.डिफेंस स्टडी को मिलेट्री साइंस, वार एंड नेशनल सिक्योरिटी स्टडी के नाम से भी जाना जाता है.

Shiv Khera

डिफेन्स स्टडी के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता

डिफेन्स स्टडी में एड्मिशान के लिए स्टूडेंट्स को 10+2 (साइंस स्ट्रीम) पास होना चाहिए.

संभावित करियर

डिफेन्स स्टडी के माध्यम से हमें अपने देश का दूसरे देश के साथ संबंध, वर्ल्ड अफेयर आदि की जानकारी मिलती है. इस क्षेत्र में करियर की बहुत सारी संभावनाएं हैं.इसकी पढ़ाई करके उम्मीदवार सोशियो-इकोनॉमिक विशेषज्ञ, इंटरनेशनल फील्ड में रिसर्चर आदि बन सकते हैं. वहीं दूसरी ओर इंडियन नेवी, एयर फोर्स, डिफेंस जर्नलिज्म के क्षेत्र में भी अपना करियर बना सकते हैं.

भारत सहित दुनिया भर के देशों के लिए रक्षा और सुरक्षा का विषय एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है. इसलिए सुरक्षा मामलों के तहत इस क्षेत्र को चुनने वालों के लिए विभिन्न अवसर उपलब्ध हैं. उम्मीदवार सरकारी या निजी सुरक्षा फर्मों के लिए काम कर सकते हैं.

भारत में डीआरडीओ और आईडीएसए में डिफेन्स के फील्ड में रिसर्च किया जाता है. इस लिए इन संस्थाओं में भी काम करने का विकल्प उम्मीदवार चुन सकते हैं. इसके अतिरिक्त उम्मीदवार युद्ध या आतंकवाद प्रभावित वाले क्षेत्रों में काम करने का विकल्प भी चुन सकते हैं. इतना ही नहीं राज्य स्तर या राष्ट्र स्तर पर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के लिए स्ट्रेटेजी बनाने के लिए इनकी विशेषज्ञता की जरुरत पड़ती है.इसलिए इस फील्ड में भी इनकी बहुत अधिक मांग है. अब तो मल्टीनेशनल कम्पनियां भी डिफेन्स स्टडी वाले उम्मीदवारों का चयन करने लगी हैं. इस सभी क्षेत्रों में सैलरी ऑर्गनाइजेशन तथा उम्मीदवार की योग्यता और अनुभव के आधार पर अलग अलग हो सकती है.

अगर हम जॉब प्रोफाइल की बात करें तो डिफेन्स स्टडी के बाद इंडियन आर्मी ऑफिसर, ग्राउंड ड्यूटी ऑफिसर,
इंडियन डिफेंस ऑफिसर,रिसर्च ऑफिसर,मिलेट्री ऑफिसर तथा लेक्चरर आदि के पदों पर काम किया जा सकता है.

डिफेन्स की स्टडी कराने वाले मुख्य इंस्टीट्यूट्स या यूनिवर्सिटीज

  • यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास
  • इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
  • यूनिवर्सिटी ऑफ पुणे
  • उस्मानिया यूनिवर्सिटी
  • पंजाब यूनिवर्सिटी
  • इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस

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