आम तौर पर समाज में यह धारणा है कि किसी भी लिट्रेचर विषय से मास्टर डिग्री हासिल करने वाले अभ्यर्थियों के लिए टीचर, लेक्चरर तथा प्रोफेसर के अतिरिक्त करियर के ऑप्शन बहुत सीमित है. लेकिन अब वैसी बात नहीं है. अब लिट्रेचर सब्जेक्ट्स में भी करियर के बहुत सारे ऑप्शंस मौजूद हैं. उसमें भी अगर इंग्लिश लिट्रेचर की बात करें तो इस विषय से एमए करने वाले स्टूडेंट्स के पास बहुत सारे करियर के ऑप्शंस मौजूद हैं.
यूनाइटेड नेशन ऑर्गेनाइजेशन के चार्टर में भी इंग्लिश भाषा को चाइनीज भाषा के बाद दूसरी ऑफिशल इंटरनेशनल लैंग्वेज के तौर पर शामिल किया गया है.अंग्रेजी विश्व की सबसे ज्यादा बोली और समझी जाने वाली भाषाओँ में से एक है. मेंडरिन चाइनीज़ भाषा (1.1 बिलियन स्पीकर्स) के बाद विश्व में अंग्रेजी दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा (983 मिलियन स्पीकर्स) है. इसके साथ ही वैश्विक स्तर पर अंग्रेजी ने बहुत लोकप्रियता हासिल की है और दुनिया की सबसे अधिक अध्ययन की जाने वाली भाषा बन गई. आप विश्व के किसी भी कोने में चले जाइए आपको अंग्रेजी बोलने वाले लोग हर जगह मिल जायेंगे.व्यापक स्तर पर इस भाषा के प्रचार प्रसार ने उन लोगों के लिए अनुकूल परिस्थितियों का निर्माण किया है जो अंग्रेजी भाषा में एमए हैं या फिर कोई अन्य डिग्री हासिल किये हुए हैं.

हमारे देश में तो वर्ष 1947 में आजादी मिलने के बाद से आज तक इंग्लिश भाषा का महत्व लगातार बढ़ा ही है और निकट भविष्य में भी भारत के साथ-साथ इंटरनेशनल लेवल पर इंग्लिश का यह महत्व कायम रहने की संभावना बरकरार रहेगी. लेटेस्ट डाटा के अनुसार इंग्लिश भारत सहित लगभग 70 देशों की राजकाज (ऑफिशल) की भाषा है. अगर हम आर्थिक नजरिये के साथ इंग्लिश लैंग्वेज के महत्व को जोड़ें तो विश्व के कुल जीएनपी (ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट/ सकल घरेलू उत्पाद) का लगभग 40% हिस्से के लिए इंग्लिश स्पीकिंग देश जिम्मेदार हैं.
अगर लोगों के डेली रूटीन लाइफ पर एक नजर डालें तो स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी की शिक्षा में इंग्लिश का महत्व स्वयंसिद्ध है. चाहे वह हायर एजुकेशन के लिए कोई एंट्रेंस एग्जाम हो (जैसेकि कैट, मैट, जैट) या फिर किसी इंटर्नशिप या जॉब के लिए कोई कॉम्पीटीटिव एग्जाम और इंटरव्यू, हर जगह इंग्लिश भाषा का टेस्ट देना पड़ता है. आजकल इंटरव्यू में सफलता का आधार भी परफेक्ट इंग्लिश को ही ज्यादातर मामलों में माना जाता है. सरल शब्दों में कहें तो अगर आप इंग्लिश बोलने और लिखने में सक्षम हैं तो फिर आपकी पढ़ाई, उच्च शिक्षा, ट्रेनिंग, इंटर्नशिप, जॉब और अपने किसी पेशे में सफलता के कई रास्ते खुल जाते हैं.
यदि आप अंग्रेजी के अच्छे जानकार हैं तथा इसके लिट्रेचर एवं ग्रामर पर आपकी सही पकड़ है तो निःसंदेह दुनिया में हर जगह आपके लिए नौकरी के सुनहरे और बहुत सारे अवसर उपलब्ध हैं. नीचे अंग्रेजी में एमए उम्मीदवारों की सहूलियत के लिए नौकरी के कुछ बेहतरीन ऑप्शंस की सूची प्रस्तुत की गयी है -
लेक्चरर
यदि आप चीजों को समझने में दूसरों की मदद करना पसंद करते हैं और दूसरों को पढ़ाने अथवा ज्ञान प्रदान करने की रूचि और क्षमता रखते हैं, तो स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालय में पढ़ाना आपके लिए सबसे उपयुक्त करियर विकल्प साबित हो सकता है. क्लास रूम में लेक्चर देना तथा छात्रों को उनके पाठ्यक्रम के विभिन्न विषयों को समझने में मदद करना एक प्रोफेसर या व्याख्याता की प्राथमिक जिम्मेदारियां होती हैं.किसी प्राइवेट, सरकारी या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पढ़ाने के अलावा लेक्चरर छात्रों को प्राइवेट ट्यूशन देकर भी अच्छा खाशा पैसा कमा सकते हैं.
एंकरिंग
यदि आप अंग्रेजी बहुत अच्छी जानते हैं और बौद्धिक क्षमताओं के साथ साथ उत्कृष्ट कम्युनिकेशन स्किल्स भी है आपके पास तो आप एक एंकर बन सकते हैं. इस फील्ड में उपलब्ध करियर विकल्प आपको एक शानदार पे-पैकेज के साथ साथ अन्य लाभ भी प्रदान करता है. लेकिन इसके अतिरिक्त कई अन्य स्किल्स भी हैं जो एक एंकर बनने के लिए बहुत जरूरी है. एक सफल एंकर को हर परिस्थिति में अर्थात दुर्गम से दुर्गम परिस्थितयों में भी अपनी वार्ता जारी रखने की क्षमता के साथ साथ बहुत अधिक धैर्यशील और संयत रहने की कला में निपुण होना चाहिए.
संपादक
संपादक सामान्यतः समाचार पत्रों, पुस्तकों और ऑनलाइन प्रकाशन में काम करते हैं. उनका मुख्य कार्य त्रुटि रहित और पाठकों को आकर्षित करने वाले कंटेंट तैयार करना होता है. संपादक कंटेंट की देखभाल के साथ ही साथ एक मैनेजर की तरह काम करते हैं. वैसे तो इनका काम करने का एक निर्धारित समय प्रारूप होता है लेकिन कभी कभी उन्हें कुछ विशेष परियोजनाओं को पूरा करने के लिए अतिरिक्त घंटों के लिए भी काम करना पड़ता है. एक संपादक का औसत वेतन लगभग 35000 रूपये प्रति माह होता है.
पब्लिक रिलेशन
पब्लिक रिलेशन एग्जीक्यूटिव आम तौर पर प्राइवेट और सरकारी दोनों क्षेत्रों में काम करते हैं.पीआर अधिकारियों की भूमिका ऑर्गनाइजेशन तथा फील्ड जिसमें वे काम करते हैं निर्भर करता है. पब्लिक रिलेशन एग्जीक्यूटिव का मुख्य काम पी आर से जुड़े स्ट्रेटेजी की योजना उसका विकास और कार्यान्वयन की पूरी जिम्मेदारी निभाना होता है.वे सहयोगियों और स्पोक्स पर्सन से बातचीत करते हैं और मीडिया तथा व्यक्तियों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब भी देते हैं. इसके अतिरिक्त वे ऑर्गनाइजेशन के लिए प्रेस विज्ञप्ति भी तैयार करते हैं.
इसके अतिरिक्त अगर आप इंग्लिश में माहिर हैं और अपने देश या विदेश की एक, दो या अधिक भाषाओँ में भी आपका पूरा अधिकार है तो एक देश और विदेश में ट्रांसलेटर या इंटरप्रेटर का पेशा आपको समाज में सम्मान दिलवाने के साथ ही सैलरी का बेहतरीन पैकेज दिलवाता है. इतना ही नहीं अगर आप किसी बैंक या फाइनेंस इंस्टिट्यूट में काम करते हैं और अपनी इंग्लिश से संबद्ध स्किल्स को आप निखार लेते हैं तो आपको तरक्की के कई नए अवसर मिलेंगे.हमारे देश में भी सिविल, क्रिमिनल और कॉमन लॉ की शब्दावली/ टर्मिनोलॉजी इंग्लिश में ज्यादा इस्तेमाल की जाती है. हम नहीं सोच पाते कि अगर कोई व्यक्ति पेशे से वकील है तो उसे इंग्लिश बोलनी या लिखनी नहीं आती होगी.चाहे वह कोई कॉमन सेल्समैन हो या किसी बड़े कॉर्पोरेट हाउस का सेल्स हेड, अच्छी इंग्लिश आपकी जॉब की पहली जरुरत है बन जाती है. इंग्लिश भाषा में माहिर होने पर आप अपने क्लाइंट्स से अच्छी तरह संपर्क कायम कर पाते हैं.
इस प्रकार हम देखते हैं की अंग्रेजी भाषा से मास्टर उम्मीदवारों के लिए भी करियर के सुनहरे अवसर उपलब्ध हैं और वे उपर वर्णित किसी भी जॉब विशेष में प्रयास कर उसे पाने में सफलता हासिल कर अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं.