करियर और विवाह दो अलग-अलग चीजें हैं, और आज कल की भागती- दौड़ती जिन्दगी में लोग करियर को भी विवाह के बराबर महत्व दे रहें हैं. लेकिन ऐसे भी कुछ लोग हैं जिनके लिए उनका काम ही उनका जीवन है. इस परिदृश्य में कुछ लोगों के लिए अपने साथी की करियर की जरूरतों को समझना मुश्किल हो जाता है. परिणामस्वरुप मतों में विभिन्नता के कारण अक्सर झगड़े होते रहते हैं और मतभेद बना रहता है. इससे करियर और निजी जीवन दोनों पर बुरा असर पड़ता है. इसलिए ऐसे विवाद में शामिल होने से दूर रहना बेहतर है. अत : आज कल के युवाओं को विवाह का निर्णय लेने से पहले अपने संभावित साथी के साथ निम्नांकित महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा अवश्य करनी चाहिए ताकि भविष्य की समस्याओं से बचा जा सके.
यहाँ हमने 5 महत्वपूर्ण मुद्दे दिए हैं, जिनपर चर्चा करने से आपके वैवाहिक जीवन में लड़ाई झगडे काफी कम हो जायेंगे.
1. अपनी रुचियों के बारे में बात करें

क्या आप दोनों फ़िल्में देखना पसंद करते हैं ? क्या आप दोनों को ही किताबें पढ़ना पसंद है? या आप एक जैसा संगीत सुनते हैं ? एक दूसरे की पसंद के बारे में अधिक जानने की कोशिश करें. याद रखें कि ऑफिस टाइम के बाद का समय न सिर्फ 'आपका व्यक्तिगत समय' है बल्कि आपको अपने साथी को अपना क्वालिटी टाइम देने की आपके पास एक अतिरिक्त जिम्मेदारी भी है. आम शौक साझा करने से मजबूत संबंध बनाने में मदद मिलेगी.
2. स्थान बदलने के बारे में बात करें
नए शहर में जाना आसान नहीं है, खासकर जब आप दोनों काम कर रहे हैं. इस मामले के ऊपर बातचीत करें कि क्या आपका पार्टनर शादी के बाद नई जगह पर स्थानांतरित होने के लिए सहज है ? एक स्वतंत्र करियर की पसंद की बात पर महिलाओं को शादी के बाद अपनी नौकरी के साथ समझौता करना पड़ता है. अपने साथी से पूछें कि क्या वह अपनी नौकरी छोड़ने और शादी के बाद अन्य स्थानों पर बसने का इच्छुक है या नहीं.
3. एक दूसरे के करियर के विकास की संभावनाओं को समझें
आपकी नौकरी की प्रकृति पूरी तरह से अलग हो सकती है. आप दोनों के काम की प्रकृति उद्योग के हिसाब से भिन्न होगी. कुछ जॉब प्रोफाइल ज्यादा तनाव देते हैं. इसीलिए अपने पति या पत्नी की नौकरी के मांगों को समझना और भविष्य के अनुसार योजना बनाना महत्वपूर्ण है.
4. भविष्य की वित्तीय जिम्मेदारियों पर विचार साझा करें.
घर से बाहर रहना और दिन में 12 से अधिक घंटे निवेश करना कोई आसान काम नहीं है. शादी के मामले में पैसा काम करने के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा हैं. आप यह निर्णय लें कि किराने का सामान, गैस कनेक्शन, पानी के बिल और बिजली के बिलों के लिए कौन भुगतान करेगा तथा आपको नौकरानी चाहिए या नहीं. विवाह के बाद आपको वित्तीय जिम्मेदारियों को साझा करने और उसके अनुसार घर चलाने के बारे में पता होना चाहिए. इसके साथ साथ बचत की योजना भी बनाएं.
5. घर के कामकाज के बारे में भी चर्चा करें
घर के कामकाज का प्रबंधन एक पूर्णकालिक नौकरी है. आपके साथी को काम पर एक व्यस्त दिन के बाद रसोईघर और अन्य घरेलू काम करने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. आप दोनों को घर चलाने के लिए समान जिम्मेदारियों को अपनाना चाहिए. योजना बद्ध तरीके से काम करें ताकि आपको वीकेंड को सिर्फ कपड़े धोने और किराने का सामान ढोने में बर्बाद न करना पड़े . मजे के लिए अपने वीकेंड की योजना बनाएं.
आम तौर पर शादी से पहले अपने मंगेतर के साथ ऊपर सूचीबद्ध लिखित विषयों पर बात करने से आपको मानसिक रूप से आराम मिलेगा. इससे आप हर दिन स्पष्टीकरण देने की समस्याओं से परेशान नहीं होंगे.
इस लेख को अपने प्रियजनों के साथ साझा करें, जो घर बसाने की योजना बना रहे हैं और अभी तक अप्रत्याशित भविष्य के कारण घबराहट का सामना कर रहे हैं.