क्या आप अभी अपने कॉलेज के फाइनल इयर में हैं या फिर, आपने हाल ही में अपनी बीकॉम पूरी की है और आप परेशान हैं कि आगे क्या करें? कुछ स्टूडेंट्स तो यह जानते हैं कि उन्हें कौन-सा करियर चुनना है या कौन-सी जॉब करनी है और किस तरह अपने प्रोफेशनल करियर में तरक्की करनी है लेकिन अधिकांश स्टूडेंट्स इस दौरान समझ नहीं पाते हैं कि अब वे कौन-सा करियर ऑप्शन चुनें या उनके लिए कौन-सी जॉब सबसे बेहतर रहेगी?.
बीकॉम कोर्सेज में ग्रेजुएशन के बाद जब अपने लिए सही करियर चुनने की बात आती है तो निःसंदेह किसी भी छात्र के लिए कंफ्यूज हो जाना बहुत आम बात है. आजकल, स्टूडेंट्स ढेरों करियर ऑप्शन्स में से अपने लिए सूटेबल करियर का चुनाव कर सकते हैं लेकिन पर्याप्त ज्ञान और अनुभव के आभाव में उन्हें अपने लिए उपयुक्त करियर चुनने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. यही वह समय होता है जब वे अपने पैशन और स्किल सेट्स में तालमेल कायम करने के लिए संघर्ष करते हैं.

फिर भी छात्रों के दिमाग में महत्वपूर्ण प्रश्न यही रहता है कि ग्रेजुएशन के बाद मुझे क्या करना चाहिए?”. लेकिन अब, आपके इन सभी प्रश्नों के जवाब का सही उत्तर देने के लिए हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपके लिए बीकॉम कोर्सेज करने के बाद उपलब्ध बेहतरीन करियर ऑप्शन्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
कॉमर्स को हमेशा से एक रोमांचक तथा आकर्षक जॉब दिलाने वाला प्रोफेशनल कोर्स के रूप में जाना जाता है. वैसे कुछ लोगों का यह मानना है कि सिर्फ बी.कॉम के बाद ही मार्केट में उपलब्ध रोजगार के अवसरों के कारण कॉमर्स के फील्ड में हायर स्टडीज से जुड़े छात्रों की संख्या अन्य विषय के छात्रों की तुलना में अपेक्षाकृत कम है. यह बात सही है कि आज कल जर्नलिज्म तथा मैनेजमेंट की डिमांड छात्रों के बीच ज्यादा है लेकिन इन सामान्य विकल्पों के अलावा कॉमर्स के छात्रों के पास अपने शैक्षणिक ज्ञान और रोजगार के विकल्पों को बढ़ाने के लिए अपने स्वयं के क्षेत्र में आगे की पढ़ाई का विकल्प चुनने का भी भरपूर मौका उपलब्ध है.
बीकॉम/ कॉमर्स ग्रेजुएट्स के लिए जॉब प्रॉस्पेक्ट्स
बीकॉम कोर्स में डिग्री प्राप्त करने के बाद, आप छात्र एकाउंट्स की पोस्ट के लिए किसी भी कंपनी में अप्लाई कर सकते हैं. हरेक कंपनी को अपने बिज़नस की बैलेंस शीट तैयार करने के लिए एक अकाउंटेंट की जरूरत होती है. अगर छात्रों के पास कॉस्ट एकाउंटिंग, बेसिक प्रिंसिपल्स ऑफ़ एकाउंटिंग और मैनेजमेंट एकाउंटिंग की अच्छी समझ है तो उन्हें फाइनेंशल सेक्टर में आसानी से कोई बढ़िया नौकरी मिल सकती है.
छात्र किसी बिजनेस कंसल्टेंसी, इंडस्ट्रियल हाउस या पब्लिक एकाउंटिंग फर्म में ऑडिटर, जूनियर फाइनेंशल एनालिस्ट, टैक्स अकाउंटेंट, बिजनेस एनालिस्ट के तौर पर भी जॉब प्राप्त कर सकते हैं.
बीकॉम कोर्स में डिग्री प्राप्त करने के बाद छात्र निम्नांकित जॉब कर सकते हैं-
महत्वपूर्ण जॉब्स:
- विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में सरकारी अधिकारी
- विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में स्टाफ कर्मचारी
- बैंक अधिकारी/ बैंक में विभिन्न जॉब्स
- विभिन्न वित्तीय संस्थानों में जॉब्स
- प्राइवेट सेक्टर या कंपनियों में मैनेजर/ स्टाफ
- एमएनसीज में विभिन्न जॉब्स
- प्रोफेसर
- लेक्चर
- टीचर
- आईएएस सर्विसेज
महत्वपूर्ण जानकारी:
आजकल सभी उच्च पदों के लिए कैंडिडेट्स को अपने पेशे या जॉब से संबद्ध विभिन्न कॉम्पिटीटिव एग्जाम्स/ स्किल टेस्ट्स/ पर्सनल इंटरव्यू/ ग्रुप डिस्कशन/ मेडिकल टेस्ट आदि पास करने होते हैं.
करियर ऑप्शन चुनने का क्या है स्मार्ट तरीका?
अगर अब भी आपको थोड़ा-बहुत कन्फ्यूजन है तो घबराएं नहीं. शांत मन से उत्साह-पूर्वक नीचे दिए गए तथ्यों को समझिये और उन पर अमल कीजिये. आपको अवश्य ही अपनी समस्या का समाधान मिलेगा.
हम आपके लिए कुछ फायदेमंद तरीके नीचे दिए गए हैं ताकि आप अपने लिए उपयुक्त करियर चुन सकें:
- सबसे पहले अपने कोर एरिया ऑफ़ इंटरेस्ट का पता करें
- अपनी स्टडी फील्ड में करें इंटर्नशिप/ इंटर्नशिप्स
- अपनी फील्ड के करियर एक्सपर्ट्स/ पीअर्स/ पेरेंट्स से लें सलाह
- इंटरनेट पर करें रिसर्च वर्क
- विभिन्न जॉब पोर्टल्स पर करने अपना नाम रजिस्टर्ड
इसके अतिरिक्त नीचे बीकॉम करने वाले छात्रों के लिए आगे अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए कुछ प्रमुख शैक्षणिक डोमेन के विषय में बताने का प्रयास किया गया है.
एकाउंटेंसी और फायनांस
कॉमर्स के अंतर्गत कोर सब्जेक्ट के रूप में एकाउंटेंसी और फायनांस का अध्ययन किया जाता है.बी.कॉम इन विषयों का मूल ज्ञान और समझ प्रदान करता है. जो छात्र इन विषयों का विस्तार से अध्ययन करना चाहते हैं वे बी.कॉम पूरा करने के बाद निम्नलिखित में से किसी भी एक प्रोग्राम को विकल्प के रूप में चुन सकते हैं -
चार्टर्ड एकाउंटेंसी (सीए) : चार्टर्ड अकाउंटेंसी को फायनांस और एकाउंटेंसी के क्षेत्र में उच्चतम डिग्री माना जाता है.सीए प्रोग्राम के अंतर्गत एकाउंटिंग, ऑडिटिंग और टैक्सेसन के विषय में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की जाती है.
सर्टिफाइड फायनेंसियल एनालिस्ट (सीएफए) : सीएफए शैक्षणिक कार्यक्रम उन छात्रों के लिए ज्यादा उपयोगी है जिन्हें फायनेंसियल सिस्टम एवं इन्वेस्टमेंट में गहरी रूचि हो.सीएफए कोर्सेज में छात्रों को बेसिक एकाउंटिंग स्टैंडर्ड्स,विभिन्न बिजनेस प्रैक्टिसेज, आर्थिक नीतियों और शर्तों आदि के विषय में व्यापक जानकारी दी जाती है.
कॉस्ट एकाउंटेंसी (आईसी डब्ल्यू ए) : कॉस्ट एकाउंटेंसी उन छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है जिनकी रूचि कंपनी के कॉस्ट को मैनेज करने, चेक डेवेलप करने तथा कंपनी के प्रॉफिट के लिए बैलेंस मेकेनिज्म आदि में बहुत अधिक होती है.
कंपनी सेकेरेट्री (सीएस) : ऐसे छात्र जो कंपनी स्टॉक और इन्वेस्टमेंट को मैनेज करने में इंटरेस्टेड हों उन्हें अवश्य ही कंपनी सेकरेट्री प्रोग्राम करना चाहिए.कंपनी सचिवों को कंपनी और उसके शेयरधारकों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम करने के साथ साथ कंपनी के स्टॉक ट्रेडिंग की औपचारिकताओं को भी मैनेज करना पड़ता है.
स्टॉक ब्रोकिंग : एक और बहुत ही आकर्षक करियर विकल्प है स्टॉक ब्रोकर बनना. स्टॉक ब्रोकिंग प्रक्रिया की मूल बातों से परिचित कराने के लिए छात्रों को व्यक्तियों के साथ-साथ कंपनियों के लिए स्टॉक खरीदने और बेचने का प्रशिक्षण दिया जाता है
एमबीए फायनांस : आज बी.कॉम के छात्रों के लिए सबसे आकर्षक शैक्षणिक कैरियर विकल्पों में से एक है फायनांस में एमबीए.फायनांस में स्पेशलाइजेशन करके छात्र किसी भी कंपनी के फायनांस डिपार्टमेंट में मनचाही जॉब कर सकते हैं.
बैंकिंग और इंश्योरेंस : एक और पारंपरिक क्षेत्र जो बी.कॉम के छात्रों के लिए हमेशा उपलब्ध रहा है वह है बैंकिंग और इंश्योरेंस का फील्ड. एमबीए,बैंकिंग तथा एमकॉम के छात्रों को भी बैंकिंग और इंश्योरेंस विषय की व्यापक जानकारी प्रदान की जाती है.इस फील्ड में मास्टर डिग्री हासिल कर बैंक, इंश्योरेंस कंपनी तथा अन्य फायनेंसियल ऑर्गनाइजेशन में काम किया जा सकता है.
मार्केटिंग : मार्केटिंग को हमेशा जेनरल एमबीए का एक फील्ड माना जाता है और सबसे अच्छी बात यह है कि इस फील्ड में किसी भी स्ट्रीम के छात्र बेहतर कर सकते हैं. लेकिन अगर बीकॉम करने वाले छात्र यदि मार्केटिंग में एमबीए या पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा करें तो यह उनके लिए लाभदायक रहेगा.मार्केटिंग के अधिकांश कार्य डेटा तथा सॉफ्ट स्किल्स पर आधारित होते हैं. चूँकि बीकॉम स्टूडेंट्स भी डेटा की सही समझ रखते हैं.इसलिए मार्केटिंग का फील्ड भी उनके लिए बहुत लाभदायक सिद्ध हो सकता है.
लॉ : हालांकि, कई लोग लॉ को बी.कॉम के छात्रों के लिए एक आदर्श विकल्प नहीं मानते हैं, लेकिन लॉ प्रोफेशन भी करियर के हिसाब से बीकॉम के छात्रों के लिए एक उत्कृष्ट क्षेत्र साबित हो सकता है. ये लॉ के किसी भी स्पेशलाइजेशन फील्ड का चुनाव अपनी व्यक्तिगत रूचि के हिसाब से कर सकते हैं.
कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग : इनफ़ॉर्मेशन टेक्नोलॉजी न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था में बल्कि वैश्विक रूप से सबसे तेजी से बढ़ता क्षेत्र है. बीकॉम के बाद छात्र यदि आई टी के क्षेत्र में जाना चाहते हैं तो इसके लिए वे एमसीए या एमएससी करने का विकल्प चुन सकते हैं.
यद्यपि इन कार्यक्रमों की पेशकश करने वाले अधिकांश कॉलेजों को साइंस स्ट्रीम में ग्रेजुएशन की आवश्यकता होती है लेकिन कुछ कॉलेज बीकॉम ग्रेजुएट्स को इन पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए मैथ्स में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर उन्हें एडमिशन देते हैं. हालांकि इस फील्ड में जाकर छात्र अपने कॉमर्स पृष्ठभूमि से थोड़ा अलग जा सकते हैं. अतः अगर आपकी विशेष रूचि बीकॉम में ही है तो इस विषय का चयन करते समय बहुत सोच समझ कर निर्णय लें.