हमारे देश भारत में टॉप इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट (IIMs) के साथ-साथ कई अन्य सुप्रसिद्ध यूनिवर्सिटीज़ और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स MBA अर्थात मास्टर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का कोर्स करवाते हैं और अधिकतर स्टूडेंट्स MBA करना चाहते हैं ताकि उन्हें काफी अच्छे सैलरी पैकेज के साथ समाज में सम्मान भी मिले. लेकिन MBA कोर्स के लिए लाखों रुपये की फीस देना सबके बूते की बात नहीं है. दरअसल किसी अच्छे MBA इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेना बच्चों का खेल नहीं है क्योंकि आपको नेशनल लेवल का एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है जो काफी टफ एग्जाम होता है. खैर, अगर किसी टॉप बी स्कूल में एडमिशन मिल भी जाए तो फिर MBA कोर्स करने के लिए आपको भारी भरकम फीस भरने की चिंता भी सताती है. आमतौर पर 2 साल के रेगुलर MBA कोर्स की फीस लगभग 10 लाख रूपये तक होती है. ऐसे में, स्टूडेंट्स द्वारा फीस की चिंता करना स्वाभाविक है और वे MBA एजुकेशन लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. लेकिन बैंकों से लोन मिलना भी बहुत आसान नहीं है. इसके लिए स्टूडेंट्स को काफी प्रयास करना पड़ता है और MBA एजुकेशन लोन अप्लाई करने के लिए कुछ डाक्यूमेंट्स बहुत जरुरी होते हैं. आप इस आर्टिकल में उन डाक्यूमेंट्स के बारे में जानकारी प्राप्त करके लोन के लिए अप्लाई करने से पहले ही वे सभी जरुरी डाक्यूमेंट्स अपने पास रेडी रख लें ताकि आपका कीमती समय बर्बाद न हो.
स्टूडेंट्स MBA एजुकेशन लोन के लिए अप्लाई करने से पहले इन महत्वपूर्ण पॉइंट्स पर जरुर गौर करें ताकि उन्हें जल्दी ही अपना लोन अमाउंट मिल जाए:

अपनी फाइनेंशियल नीड्स का सटीक अनुमान लगाएं
अगर आप अपने MBA प्रोग्राम के लिए एजुकेशन लोन लेना चाहते हैं तो सबसे पहले आप अपनी फाइनेंशियल नीड्स के बारे में सटीक अनुमान लगाएं. MBA एजुकेशन लोन के मामले में हर स्टूडेंट की फाइनेंशियल नीड्स अलग होती हैं. कुछ स्टूडेंट्स को काफी फेमिली सपोर्ट मिलता है जिस कारण वे कम अमाउंट का एजुकेशन लोन लेते हैं. जबकि आर्थिक रूप से कमजोर स्टूडेंट्स को अधिकतम लोन अमाउंट लेना पड़ सकता है. भारत के टॉप MBA इंस्टीट्यूट्स में MBA के 2 साल के फुल टाइम कोर्स की फीस निम्नांकित है -
एक्सपेंस |
फीस अमाउंट (रुपए में) |
कॉलेज फीस |
8-21 लाख |
बोर्डिंग और लॉजिंग |
2-4 लाख |
स्टडी मटीरियल, लैपटॉप, बुक्स और स्टेशनरी |
1.5 -2 लाख |
स्टडी टूर, फॉरेन एक्सचेंज प्रोग्राम्स |
2-3 लाख |
अन्य एक्स्पेंसेस (कपड़े, ट्रैवेल, एंटरटेनमेंट) |
2-3 लाख |
MBA एजुकेशन लोन के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
हमारे देश में MBA एजुकेशन लोन लेते समय स्टूडेंट्स को कई अन्य बातों पर गौर करना होगा जिसमें MBA एजुकेशन लोन लेने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के बारे में जानकारी हासिल करना बहुत जरुरी है. वैसे तो टॉप बिजनेस स्कूल्स के किसी MBA प्रोग्राम के लिए अधितर बैंक लोन देने के लिए तैयार रहते हैं लेकिन इसके लिए स्टूडेंट्स एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया जरुर पूरे करते हों जैसेकि:
नागरिकता : MBA एजुकेशन लोन लेने वाला एप्लिकेंट भारत का नागरिक हो.
एकेडमिक : MBA एजुकेशन लोन लेने वाले एप्लिकेंट के पास MBA प्रोग्राम में एडमिशन लेने से सम्बन्धित सभी जरुरी और प्रमाणित डॉक्यूमेंट्स होने चाहिए.
आयु : MBA एजुकेशन लोन लेने वाले एप्लिकेंट की आयु 16 - 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए. (अनिवार्य नहीं)
IIM अहमदाबाद, एक्सएलआरआई या जेबीआईएमएस आदि जैसे भारत के टॉप MBA कॉलेज और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स बैंकों और लोन देने वाली एजेंसीज़ के साथ एजुकेशन लोन के जरिये पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स की जानकारी शेयर करते हैं. ऐसे में ये बैंक और लोन देने वाली एजेंसीज़ जरूरतमंद स्टूडेंट्स से सीधा संपर्क करके भी उन्हें एजुकेशनल लोन ऑफर करते हैं.
अपने MBA प्रोग्राम के लिए अधिकतम लोन अमाउंट के बारे में पता करें
स्टूडेंट्स के लिए एक और महत्वपूर्ण पॉइंट जिस पर MBA प्रोग्राम चुनते समय जरुर विचार करना चाहिए, वह है MBA प्रोग्राम्स (जिसमें आप एडमिशन लेना चाहते हैं) के लिए मिलने वाली अधिकतम लोन राशि के बारे में पता करना.
हमारे देश में विभिन्न बी-स्कूलों में MBA एजुकेशन के आधार पर विभिन्न MBA प्रोग्राम्स के लिए लोन की अलग-अलग सीमाएं हैं तथा भिन्न भिन्न कैंडिडेट्स के लिए अलग अलग लोन की राशि स्वीकृत की जाती है जैसे, प्रीमियम MBA कॉलेजों के लिए लिए गए एजुकेशन लोन पर इंटरेस्ट रेट 2 या 3 टियर लेवल के बी-स्कूलों की तुलना में कम होता है.
भारत के टॉप MBA प्रोग्राम्स तथा टॉप MBA कॉलेजों की रैंकिंग लिस्ट विभिन्न बैंकों द्वारा उनकी वेबसाइट्स पर अपलोड की जाती है, जहां से कैंडिडेट्स को एजुकेशन लोन की अधिकतम राशि पता चल सकती है. इस जानकारी के आधार पर वे लोन राशि सैंक्शन होने की उम्मीद कर सकते हैं तथा बची हुई राशि की व्यवस्था कर सकते हैं.
MBA एजुकेशन लोन में कवर किए जाने वाले एक्स्पेंसेस के बारे में जानकारी लें
एजुकेशन लोन अमाउंट का मूल्यांकन करने के बाद आप अपने MBA स्टडी प्रोग्राम की शुरुआत कर सकते हैं. इस मामले में दूसरा महत्पूर्ण पॉइंट है लोन के तहत कवर किया गया एक्सपेंस. आमतौर पर MBA प्रोग्राम रेज़ीडेंशियल प्रोग्राम होते हैं और इसलिए स्टूडेंट्स के कुछ अन्य खर्चे भी होते हैं जिन्हें ट्यूशन फीस के अलावा भी कवर करने की जरूरत होती है. इसलिए बैंक या लोन देने वाली एजेंसियों ने बुनियादी कोर्स फीस के अलावा भी नॉन एकेडमिक कॉस्ट को कवर करने के लिए एक्स्ट्रा लोन अमाउंट देना भी शुरू कर दिया है. MBA एजुकेशन लोन के तहत शामिल विभिन्न प्रकार के खर्चों में शामिल हैं:
• ट्युशन फी
• हॉस्टल / एकोमोडेशन
• लाइब्रेरी और लेबोरेट्रीज फीस
• एग्जाम फीस
• स्टडी मटीरियल कॉस्ट (बुक्स, इक्विपमेंट्स, इंस्ट्रूमेंट्स)
• इंस्टीट्यूशंस बिल/ सेक्युरिटी डिपोजिट की रिसिप्ट्स
• ट्रेवेल एक्सपेंसेज
• स्टडी टूर एक्सपेंसेज
• प्रोजेक्ट वर्क/ थीसिस एक्सपेंज
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विभिन्न लोन ऑफर्स की तुलना करें
आजकल सरकारी तथा प्राइवेट बैंक्स के अतिरिक्त नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स भारत के टॉप बी-स्कूलों में विभिन्न MBA कोर्सेज के लिए एजुकेशन लोन ऑफर करते हैं. वैसे MBA एजुकेशन लोन लेना भी कोई समान खरीदने के समान ही है. इसलिए, जब MBA एजुकेशन लोन की बात हो तो स्टूडेंट्स को अवश्य ही अपनी इच्छाओं और जरूरतों का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए और लोन के लिए उपलब्ध सभी विकल्पों पर विचार करना चाहिए.
मार्केट में उपलब्ध सभी लोन ऑफर्स की तुलना करनी चाहिए. इससे लोन से सम्बन्धित विभिन्न आस्पेक्ट्स का मूल्यांकन करने में मदद मिलेगी और भविष्य में उसके अन्य प्रभावों को भी समझने में मदद मिलेगी. इसलिए स्टूडेंट्स को अवश्य ही उनके लिए उपलब्ध विभिन्न MBA एजुकेशन लोन्स की तुलना करनी चाहिए और उनके नियम और शर्तों, अधिकतम राशि, ब्याज की रियायती दर, मार्जिन और सुरक्षा की आवश्यकता जैसे फैक्टर्स का अच्छी तरह मूल्यांकन करना चाहिए. इससे उन्हें लोन ऑप्शन चुनने में सुविधा होगी.
MBA एजुकेशन लोन के लिए जरुरी डॉक्यूमेंट
किसी भी अन्य लोन की पेशकश की तरह एजुकेशन लोन के प्रोसेसिंग में एक विस्तृत डॉक्यूमेंटेशन प्रक्रिया भी शामिल है, जो कभी-कभी काफी बोझिल हो जाती है. MBA एजुकेशन लोन डॉक्यूमेंटेशन प्रक्रिया की उचित समझ के अभाव में अक्सर स्टूडेंट्स को बहुत भाग दौड़ करनी पड़ती है. इस भाग दौड़ से बचने के लिए स्टूडेंट्स को नीचे दिए गए डॉक्युमेंट को अपने पास रखना चाहिए ताकि उनके एजुकेशन लोन के प्रोसेसिंग में कोई समस्या नहीं आये.
• लोन अप्लिकेशन फॉर्म फॉर्मेट
• एडमिशन लेटर / MBA प्रोग्राम में एडमिशन का सबूत (प्रूफ)
• पासपोर्ट साइज्ड फोटोग्राफ
• एड्रेस प्रूफ (वर्तमान और स्थायी दोनों)
• एज प्रूफ (जन्म प्रमाण पत्र / एलसी)
• एकेडमिक डाक्यूमेंट्स (कक्षा 10, कक्षा 12, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन मार्कशीट)
• पिछले 6 महीनों की बैंक स्टेटमेंट
इनके अलावा, बैंक कैंडिडेट्स से डॉक्यूमेंट प्रोसेस के हिस्से के रूप में पिछले दो वर्षों के इनकम टैक्स असेसमेंट ऑर्डर या किसी संपत्ति और देनदारियों का संक्षिप्त विवरण देने के लिए कह सकता है.
MBA एजुकेशन लोन के लिए अप्लाई करने के मुख्य स्टेप्स
आजकल ज्यादातर बैंक और एनबीएफसी लोन एप्लीकेशन्स को प्रोसेस करने के लिए ऑनलाइन तकनीक का उपयोग करते हैं, खासकर जब MBA एजुकेशन लोन की बात हो. इसलिए, MBA एजुकेशन लोन के लिए सफलतापूर्वक अप्लाई करने के लिए कैंडिडेट्स को अपने संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई करना होगा. विस्तृत जानकारी के लिए नीचे प्रस्तुत विवरण पढ़ें:
स्टेप 1: अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
स्टेप 2: वेबसाइट पर एजुकेशन लोन सेक्शन खोजें
स्टेप 3: MBA स्टूडेंट्स के लिए एजुकेशन लोन से संबंधित विवरण प्राप्त करें
स्टेप 4: आवश्यक जानकारी प्राप्त करके ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरें
स्टेप 5: सभी विवरणों को पूरा करने के बाद फॉर्म जमा करें.
फॉर्म जमा करने के बाद बैंक अप्लिकेशन प्रोसेस को पूरा करने के लिए स्टूडेंट या उसके माता पिता से आवश्यक जानकारी हासिल करते हैं. सभी आवश्यक डाक्यूमेंट्स इकठ्ठा करने के लिए बैंक स्टूडेंट के घर अपना प्रतिनिधि भेजता है. इसके बाद बैंक लोन को प्रोसेस करता है और बैंक लोन से जुड़े सभी डिटेल स्टूडेंट के घर पोस्ट द्वारा भेजता है. उस डॉक्यूमेंट पर साइन कर उसे पुनः बैंक को वापस भेजना होता है. इसलिए उस पूरे डिटेल को सावधानी पूर्वक पढ़ने के बाद ही उस पर साइन करें. इसके बाद बैंक लोन देने की सारी औपचारिकताएं पूरी करता है.
नेगोशिएशन टिप्स
वैसे तो एजुकेशन लोन से संबंधित अधिकांश नियम और शर्तें एजुकेशन लोन समझौते के हिस्से के रूप में पहले ही तय की गई होती हैं लेकिन कुछ ऐसे पहलू हैं जिनके लिए बैंक के साथ बातचीत की जा सकती है. MBA एजुकेशन लोन के लिए आपको अपने बैंक के साथ बातचीत या चर्चा करने के कुछ महत्वपूर्ण कारकों को नीचे सूचीबद्ध किया गया है जिस पर आप चर्चा कर सकते हैं :
• MBA कोर्स अवधि के दौरान लोन की कोई चुकौती है या नहीं
• अगर पाठ्यक्रम पूरा होने से पहले पुनर्भुगतान किया जाय तो लोन इंटरेस्ट में राहत
• अगर माता-पिता सह-उधारकर्ता बन जाते हैं, तो लोन इंटरेस्ट रेट में कमी
• किसी भी तरह का लोन प्रोसेसिंग फी नहीं
• रेट ऑफ इंटरेस्ट
• अगर मार्जिन राशि लागू हो तो उसपर बातचीत करें
MBA एजुकेशन लोन - कोलेट्रल
सामान्यतः भारत के टियर 1 तथा टॉप 50 बी स्कूलों में MBA कोर्सेज की फीस 12 से 25 लाख के बीच हो सकती है. लेकिन हर कोर्स के लिए 100 प्रतिशत लोन नहीं मिलता है. 10 लाख तक का लोन लगभग हर बैंक MBA एजुकेशन के लिए प्रोसेस कर सकते हैं.
लोन राशि और जिस इंस्टीट्यूट से MBA करना है, उसके आधार पर बैंक 100 प्रतिशत भी फंड कर सकते हैं. अधिकांश बैंक एजुकेशन लोन के लिए 4 लाख रुपये तक किसी मार्जिन राशि की मांग नहीं करते हैं. 4 लाख से 8 लाख रुपये तक के लोन के लिए एजुकेशन लोन की प्रोसेसिंग के लिए तीसरे पक्ष की गारंटी की जरुरत पड़ती है. 8 लाख रुपये से अधिक के लोन के लिए बैंक आम तौर पर कोलेट्रल के बारे में पूछते हैं.
स्टूडेंट्स को यह हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि मार्जिन मनी, गारंटी और कोलेट्रल एक विकल्प है और केवल तभी प्रदान किया जाना चाहिए जब विशेष रूप से एजुकेशन लोन में इसका वर्णन किया गया हो. ऐसे कई बैंक हैं जो MBA एजुकेशन लोन प्रदान करते हैं और उन्हें इन तीनों में से किसी भी घटक की आवश्यकता नहीं होती है.
भारत में MBA की पढ़ाई पूरा करने में मदद करने हेतु MBA एजुकेशन लोन एक परफेक्ट टूल है. इसलिए एजुकेशन लोन, प्रोसेसिंग डिटेल,डॉक्यूमेंट प्रोसेस आदि सभी पहलुओं के बारे में व्यापक और सही जानकारी से स्टूडेंट्स को व्यवस्थित तरीके से लोन के लिए बैंकों से संपर्क करने में बहुत मदद मिलेगी. इतना ही नहीं इससे स्टूडेंट्स के समय और मेहनत की भी बचत होगी. MBA एजुकेशन लोन तथा अन्य फंडिंग रिसोर्सेज की पूर्ण जानकारी के लिए कृपया www.jagranjosh.com/mba पर लॉगइन करें.