इन दिनों यंग इंडियन प्रोफेशनल्स अक्सर कोई ऑफबीट करियर ऑप्शन चुनना चाहते हैं क्योंकि इनमें करियर ग्रोथ की संभावना काफी अधिक रहती है. इस साल इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सर्विसेज सेक्टर और स्टार्टअप्स मिलकर बड़ी संख्या में प्रोफेशनल्स को सूटेबल जॉब्स ऑफर कर सकते हैं. ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री भी इस साल कई हजार नई जॉब्स उपलब्ध करवायेगी और फाइनेंशियल सेक्टर, ई-कॉमर्स तथा लॉजिस्टिक्स में भी काफी जॉब्स निकलने की उम्मीद इस साल लगाई जा रही है. बैंकिंग सेक्टर और एनबीएफसी में अनेक आकर्षक जॉब्स इस साल उपलब्ध हो सकते हैं. अगर आप भी अपने लिए किसी क्रिएटिव, सूटेबल और आकर्षक करियर ऑप्शन या जॉब प्रोफाइल की तलाश कर रहे हैं तो आप इस आर्टिकल में नीचे दिए गए करियर ऑप्शन्स पर जरुर गौर फर्मा सकते हैं. आइये आगे पढ़ें यह आर्टिकल:
मोबाइल एप डेवलपर
पिछले दशक में मोबाइल फ़ोन रेवोलुशन की वजह से आजकल सबकुछ मोबाइल एप्लीकेशन के जरीये हो रहा है. यही वजह है कि आजकल यंगस्टर्स मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट में करियर को बहुत पसंद कर रहे हैं. सुप्रसिद्ध इंस्टीट्यूट्स ने आकर्षक करियर अवसरों के साथ ही इस फील्ड में आप खुद भी अपना करियर शुरू कर सकते हैं. मोबाइल एप डेवलपमेंट फील्ड का विकास बड़ी तेज़ गति से हो रहा है इसलिए हमारे देश के यंगस्टर्स इस फील्ड में अपनी तकदीर बना सकते हैं. अगर आप एंड्राइड, आईओएस या सिर्फ जावा पर इनोवेटिव और इंटरैक्टिव मोबाइल एप्लीकेशन्स तैयार करना चाहते हैं तो यह आपके लिए एक बेहतरीन करीयर ऑप्शन साबित होगा.
क्वालिफिकेशन: बीई/ बीटेक – कंप्यूटर साइंस
कोर्स ऑप्शन्स: एक डेवलपिंग फील्ड होने के कारण, इस फील्ड में आपको कई कोर्स ऑप्शन्स मिलते हैं. आप कोई एक कोर्स करके एक सफल मोबाइल एप्लीकेशन डेवलेपर बन सकते हैं. इस फील्ड में विभिन्न कोर्सेज की अवधि 2-3 महीने के शॉर्ट-टर्म कोर्सेज से लेकर 3 वर्ष के ग्रेजुएशन कोर्स तक हो सकती हैं.
करियर ऑप्शन्स: मोबाइल यूआई डिज़ाइनर, एप्लीकेशन डेवलपमेंट फ्रेमवर्क सॉफ्टवेयर डेवलपर, मोबाइल एप डेवलपमेंट कंसलटेंट, मोबाइल एप टेस्टर, एंड्राइड एप डेवलपर, मोबाइल एप डेवलपर.
सैलरी पैकेज: 4 लाख + सालाना.
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट
डिजिटल दुनिया की अगर बात करें तो आजकल लोगों के लिए फिजिकल वर्ल्ड की तरह ही वर्चुअल वर्ल्ड में सिक्योरिटी काफी महत्वपूर्ण है. आइडेंटिटी थेफ्ट्स और फाइनेंशियल फ्रॉड्स आजकल एक सामान्य घटना होते जा रहे हैं इसलिए, इस साल जॉब मार्केट में साइबर क्राइम्स को कंट्रोल करने वाले प्रोफेशनल्स की काफी मांग है. साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स साइबर क्राइम्स को कंट्रोल करने में विशेष महारत रखते हैं. भारत सरकार की डिमोनीटाइज़ेशन ड्राइव के बाद और ‘डिजिटल इंडिया’ ड्राइव को प्रोत्साहन देने के साथ ही भारत के लोग विशेष रूप से ऑनलाइन फ्रॉड्स का जोखिम झेल रहे हैं. इसलिए, अगर आप एक साइबर रक्षक बनना चाहते हैं जो लोगों को ऑनलाइन फ्रॉड्स से बचा सके, तो आप एक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट का करियर चुन सकते हैं.
क्वालिफिकेशन्स: सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में डिग्री
कोर्स ऑप्शन्स: हमारे देश के कई ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स साइबर सिक्योरिटी में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेज करवाते हैं. अगर आप एक सर्टिफाइड साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आप किसी एक्रिडेटेड ट्रेनिंग सेंटर (एटीसी) से ट्रेनिंग करके सर्टिफिकेट हासिल कर सकते हैं.
करियर ऑप्शन्स: सर्टिफाइड इनफॉर्मेशन सिस्टम ऑडिटर, साइबर सिक्योरिटी कंसलटेंट, सर्टिफाइड इनफॉर्मेशन सिस्टम एक्सपर्ट, सर्टिफाइड इनफॉर्मेशन सिस्टम मैनेजमेंट एक्सपर्ट, साइबर सीनियर सिक्योरिटी कंसलटेंट, सर्टिफाइड एथिकल हैकर, साइबर रिस्क एडवाइजरी.
सैलरी पैकेज: 3 – 5 लाख सालाना.
एनर्जी इंजीनियरिंग
तेज़ी से खत्म होते हुए प्राकृतिक संसाधनों और तेज़ी से बिगड़ते हुए एनवायरनमेंट के कारण, ऐसे पेशेवरों की मांग काफी बढ़ गई है जो एनर्जी रिसोर्सेज के सर्वोत्तम इस्तेमाल में सहायता कर सकें. वास्तव में, क्लाइमेट चेंज पर ऐतिहासिक पेरिस एग्रीमेंट के बाद पिछले कुछ वर्षों में, एनर्जी इंजीनियर्स की मांग भारत सहित पूरी दुनिया में बढ़ रही है. किसी एनर्जी इंजीनियर का काम एनर्जी एफिशिएंसी, फैसिलिटी मैनेजमेंट, प्लांट इंजीनियरिंग, एनर्जी सर्विसेज, एनवायरनमेंटल कंप्लायंस और विभिन्न एनर्जी टेक्नोलॉजीज से संबद्ध विभिन्न मामलों का समाधान करना होता है.
क्वालिफिकेशन्स: फिज़िक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स बैकग्राउंड के साथ 12वीं पास.
कोर्स ऑप्शन्स: एनर्जी इंजीनियरिंग के लिए कुछ लोकप्रिय कोर्स ऑप्शन्स में बीटेक, एमटेक, इकनोमिक, एनवायरनमेंटल इंजीनियरिंग और पॉवर इंजीनियरिंग शामिल हैं. इसके अलावा, एसोसिएशन ऑफ़ एनर्जी इंजीनियर्स (एईई) भी एनर्जी इंजीनियरिंग में प्रोफेशनल क्वालिफिकेशन उपलब्ध करवाती है.
करियर ऑप्शन्स: क्लाइमेट चेंज एक्सपर्ट्स, एनर्जी कंज़रवेशन एक्सपर्ट्स, ऑयल एंड नेचुरल गैस एक्सपर्ट्स.
सैलरी पैकेज: 3 – 7 लाख सालाना
फाइनेंशियल इंजीनियरिंग
फाइनेंशियल इंजीनियरिंग की फील्ड हमें सीए की जॉब प्रोफाइल से संबद्ध लगती है लेकिन इस फील्ड में सीए की जॉब प्रोफाइल से अधिक भी काफी कुछ शामिल है. फाइनेंशियल इंजीनियरिंग एक उभरता हुआ करियर ऑप्शन है जिसमें फाइनेंशियल थ्योरी के साथ इंजीनियरिंग टूल्स और मैथड्स शामिल हैं. इससे फाइनेंशियल मैनेजमेंट में नई साइंटिफिक एप्रोच शामिल होती है. इसमें फाइनेंशियल मैनेजमेंट के संबंध में डिटेल्ड मैथमेटिकल बेस्ड एप्रोच शामिल है. फाइनेंशियल इंजीनियर का फोकस बेसल कैपिटल या लिक्विडिटी रिक्वायरमेंट्स, रिस्क मैनेजमेंट, कॉर्पोरेट फाइनेंस, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट जैसे मुद्दों के साथ हमारी फाइनेंशियल इकॉनमी के विस्तृत स्वरुप पर होता है और ये पेशेवर डिटेल्ड फाइनेंशियल रूल्स बनाते और लागू करते हैं.
क्वालिफिकेशन्स: मैथमेटिक्स के साथ बीई/ बीएससी/ बीए
कोर्स ऑप्शन्स: फाइनेंस एक बहुत बड़ी फील्ड है लेकिन फाइनेंशियल इंजीनियरिंग में विभिन्न कोर्सेज ऑफर करने वाले इंस्टीट्यूट्स काफी कम हैं. पूरे भारत में यह कोर्स ऑफर करने वाले कुछ प्रसिद्ध इंस्टीट्यूट्स में इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट और आईआईएम्स शामिल हैं.
करियर ऑप्शन: मैथमेटिकल फाइनेंस एक्सपर्ट, फाइनेंशियल कंसल्टेंसी, कॉर्पोरेट फाइनेंस एक्सपर्ट, क्वांटिटेटिव एनालिस्ट, सिक्योरिटी ट्रेडर.
सैलरी पैकेज: 6 – 14 लाख सालाना.
मैनेजमेंट कंसलटेंट
ये पेशेवर किसी भी संगठन में मूल रूप से एडवाइजर्स का काम करते हैं जो संबद्ध कंपनी की बिजनेस स्ट्रेटेजी तैयार करते हैं. इन पेशेवरों की बिजनेस स्ट्रेटेजीज प्रोपराइटर्स की मनमर्जी के बजाए डाटा और फैक्ट्स पर आधारित होती हैं. ये लोग संगठन की तरफ से सख्त निर्णय लेते हैं. ये पेशेवर प्रॉब्लम सॉल्वर्स होते हैं जो बिजनेस प्रॉब्लम्स को एनालाइज करके उन प्रॉब्लम्स के लिए प्रैक्टिकल सॉल्यूशन्स ऑफर करते हैं. इन पेशेवरों की बेहतरीन बिजनेस स्ट्रेटेजीज की वजह से कंपनी को हमेशा फायदा होता है.
क्वालिफिकेशन्स: एमबीए डिग्री
करियर ऑप्शन्स: किसी मैनेजमेंट कंसलटेंट के तौर पर करियर शुरू करने के इच्छुक कैंडिडेट्स जनरल मैनेजमेंट में एमबीए/ पीडीजीएम कोर्स कर सकते हैं. इसके अलावा, आप मार्केटिंग और कम्युनिकेशन स्किल्स सर्टिफिकेशन कोर्सेज भी कर सकते हैं. ये कोर्सेज करने पर आपको इस फील्ड की जॉब्स के लिए जरुरी स्किल्स हासिल करने में सहायता मिलेगी.
करियर ऑप्शन्स: वर्चुअल मैनेजमेंट कंसलटेंट, मैनेजमेंट कंसलटेंट, ह्यूमन रिसोर्स कंसलटेंट, इनफॉरर्मेशन टेक्नोलॉजी कंसलटेंट.
सैलरी पैकेज: 5 – 8 लाख सालाना.
फैशन स्टाइलिस्ट
फैशन स्टाइलिस्ट और वार्डरॉब स्टाइलिस्ट हमारे देश के साथ-साथ पूरी दुनिया में एक नया और उभरता हुआ करियर ऑप्शन है. फैशन स्टाइलिस्ट्स के लिए भारत में काफी बड़ा बाज़ार उपलब्ध है इसलिए भारत के बहुत से यंगस्टर्स इस फील्ड में अपना करियर शुरू करना चाहते हैं ताकि वे फैशन और स्टाइल की दुनिया में अपना टैलेंट और क्रिएटिविटी दिखा सकें. फैशन स्टाइलिस्ट के तौर पर अपना करियर शुरू करने के लिए सबसे पहली शर्त क्रिएटिविटी है और फिर, आप अपने प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग कैसे कर सकते हैं? नए और उभरते हुए फैशन ट्रेंड्स पर नज़र रखें या फिर, अपना फैशन स्टाइल बनाकर इसे ट्रेंड बनाएं. फैशन स्टाइलिंग में क्लोथिंग, मेकअप, हेयर स्टाइलिंग, डिजाइनिंग और कई अन्य संबंधित स्किल्स शामिल किये जा सकते हैं.
क्वालिफिकेशन्स: 12वीं पास
कोर्स ऑप्शन्स: हमारे देश के कई इंस्टीट्यूट्स फैशन डिजाइनिंग और स्टाइलिंग में विशेष कोर्सेज और प्रोग्राम्स ऑफर करते हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईएफटी) और इंडियन स्कूल ऑफ़ डिजाइन एन इनोवेशन (आईएसडीआई) हमारे देश के प्रमुख फैशन इंस्टीट्यूट्स हैं. आप इन इंस्टीट्यूट्स से फैशन डिजाइनिंग में 3 वर्ष का फुल टाइम कोर्स कर सकते हैं. आजकल कई नए इंस्टीट्यूट्स फैशन की फ़ील्ड में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सेज ऑफर कर रहे हैं.
करियर ऑप्शन्स: फैशन स्टाइलिस्ट, फैशन एडिटर, सेलिब्रिटी स्टाइलिस्ट.
सैलरी पैकेज: 3 - 4 लाख + सालाना.
पैकिंग एंड प्रिंटिंग
पैकिंग एंड प्रिंटिंग की फील्ड में करियर के तहत डिस्ट्रीब्यूशन, स्टोरेज, सेल और अच्छी तरह इस्तेमाल करने के लिए विभिन्न प्रोडक्ट्स की पैकिंग और प्रिंटिंग शामिल हैं. इस फील्ड में काम करने वाले पेशेवरों को पैकेजेज की डिजाइनिंग, इवेल्युएटिंग और प्रोड्यूसिंग से संबंधित कार्य करने होते हैं. आजकल कंपनियों ने यह बात महसूस की है कि प्रिंटेड पैकेजिंग के माध्यम से एक बड़े मार्केटिंग अवसर का लाभ विभिन्न कस्टमर्स के बीच ब्रांड अवेयरनेस तैयार करने के लिए किया जा सकता है. इसलिए, बड़े कॉर्पोरेट कारोबारी इस फील्ड में बहुत अधिक इन्वेस्टमेंट करते हैं.
क्वालिफिकेशन्स: बीई/ बीएससी/ बीटेक
कोर्स ऑप्शन्स: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ पैकेजिंग इस फील्ड में ट्रेनिंग देने वाला सबसे बड़ा इंस्टीट्यूट है. आप इस इंस्टीट्यूट से प्रोग्रामिंग और पैकेजिंग में 3 महीने का सर्टिफिकेट/ डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं और यहां एक फुल टाइम डिग्री कोर्स - पीजीडीपी भी उपलब्ध है. अगर आप डिस्टेंस लर्निंग कोर्स करना चाहते हैं तो आईआईपी पैकेजिंग में डिस्टेंस एजुकेशन प्रोग्राम और एग्जीक्यूटिव डेवलपमेंट प्रोग्राम भी ऑफर करता है.
करियर ऑप्शन्स: पैकेजिंग की जरूरत किस व्यक्ति को नहीं पड़ती इसलिए इस फील्ड में आपको करियर ग्रोथ की काफी संभावनाएं मिलेंगी. इस फील्ड के तहत आप एफएमसीजी कंपनियों, एक्सपोर्ट हाउसेज और प्रिंटिंग कंपनियों में काम कर सकते हैं. आप एटीएल मार्केटिंग एजेंसियों में भी इस फील्ड के तहत जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
सैलरी पैकेज: 3 लाख + सालाना
जॉब, इंटरव्यू, करियर, कॉलेज, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स, एकेडेमिक और पेशेवर कोर्सेज के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने और लेटेस्ट आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट www.jagranjosh.com पर विजिट कर सकते हैं.
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