IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग(यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा प्रतिष्ठित सेवा है, जिसके लिए हर साल देश के अलग-अलग हिस्सों ले लाखों युवा तैयारी करते हैं। इस परीक्षा में विभिन्न पृष्ठभूमि से युवा बैठते हैं। कुछ युवा पढ़ाई के बाद परीक्षा की तैयारी करते हैं, जबकि कुछ युवा नौकरी छोड़ने के बाद तैयारी करते हैं। हालांकि, यदि नौकरी अच्छे पैकेज वाली हो, तब प्रेशर और बढ़ जाता है।आज हम आपके साथ जागृति अवस्थी की कहानी साझा कर रहे हैं, जिन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और इसके बाद एस सरकारी उपक्रम भेल में नौकरी भी की, लेकिन मन में आईएएस का सपना होने का करण उन्होंने सरकारी उपक्रम की नौकरी छोड़ दी और दो साल की तैयारी की बाद दूसरी रैंक में आईएएस टॉपर बन गई।
जागृति का परिचय
जागृति मूल रूप से उत्तरप्रदेश के मेरठ की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी होने के बाद भोपाल स्थित मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान(एमएनआईटी) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। यहां से उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।

View this post on Instagram
गेट की परीक्षा पास कर हासिल की नौकरी
जागृति ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद जनरल एप्टीट्यूडट टेस्ट इन इंजीनियरिंग(गेट) की परीक्षा दी। उन्होंने परीक्षा में सफलता हासिल करते हुए भारत हेवी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड(भेल) में नौकरी हासिल की।
दो साल बाद छोड़ी नौकरी
जागृति को सरकारी उपक्रम में अच्छे पैकेज पर नौकरी मिल गई थी। हालांकि, इसके बाद भी उनका नौकरी में मन नहीं लगा, क्योंकि उनके मन में आईएएस बनने का सपना था। ऐसे में उन्होंने दो साल नौकरी करने के बाद नौकरी छोड़ने का फैसला लिया।
View this post on Instagram
ऑनलाइन कोचिंग में दाखिला
जागृति ने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ने के बाद दिल्ली में एक कोचिंग संस्थान में दाखिला लिया। लेकिन, साल 2020 में कोविड आने की वजह से उन्हें भोपाल लौटना पड़ा। यहां उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से अपनी तैयारी करना शुरू की।
पहले प्रयास में हो गई थी फेल
जागृति अवस्थी ने अपना पहला प्रयास किया और अपने पहले प्रयास में उन्हें असफलता का मुंह देखना पड़ा। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास के लिए जुट गई।
दूसरे प्रयास में दूसरी रैंक के साथ बनी आईएएस
जागृति अवस्थी ने अपने दूसरे प्रयास में अपनी कमियों पर काम किया। इस बार उन्होंने पहले के मुकाबले अधिक मेहनत की और रिविजन पर भी जोर दिया। ऐसे में उन्होंने दूसरे प्रयास में न सिर्फ परीक्षा को पास किया, बल्कि दूसरी रैंक के साथ वह आईएएस टॉपर भी बन गई।
यूपीएससी की अन्य सक्सेस स्टोरी पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
पढ़ेंः Success Story: प्रीलिम्स में 5 बार फेल, छठे प्रयास में 46 रैंक के साथ IFoS बनी राम्या