वस्तुतः कोई भी काम 98 प्रतिशत मामलों में तो बैठकर ही किया जाता है.लेकिन बात है लगातार बैठकर काम करने की. अमूमन वर्किंग लोगों को 8 से 9 घन्टे बैठकर काम करना पड़ता है और यह रूटीन सरकारी तथा प्राइवेट सभी दफ्तरों में लगभग समान ही है. कार्पोरेट सेक्टर में तो कहीं कहीं यह शिड्यूल में 10 घंटे तक का भी हो जाता है लेकिन आम तौर पर नियमित घंटे 8 या 9 ही होते हैं. अगर आप भी ऐसे ही किसी दफ्तर के कर्मचारी हैं जहाँ कम से कम 8 या 9 घंटे काम की डिमांड होती है तो अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा तथा भविष्य में लम्बे समय तक काम करने की इच्छा को पूरी करने के लिए कुछ विशेष बातों पर गौर करना जरुरी है. यदि आप अपने काम की वजह से बिना हिले डुले लगातार 3-4 घंटे काम करने को मजबूर हैं तो सावधान हो जाइए संभव है कि आप कई तरह की बीमारियों से ग्रस्त हो जायेंगे. आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाएगी तथा हो सकता है कि आपकी जीवन प्रत्याशा में भी कमी आ जाये.

कुछ शोध की रिपोर्ट के अनुसार जो लोग काफी देर तक एक जगह पर बैठे रहते हैं, उनमें दूसरे लोगों की तुलना में मौत का शुरुआती जोखिम बहुत बढ़ सकता है. कुछ शोध के निष्कर्षो से यह भी पता चला है कि जो लोग सबसे ज्यादा समय तक बैठे रहते हैं, यानी दिन में 8 से 13 घंटे तक, उनमें मौत का खतरा 60 से 90 मिनट तक बैठे रहने वालों की तुलना में लगभग दोगुना होने की संभावना है.
अतः अगर आपका इस तरह का कार्य है तो कोशिश करें कि हर आधे घंटे पर 2 मिनट के लिए ही सही अपने सीट से उठकर इधर उधर टहलें. कुछ शोध में यह भी बताया गया है कि
जो लोग 30 मिनट से कम समय तक एक जगह पर बैठे रहते थे, उनमें मौत का खतरा सबसे कम रहा. एक शोध की रिपोर्ट 'एनाल्स ऑफ इंटरनल मेडिसीन' में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार शोधार्थियों की एक टीम ने 45 वर्ष की उम्र से अधिक 7,985 लोगों पर सात दिनों तक उनकी हिप-माउंटेड गतिविधि पर नजर रखी और पाया कि लम्बे समय तक एक जगह पर बैठकर काम करना स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक है.
वेइल कॉर्नेल मेडिकल सेंटर की प्रोफेसर मोनिका सेफर्ड के अनुसार "शोध बताते हैं कि लंबे समय तक एक जगह बैठे रहना हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक है."
इसलिए हर किसी को इस विषय में सजग रहने की जरुरत है. काम जरुरी है लेकिन उससे भी जरुरी है अपने आप को स्वस्थ्य रखना.जब आप स्वस्थ्य ही नहीं रहेंगे तो काम कैसे कर पायेंगे. अतः इसके लिए तत्पर रहें और कुछ विशेष बातों पर गौर करें-
- हर आधे घंटे पर अपनी सीट से उठें और 2 मिनट के लिए इधर उधर टहलें तथा पुनः सीट पर वापस आ जाएं.
- अगर इधर उधर जाना संभव न हो तो अपनी सीट पर ही कुर्सी छोड़कर अपने पूरे शरीर की स्ट्रेचिंग करें.
- अपनी गर्दन को दायें से बाएं तथा बाएं से दायें दोनों तरफ कम से कम 5 बार घुमाएं.
- पैरों को भी स्ट्रेच करें .
- 2 मिनट तक गहरी और लम्बी साँस लें.
अगर संभव हो तो भ्रमण प्राणायाम करें.