डिप्टी रेंजर का पद केंद्र और राज्य सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के अधीन वनों के क्षेत्र में कार्य करने वाले विभागों, आदि में होता है. सरकारी संगठनों में डिप्टी रेंजर का पद ग्रुप ‘सी’ स्तर का पद होता है. डिप्टी रेंजर के पदों पर नियुक्ति के लिए चयन केंद्र सरकार के अधीन विभागों या संगठनों के लिए कर्मचारी चयन आयोग द्वारा और राज्यों के मामलों में सम्बन्धित राज्य के कर्मचारी अधीनस्थ सेवा चयन आयोगों द्वारा की जाती है. डिप्टी रेंजर का कार्य होता है कि वह तैनाती के क्षेत्र में वनों में पेड-पौधों, मृदा, नमी, वन्य जीवों के संरक्षण के लिए अपने सहयोगी कर्मचारियों के साथ कार्य करे. डिप्टी रेंजर प्रोन्नति के बाद रेंज ऑफिसर (एफआरओ) के पद पर तैनात किये जाते हैं जो कि सर्किल इंस्पेक्टर (थ्री स्टार रैंक्ड गजटेड ऑफिसर) का पद होता है. वहीं, डिप्टी रेंजर एसआई (टू-स्टार रैंक्ड) के समकक्ष माना जाता है.
डिप्टी रेंजर के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
डिप्टी रेंजर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या बोर्ड से हायर सेकेंड्री उत्तीर्ण हों. साथ ही, वन सर्वेक्षण के क्षेत्र में या किसी राज्य के वन विभाग में वन स्रोत सर्वेक्षण के क्षेत्र में कम से कम दो वर्ष का कार्य-अनुभव होना चाहिए.

डिप्टी रेंजर के लिए कितनी है आयु सीमा?
डिप्टी रेंजर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से 27 वर्ष के बीच हो. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
डिप्टी रेंजर के लिए चयन प्रक्रिया
डिप्टी रेंजर के पद पर कर्मचारी चयन आयोग द्वारा उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाता है. लिखित परीक्षा कंप्यूटर आधारित बहुविकल्पीय प्रकृति की होती है जिसमें जनरल इंटेलीजेंस, जनरल अवेयरनेस, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और इंग्लिश लैंग्वेज से सम्बन्धित प्रश्न होते हैं. लिखित परीक्षा में (0.50 अंक) की निगेटिव मार्किंग भी होती है. कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को न्यूनतम 35% अंक अर्जित करने होते हैं. लिखित परीक्षा के अंकों के आधार पर तैयार मेरिट लिस्ट के अनुसार उत्तीर्ण उम्मीदवारों को दस्तावेज सत्यापन के लिए आमंत्रित किया जाता है.
कितनी मिलती है डिप्टी रेंजर को सैलरी?
डिप्टी रेंजर के पद पर छठें वेतन आयोग के पे-बैंड 1 (रु. 5200-20200/- + ग्रेड पे रु. 2400) के अनुरूप सैलरी दी जाती है. इसके साथ ही सरकार द्वारा लागू विभिन्न प्रकार के भत्ते दिये जाते हैं. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.
डिप्टी रेंजर को कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
डिप्टी रेंजर का पद केंद्र और राज्य सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के अधीन वनों के क्षेत्र में कार्य करने वाले विभागों, आदि में होता है. इन विभागों या संगठनों के लिए कर्मचारी चयन आयोग द्वारा और राज्यों के मामलों में सम्बन्धित राज्य के कर्मचारी अधीनस्थ सेवा चयन आयोगों द्वारा की जाती है. इन सभी रिक्तियों के बारे में अधिसूचना समय-समय पर आयोगों द्वारा निकाली जाती हैं. साथ ही भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.