ऑफिस की राजनीति उन सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है जिसका पेशेवरों को कार्यालय में सामना करना पड़ता है. किसी परजीवी की तरह, कार्यालय की राजनीति आपके उत्पादक समय और ऊर्जा पर बुरा असर डालती है. कर्मचारी और कम्पनी दोनों के सचेत प्रयासों के बावजूद; कार्यालय की राजनीति का खतरा हर किसी की उत्पादकता कम कर देता है. भले ही वह एक अरब डॉलर की बहुराष्ट्रीय कंपनियां हों या एक छोटा स्टार्ट-अप ही क्यों न हो, ऑफिस की राजनीति किसी भी संगठन को नहीं छोड़ती है. ऐसे मौकों पर, कर्मचारियों को काम-जीवन संतुलन बनाना बहुत कठिन लगने लगता है. कर्मचारियों के साथ शीत युद्ध और टकराव आपके काम में हस्तक्षेप करता है. यदि आप इन सभी बाधाओं के बावजूद उत्पादक बने रहना चाहते हैं, तो कार्यालय की राजनीति से बुद्धिमानी से निपटने के लिए हमारे इन सुझावों पर नजर डालें.
1. स्थिति का विश्लेषण करें
जब आप अपने कार्यालय में राजनीति की गंध महसूस करते हैं, तो खुद को इसमें सीधे शामिल न करें. इससे पहले कि आप किसी को दोषी करार दें, आप पूरी स्थिति का विश्लेषण करें और बिगड़ी हुयी स्थिति की पृष्ठभूमि को समझने का प्रयास करें .

यह भी देखना जरूरी है कि क्या आपको लड़ाई / तर्क में घसीटा जा रहा है या नहीं. ऐसी स्थितियों में एक शांत दृष्टिकोण अपनाना उचित है क्योंकि नकारात्मक पहलुओं के बारे में सोचने से आपकी उत्पादकता में बाधा आएगी. जो बदले में आपका बैकलॉग बढ़ा के आपके सामने काम का ढेर लगा देगा. बाद में, यह आपके और आपके प्रबंधक के बीच झड़पों का कारण बन सकता है. इसीलिए ऐसे स्थिति में पड़ने से बेहतर शांत रहकर सब कुछ देखें.
2. चतुर सहकर्मियों से सावधान रहें
चतुर सहकर्मी असली गेम बदलने वाले कारक होते हैं जो यह सुनिश्चित करते हैं कि कार्यालय की राजनीति आसानी से ख़त्म नहीं हो. उन्हें एक बलि के बकरे की जरूरत होती है जिस पर दोष डाला जा सके. और वे आपको भी बलि का बकरा बना सकते हैं. इसलिए ऐसे सहकर्मी या सहयोगियों के समूह से सावधान रहें जो कार्यालय में राजनीति के खेल को चलाने में गर्व करते हैं. यह आपके हाथ में है कि आप कैसे अपने निजी और व्यावसायिक जीवन के बीच संतुलन बनाए रखते हैं. अपना काम समय पर करने के लिए समर्पित रहें और अपनी समय सीमा निर्धारित करें. आपका काम ही आपके व्यक्तित्व और ईमानदारी के बारे में बात करेगा. घर में रहकर कार्यालय के झड़पों की वजह से हताश न हों और अपने परिवार के साथ गुणवत्ता का समय बिताएं.
3. तटस्थ दृष्टिकोण बनाए रखें
जब आप ऑफिस की राजनीति में घसीटे जा रहे होते हैं आपके सहयोगी आपको पक्ष लेने के लिए प्रेरित करते हैं, ऐसी स्थित में, बिना दुसरे पक्ष की सुने किसी का भी पक्ष न लें. जब तक आप पूरी स्थिति से अवगत न हों, एक तटस्थ स्टैंड बनाए रखें. प्रत्येक व्यक्ति संगठन में एक प्रासंगिकता रखता है. जब आप दूसरे की जगह एक को चुनते हैं तो यह व्यावसायिक संबंधों में बुरा असर डालता है. आपके सहकर्मियों के साथ ख़राब संबंध आपके कार्यप्रवाह पर भी बुरा असर डालेंगे. तटस्थ दृष्टिकोण बनाए रखने से आपको अपने सहयोगियों के साथ स्वस्थ पेशेवर और व्यक्तिगत संबंध बनाए रखने में मदद मिलेगी.
4. मामले पर व्यकिगत रूप से बात करें
यह कार्यालय की राजनीति से निपटने का सबसे अच्छा समाधान नहीं हो सकता है, लेकिन जब स्थिति नियंत्रण से बाहर निकलने लगती है तब यह तरीका मदद करता है. अपने उन सहयोगियों से बात करें, जिनकी आपके बारे में गलत धारणा हो सकती है. उन्हें आपके व्यक्तित्व के बारे में उन नकारात्मक धारणाओं को बाहर निकालने का समय दें जिनकी वजह से आपके बीच दरार पैदा हो रही है. उनकी उम्मीदों को सुनें और उनके साथ अपनी भी साझा करें. इस तरह आप बहुत से मतभेदों से दूर रह सकेंगे.
5. सभी के लिए अच्छा माहौल बनाएं
कार्यालय की राजनीति पूरे संगठन का माहौल ख़राब कर सकती है. यहां तक कि अगर आप ऐसे स्थिति से बाहर हैं तो भी यह टीम के अंदर तनावपूर्ण माहौल पैदा कर सकती है. इसकी नकारात्मकता संक्रामक है. जब आप नकारात्मक वाइब्स महसूस करने लगते हैं तो कार्यस्थल पर संयमपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए अपने टीम के साथियों या प्रबंधक से बात करें. कर्मचारियों के बौद्धिक विकास के लिए सकारात्मक वातावरण काफी प्रेरणादायक होता है. यह एक सकारात्मक दृष्टिकोण भी पैदा करता है, जो स्वस्थ कार्य-जीवन संतुलन के लिए आवश्यक तत्व है.
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