'वन स्कूल, वन IAS’ प्रोग्राम के तहत केरल के गरीब छात्र अब ले सकेंगे सिविल सेवा परीक्षा के लिए मुफ्त कोचिंग
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शनिवार को आधिकारिक रूप से वन स्कूल वन आईएएस कार्यक्रम शुरू किया, जो गरीब मेधावी छात्रों के लिए यूपीएससी सिविल सेवा या आईएएस परीक्षा के लिए मुफ्त कोचिंग प्रदान करेगा।

एक IAS अधिकारी बनना देश के लाखों युवाओं का सपना होता है। परन्तु कही निजी कारणों तो कहीं आर्थिक तंगी के चलते कई होनहार छात्र काबिलियत होने के बावजूद अपना सपना पूरा नहीं कर पाते हैं। ऐसे ही छात्रों की मदद के लिए भारत के केरल राज्य में एक नए कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है। शनिवार को राज्य के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान द्वारा केरल के 10,000 मेधावी लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को सिविल सेवाओं और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में मुफ्त कोचिंग प्रदान करने की योजना शुरू की गई।आइये जानते हैं इस प्रोग्राम से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें:
Vedhik Erudite Foundation द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है कार्यक्रम
वेदिक एरुडाइट फाउंडेशन द्वारा प्रायोजकों के समर्थन से कार्यान्वित किए जा रहा है 'वन स्कूल, वन आईएएस' कार्यक्रम। राज्यपाल द्वारा वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से किये गए उदघाटन में उन्होंने कहा, "यह उच्च शिक्षा मंच बच्चों को अपनी भविष्य की योजनाओं को पूरी तरह से परिभाषित करने और उनके क्षितिज को व्यापक बनाने का मौका देगा।एक सिविल सेवक के रूप में सेवा करने का सपना हर युवा अपने मन में देखता है। लेकिन, उनमें से बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कहां से शुरुआत करें और क्या करें। यह कार्यक्रम ऐसे सभी छात्रों की मदद करेगा।"
सिविल सेवा के साथ-साथ दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं पर भी रहेगा फोकस
यह पहल सिविल सेवाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के साथ ही अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की भी तैयारी के लिए छात्रों की मदद करेगी। अकादमी ग्रामीण क्षेत्रों के उम्मीदवारों पर ध्यान केंद्रित करेगी और उन्हें हाई स्कूल लेवल से ही उच्च शिक्षा के बारे में जागरूक करेगी।
समारोह को फाउंडेशन संरक्षक डॉ. सी. आनंदा बोस और निदेशक डॉ. मुहम्मद बशीर ने ऑनलाइन संबोधित किया।समारोह में वेदिक इरुदिते फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ। जे अलेक्जेंडर, सीरो-मालाबार कैथोलिक चर्च के मेजर आर्कबिशप कार्डिनल जॉर्ज अलेंचेरी, फाउंडेशन के निदेशक डॉ। अलेक्जेंडर जैकब और शांता बिदारी, उपाध्यक्ष बाबू सेबेस्टियन और सचिव जेम्स मैटम ने भी हिस्सा लिया।
केरल के पूर्व डीजीपी अलेक्जेंडर जैकब ने कहा कि सिविल सर्विसेज के सफल होने के लिए एक फीसदी प्रेरणा महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि वह अब तक 525 आर्थिक रूप से कमज़ोर उम्मीदवारों को प्रशिक्षण दे चुके है।
केरल की 21 वर्षीय आर्य राजेंद्रन बनी भारत की सबसे युवा मेयर - जानें कौन हैं यह CPI(M) नेता