Success Story: सिविल सेवाओं की तैयारी कर रहे युवा किसी न किसी परेशानी से गुजर रहे होते हैं। देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों पर दबाव अधिक होता है। ऐसे में खुद को मोटिवेट रखने के लिए युवाओं को कुछ प्रेरक कहानियों की आवश्यकता होती है, जिससे कुछ लोगों के संघर्ष से प्रेरणा लेते हुए किसी भी परिस्थिति में संभला जा सके और अर्जुन की तरह एकाग्र होकर अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ सके। आज हम आपको मध्यप्रदेश की सविता प्रधान गौड़ की कहानी बताने जा रहे हैं, जिनका बचपन आर्थिक परेशानी में गुजरा। कम उम्र में ही शादी हो गई, जिसके बाद ससुराल की तरफ से सहयोग नहीं मिला। ऐसे में मजबूरी में घर छोड़ना पड़ा और फिर सिविल सेवा की तैयारी की और PCS बनकर जवाब दिया।
सविता का परिचय
सविता मूलरूप से मध्यप्रदेश के मंडी गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने अपने जिल से ही प्राथमिक शिक्षा पूरी की। डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके स्कूल जाने पर उनके माता-पिता को स्कॉरशिप मिल जाती थी, जिससे वह निरंतर पढ़ती रही। इसके साथ ही स्कूल जाने के लिए उनका किराया दो रुपये लगा करता था, लेकिन वह रुपये नहीं होने के कारण कई बार पैदल ही निकल जाती थी।

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कम उम्र में हो गई थी शादी
सविता जब पढ़ रही थी, तब एक बड़े परिवार से उनके लिए रिश्ता आया, जिसके बाद परिवार ने उनकी शादी कर दी। कम उम्र में ही सविता की शादी हो गई थी। डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, शादी के बाद उन्हें घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ा। उन्हें सुसराल में रहते हुए कई बंदिशों का सामना करना पड़ा।
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छोड़ना पड़ा घर
सविता के दो बेटे थे, लेकिन वह लगातार घरेलू हिंसा का सामना कर रही थी। ऐसे में एक दिन परेशान होकर वह अपने दोनों बेटों को लेकर ससुराल से निकल गई।
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ब्यूटी पार्लर में किया काम
सविता ने ससुराल छोड़ने के बाद एक ब्यूटी पार्लर में काम किया। इसके साथ ही इंदौर विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई करने के साथ-साथ उन्होंने सिविल सेवाओं की तैयारी भी शुरू कर दी थी, जिससे वह अधिकारी बन सके।
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ससुराल को PCS बनकर दिया जवाब
सविता ने सिविल सेवाओं की तैयारी की और इसमें सफलता प्राप्त करते हुए वह PCS बन गई। अधिकारी बनने के बाद भी उनके ससुराल पक्ष की ओर से उन्हें परेशान किया जाता था। ऐसे में परेशान होकर उन्होंने अपने ससुराल पक्ष पर मुकदमा भी दर्ज कराया। साथ ही अपने पति से तलाक भी लिया। वर्तमान में सविता मध्यप्रदेश में शहरी प्रशासन में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं और उनकी दूसरी शादी हो गई है।