समकालीन संगठनों में एक नई अवधारणा विकसित हुई है वह है कार्य की नैतिकता. वर्षों से इसके कार्यान्वयन और समझ ने नए नए रूप लिए है और इसकी संगठनात्मक संस्कृति को नया रूप दिया है. एक कंपनी जो अपने कर्मचारियों का ध्यान रखती है और उन्हें विकास के लिए पर्याप्त अवसर देती है, उसकी मांग बाजार में अधिक आकर्षण प्राप्त करती है. उस कम्पनी से जुड़ने के लिए बहुत सारे आवेदक पहले से ही इच्छुक रहते हैं. इसके अलावा, एक कंपनी जो नैतिकता को सम्मान देती है वह लंबे समय तक सफल रहती है.
लेकिन मानव पूंजी के सहमति और सहयोग के बिना, नैतिकता केवल एक ज्ञापन में मुद्रित नियमों का सेट है. नैतिकता को वास्तव में जीवित रखने के लिए हर एक कर्मचारी को इसके प्रति उत्साह और लगन दिखानी होगी. इसी बात का ध्यान रखते हुए हमने यहां कुछ सुझाव दिए हैं जो संगठन में कार्य की नैतिकता को बढ़ावा देने में मदद करेगा.
1. लक्ष्य की स्पष्टता को लेकर बातचीत करें

कंपनी के स्टेकहोल्डर्स के दीर्घकालिक लक्ष्यों के बारे में स्पष्टता होनी जरूरी है. किसी संगठन का मूल आधार उसके अपने लक्ष्यों की समझ पर निर्भर करता है. जब तक आपके लक्ष्य स्पष्ट नहीं होंगे आपके आदर्श आपकी वास्तविकता में तब्दील नहीं होंगे. वर्क एथिक्स स्थापित करने की सफलता के पीछे बातचीत ही एक मुख्य जरिया है.
2. वास्तविक समय सीमा प्रदान करें
एक बार जब आप लक्ष्यों को सूचित करते हैं, तो उत्पादकता और समय सीमा में भी सामंजस्य बैठाएं. इस तरीके से लक्ष्यों को प्राप्त करने के समय सीमा तथा मात्रा निर्धारित की जा सकती है.इससे कर्मचारी भी अपने प्रदर्शन को मापने में सक्षम होंगे. फोकस बनाने के लिए वास्तविक समय सीमा बनाएं. अवास्तविक समय सीमा कर्मचारियों को हतोत्साहित कर सकती है. इसलिए उत्पादकता को मापने के लिए एक मापदंड के तहत समय सीमा के महत्व को कम नहीं आंकना चाहिए.
3. उत्साहित और आशावादी दृष्टिकोण रखें
विंस्टन एस चर्चिल ने एक बार कहा था कि " दृष्टिकोण एक छोटी चीज है जिससे बहुत बड़ा फर्क पड़ता है.” संस्कृति में हर किसी का मिश्रण करने के लिए कर्मचारियों को सकारात्मक दृष्टिकोण रखना चाहिए. यह लगातार उन्हें सकारात्मक सोचने के लिए बाध्य करेगा और यह अच्छे परिणाम लाने के लिए उनको उत्साहित भी करेगा. वर्क एथिक्स में समयनिष्ठता तथा टीम प्रबंधन की माग बढती जा रही है.
4. पेशेवर पोशाक पहनें
जिस तरह से आप काम पर प्रतीत होते हैं वह आपके रवैये के बारे में बहुत कुछ कहता है. कोको चैनल कहा है कि “अगर आप ख़राब पोशाक पहनते हैं तो लोग पोशाक पर ध्यान देते हैं, अगर आप सही पोशाक पहनते हैं तो लोग आप पर ध्यान देते हैं”.
अच्छी तरह से तैयार होने का यह संकेत है कि आप अपने काम की जगह पसंद करते हैं. कार्य की नैतिकता स्थापित करने के लिए ड्रेसिंग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
5. टीम के सदस्यों के बीच विश्वास विकसित करें.
विश्वास एक भावना है और यह भावना अलग-अलग जगह से आये अलग-अलग तरह के लोगो में स्थापित करना मुश्किल काम है. यह कहना अनावश्यक है कि एक खुशनुमा वर्कप्लेस पर विश्वास की प्रासंगिकता बढ़ जाती है. यह स्वस्थ रिश्ते बनाने में सहायता करता है. नतीजतन यह मजबूत वर्क एथिक्स के गठन के लिए एक आवश्यक घटक बन जाता है. यदि आप अपने मैनेजर पर भरोसा करते हैं, तो आप अपनी समस्याओं पर चर्चा करने के लिए सहज महसूस करेंगे. यदि आपकी टीम में भरोसेमंद सदस्य हैं, तो आप सभी बाधाओं के बावजूद हमेशा सफल होंगे.
6. योग्य लोगों को इनाम दें
एक डच कहावत है कि इनाम मेहनत को मीठा बना देता है. इस बात से वास्तव में इनकार नहीं किया जा सकता है. जब एक व्यक्ति अपने मन के हिसाब से परिणाम लाता है, तो उसे पुरस्कृत किया जाना चाहिए. यह एक स्वस्थ वर्क एथिक्स का माहौल पैदा करेगा और कार्य को समय सीमा में करने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देगा. पुरस्कार का अर्थ केवल मौद्रिक लाभ नहीं है. छोटी छोटी सफलताओं के लिए प्रशंसा में तालियाँ बजाना भी बहुत हौसला बढाती है.
वर्क एथिक्स उन पोषक तत्वों की तरह होती है जो अंतर्निहित विकास के लिए आवश्यक होती हैं लेकिन जब इन्हें अनदेखा किया जाता है तो यह एक बीमारी की तरह भी हो जाती है.
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