‘आपकी उम्र क्या है’ ये मायने नहीं रखती पर आपका ‘ट्रैक रिकॉर्ड क्या है'ये मायने रखता है खाशकर तब जब कंपनी के कर्मचारियों के नियुक्ति और पदोन्नति के बारे में सोच रही हो. प्रोफेशनल्स के प्रोमोशन और रिक्रूटमेंट के लिए अपनाई जाने वाले ट्रेडिशनल प्रोसीजर के अनुसार एक व्यक्ति जो आपसे उम्र में छोटा है आपको निर्देश देने की भूमिका में आ सकता है.
जब आपका बॉस आपसे उम्र में छोटा हो,तो अपने प्रोफेशनल लाइफ को सही तरीके से समन्वित करने के लिए इन उपायों को आजमायें.
सबको सम्मान दें
सम्मान ऐसी चीज है जिसकी हर कोई अपेक्षा करता है “आप दूसरों के साथ जैसा व्यव्हार करते है बदले में आपको वैसा ही व्यव्हार मिलता है” यह सम्मान पाने और न पाने का एक सामान्य और सरल सा सूत्र है. इससे यह स्पष्ट है कि आपका बॉस भी आपका सम्मान करेगा यदि आप उसका सम्मान करते हैं. इस तरह आप अपने बॉस से मैत्रीपूर्ण रिश्ता आसानी से बना सकते हैं. यह आपके न केवल करियर और प्रोफेशनल लाइफ के लिए बेहतर होगा बल्कि आपकी सोशल लाइफ के लिए भी सही होगा. इसलिए अपने बॉस का सम्मान करें और अच्छे,स्वस्थ और मैत्रीपूर्ण संबंध बनाने की कोशिश करें.

अपने बॉस पर विश्वास करें
कंपनियां,संगठन और संस्थान आवश्यक मिनिमम एलिजिबिलिटी से समझौता नहीं करते,खासकर तब जब नियुक्तियां शीर्ष पदों पर की जा रही हों. योग्य कैंडिडेट को चुनने के लिए कम्पनियां पर्याप्त समय और संसाधन खर्च करती हैं. इसका मतलब यह है कि कंपनी जिस भी अधिकारी या कर्मचारी को नियुक्त करती है उसे नियुक्ति की कठिन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जिसमें बिना दक्षता के क्वालीफाई करना असंभव सा होता है.इसलिए आपका अपने बॉस की क्षमताओं पर शक करना गलत और मुर्खतापूर्ण व्यवहार है.अपने बॉस पर भरोसा करें, यह न केवल आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा बल्कि आपके और आपके बॉस के बीच एक अच्छे संबंध भी बनाएगा.
कोआर्डिनेट करना सीखें
संगठनों,कंपनियों और संस्थानों में बड़े और महत्वपूर्ण असाइनमेंट्स और प्रोजेक्ट्स पर काम टीम लीडर के दिशानिर्देशन में होता है. वो असाइनमेंट्स या प्रोजेक्ट्स से जुड़ी सभी जरूरी बातों का ध्यान रखते हुए अपने टीम के सदस्यों से ये कार्य संपन्न कराते हैं.कॉर्पोरेट कंपनियों में प्रोफेशनल्स इसी तरह से काम करते हैं और अपने कंपनी की बड़ी उब्लाब्धियों में योगदान देते हैं. हर किसी की भूमिका पहले से ही तय होती है. यदि आप कोआर्डिनेट नहीं करते हैं,तो आपके बॉस के लिए कार्यों को पूरा कर पाना मुश्किल हो जाएगा और काम के लिए निगेटिव अप्रोच से आपकी प्रोफेशनल लाइफ दुष्प्रभावित होगी.
मित्रवत व्यवहार करें
यदि आपका बॉस आपसे उम्र में छोटा है,तो उसके साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाने का प्रयास करें. अक्सर यह देखा जाता है कि जो प्रोफेशनल्स अपने मैनेजर के साथ फ्रेंडली रिलेशन रखते हैं वो काम के प्रति अपने दृष्टिकोण को उसके समक्ष आसानी से रख पाते हैं. इसके अतिरिक्त आप मित्रवत व्यवहार के जरिये अपने विचारों,चुनौतियों और करियर की आकांक्षाओं को आसानी से निर्भीकता पूर्वक व्यक्त कर सकते हैं. वास्तव में यह आपके करियर में उन्नति के लिए आवश्यक है.
प्रोफेशनल अप्रोच रखें
काम करते समय हमेशा प्रोफेशनल अप्रोच रखना चाहिए. कभी भी अनुसाशन का उलंघन न करें. कल्पना कीजिये कि आप अपने बॉस से बात कर रहे हैं और जज्बात में आकर आप बहुत जोर जोर से बोलने लगें. ऐसी स्थिति में आपके इर्द गिर्द हर कोई आपको और आपके बॉस को देखने लगेंगे जो बिलकुल सही नहीं है. हो सकता है आप किसी की आलोचना के शिकार भी हों.
निष्कर्ष
कभी कभी ऐसा देखने को मिलता है कि प्रोफेशनल्स को एक ऐसे बॉस के दिशानिर्देश पर काम करना पड़ता है जो उनसे उम्र में छोटा होता है. सामान्यतः कुछ प्रोफेशनल इस स्थिति को सही तरीके से हैंडल नहीं कर पाते जो आगे चलकर उनके लिए परेशानी का कारण बन सकता है. अतः अगर ऐसी स्थिति आती है,तो किस प्रकार उसका सही तरीके से सामना किया जा सकता है एवं सुचारू रूप से काम किया जा सकता है इसकी संक्षिप्त जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से दी गयी है.