ये टॉप ITI कोर्सेज दिला सकते हैं आपको तुरंत सूटेबल जॉब्स

भारत के इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स (ITIs) पोस्ट-सेकेंडरी ट्रेनिंग स्कूल्स हैं जहां स्टूडेंट्स को विभिन्न ट्रेड्स में प्रोफेशनल/ वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाती है.

Top 10 Job oriented ITI Courses
Top 10 Job oriented ITI Courses

भारत में DGET (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ एम्पलॉयमेंट एंड ट्रेनिंग), मिनिस्ट्री ऑफ़ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप, भारत सरकार के अधीन कार्यरत इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स (ITIs) और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सेंटर्स (ITCs) वास्तव में ऐसे पोस्ट-सेकेंडरी ट्रेनिंग स्कूल्स हैं जहां इंडियन स्टूडेंट्स को वर्ष 1950 से कई ट्रेड्स में प्रोफेशनल/ वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाती है. अगर स्टूडेंट्स अपनी 10वीं/ 12वीं क्लास पास करने के बाद भारत के किसी भी राज्य में कार्यरत ITI से अपनी पसंदीदा फील्ड में कोई ट्रेनिंग कोर्स पूरा कर लेते हैं तो वे कभी बेरोजगार नहीं रह सकते और अन्य जॉब सीकर्स के मुकाबले में उन्हें जॉब मिलने की संभावना बहुत बढ़ जाती है क्योंकि उनके पास संबद्ध वर्क फील्ड में प्रोफेशनल ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट और कोर्स के दौरान हासिल प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस होता है. भारत में स्टूडेंट्स को ऑफर किये जा रहे सभी ITI कोर्सेज का लक्ष्य प्रैक्टिकल आस्पेक्ट्स के साथ-साथ स्टूडेंट्स को वोकेशनल ट्रेनिंग मुहैया करवाना होता है. आइये आगे पढ़ें यह आर्टिकल:

Career Counseling

ITI कोर्सेज में एडमिशन लेने की प्रोसेस और कोर्स-ड्यूरेशन

हर साल जुलाई/ अगस्त के महीने में विभिन्न ITI ट्रेड्स में नए एडमिशन्स होते हैं. हर साल 01 अगस्त से नया सेशन शुरू होता है. नेशनल काउंसिल ऑन वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) की गाइडलाइन्स के मुताबिक देश के विभिन्न ITI इंस्टीट्यूट्स में एडमिशन मेरिट बेस्ड/ रिटन एग्जाम के आधार पर दिए जाते हैं. विभिन्न प्राइवेट ITI इंस्टीट्यूट्स में स्टूडेंट्स को डायरेक्ट एडमिशन दिया जाता है. आमतौर पर विभिन्न ITI कोर्सेज की अवधि 6 महीने से 2 वर्ष तक होती है जो विभिन्न कोर्सेज के टाइप और नेचर पर निर्भर करती है. कंप्यूटर हार्डवेयर जैसे कुछ कोर्सेज की अवधि 3 वर्ष तक भी हो सकती है.

ITI कोर्सेज के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया

किसी ITI/ ITC में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट ने किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से कम से कम 10वीं क्लास (SSLC/ मैट्रिकुलेशन) पास की हो या समान योग्यता प्राप्त की हो.

ITI कोर्सेज के लिए एज लिमिट

विभिन्न ITI कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स की आयु 14 वर्ष से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए. एससी/ एसटी/ ओबीसी कैंडिडेट्स को अधिकतम आयु में 3 वर्ष की छूट दी गई है और विडोज/ सेपरेटेड वीमेन के लिए अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष निर्धारित की गई है.

भारत में उपलब्ध ITI कोर्सेज

इन ITI कोर्सेज को मुख्य रूप से 2 बड़े भागों में बांटा जा सकता है जैसेकि:

·         इंजीनियरिंग कोर्सेज/ ट्रेड्स 

ये कोर्सेज टेक्निकल नेचर के होते हैं और इन कोर्सेज का फोकस इंजीनियरिंग, मैथमेटिक्स, साइंस और टेक्नोलॉजी के कॉन्सेप्ट्स पर होता है.

·         नॉन-इंजीनियरिंग कोर्सेज/ ट्रेड्स

ये कोर्सेज नॉन-टेक्निकल किस्म के होते हैं और विभिन्न सॉफ्ट स्किल्स, लैंग्वेजेज तथा अन्य कई सेक्टर-विशेष स्किल्स और नॉलेज की तरफ इन कोर्सेज का फोकस होता है.

भारत के टॉप जॉब ओरिएंटेड ITI कोर्सेज

आइये अब भारत के कुछ टॉप जॉब ओरिएंटेड ITI कोर्सेज की जानकारी हासिल करें:

·         वायरमैन

यह एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से संबद्ध वोकेशनल ट्रेड है तथा इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष है जिसमें 4 सेमेस्टर शामिल हैं. हरेक सेमेस्टर 6 महीने का होता है. इस कोर्स में स्टूडेंट्स को एग्जिस्टिंग वायरिंग की रिपेयरिंग और रिप्लेसिंग से संबद्ध काम सिखाया जाता है. इसके अलावा, वायरिंग, फायर प्रोटेक्शन सिस्टम का इनस्टॉलेशन, ट्रबलशूट्स इलेक्ट्रिक सिस्टम्स आदि के मेथड्स भी सिखाये जाते हैं. साइंस विषय सहित 10वीं पास स्टूडेंट्स यह कोर्स कर सकते हैं.

·         नेटवर्क टेक्नीशियन

यह केवल 6 महीने का कोर्स है. नेटवर्क्स के बारे में ट्रेनिंग के बाद स्टूडेंट्स को डिप्लोमा दिया जाता है. इस कोर्स के लिए किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से 10वीं पास स्टूडेंट्स अप्लाई कर सकते हैं.

·         सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस

इस डिप्लोमा कोर्स में 10+2 पास या ग्रेजुएट स्टूडेंट्स एडमिशन ले सकते हैं. इस कोर्स के तहत टाइपिंग, बेसिक कंप्यूटर और रिसेप्शन वर्क से संबंधित कार्यों की ट्रेनिंग दी जाती है.

·         कंप्यूटर ऑपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट

इस कोर्स की अवधि 1 वर्ष है और 10वीं पास स्टूडेंट्स इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं. इस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को कंप्यूटर के हार्डवेयर सिस्टम्स, सेटिंग कंट्रोल और कोड्स के बारे में जानकारी और ट्रेनिंग दी जाती है.

·         इलेक्ट्रीशियन  

यह एक 2 वर्ष की अवधि का वोकेशनल कोर्स है जिसे पास करने के बाद कैंडिडेट्स क्वालिफाइड इलेक्ट्रीशियन्स बन जाते हैं. साइंस विषय के साथ 10वीं क्लास पास करने के बाद स्टूडेंट्स यह कोर्स कर सकते हैं. इस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को वायरिंग (रेजिडेंशियल, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल), लाइटिंग इनस्टॉलेशन (रेजिडेंशियल, कमर्शियल और आउटडोर्स), पॉवर जनरेशन, डिस्ट्रीब्यूशन और ट्रांसमिशन सिस्टम्स, इंसुलेटर्स, अर्थिंग, कैपेसिटर्स और इलेक्ट्रिकल सर्किट्स, बैटरीज, सर्विसिंग एंड रिपेयर ऑफ़ इलेक्ट्रिकल एप्लायंसेज (मोटर्स, पम्पस, फेंस, होम एप्लायंसेज, एसी, फ्रिज आदि), ट्रांसफार्मर्स और एसी/ डीसी सिस्टम्स के बारे में ट्रेनिंग दी जाती है.

·         फिटर

इस ट्रेनिंग कोर्स के तहत स्ट्रक्चरल फ्रेमवर्क और फ्रेमवर्क की असेम्बलिंग से संबद्ध ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग के दौरान स्टूडेंट्स को एंगल आयरन, आई-बीम्स, स्टाल प्लेट्स, हैंड टूल्स, और वेल्डिंग इक्विपमेंट्स का इस्तेमाल करके स्ट्रक्चरल फ्रेमवर्क को असेम्बल और फिट करना सिखाया जाता है. इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स ने अपनी 10वीं क्लास साइंस और मैथ्स सब्जेक्ट्स के साथ पास की हो. यह कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स अपना काम भी शुरू कर सकते हैं.

·         कारपेंटर

यह एक छोटे पैमाने का क्राफ्ट्समैन कोर्स है और इस कोर्स की अवधि 1 वर्ष है. इस कोर्स का सिलेबस 6 महीने के 2 सेमेस्टर में पूरा हो जाता है. इस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को बिल्डिंग, शिप्स, टिम्बर ब्रिजेज और कंकरीट फ्रेमवर्क के निर्माण के लिए टिम्बर कटिंग, शेपिंग, रि-शेपिंग और इनस्टॉलेशन की ट्रेनिंग दी जाती है. इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता किसी मान्यताप्राप्त स्कूल बोर्ड से 8 वीं क्लास पास करना है. यह कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं.

·         फाउंड्री-मैन

इस ITI कोर्स/ ट्रेड की समस्त एक्टिविटीज फाउंड्री से संबद्ध होती हैं. इस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को फाउंड्री से संबद्ध सभी आस्पेक्ट्स और फंक्शन्स की ट्रेनिंग दी जाती है. इस कोर्स में स्टूडेंट्स को फायर सेफ्टी इक्विपमेंट्स इस्तेमाल करते हुए सेफ्टी रखना, सैंड, माउल्ड और कोर तैयार करना, फर्नेसेज ऑपरेट करना सिखाया जाता है. इस कोर्स की अवधि 1 वर्ष है जिसके तहत 2 सेमेस्टर शामिल हैं. साइंस और मेथ्स सब्जेक्ट्स सहित 10 वीं पास स्टूडेंट्स इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं.

·         मेसन/ राजमिस्त्री (बिल्डिंग कॉनस्ट्रक्टर)

यह एक ऐसा कोर्स है जिसके तहत स्टूडेंट्स को कंस्ट्रक्शन से संबद्ध सभी आस्पेक्ट्स की जानकारी और ट्रेनिंग दी जाती है. यह कोर्स 1 वर्ष की अवधि और 2 सेमेस्टर में पूरा होता है. इस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को विभिन्न कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स को पूरा करने, हिस्टोरिकल बिल्डिंग्स के रेनोवेशन और रि-मॉडलिंग प्रोजेक्ट्स के साथ कंस्ट्रक्शन वर्क से संबद्ध पेपर वर्क की जानकारी दी जाती है. इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स ने 8वीं क्लास जरुर पास की हो.

·         वेल्डिंग   

इस ट्रेड या कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को वेल्डर्स, शेपर्स और मेज़रमेंट इंस्ट्रूमेंट्स का इस्तेमाल करते हुए मेटल स्ट्रक्चर्स को तैयार करना सिखाया जाता है. इसके अलावा, स्टूडेंट्स को इंस्ट्रक्शन्स के मुताबिक मेटल आइटम्स बनाना भी सिखाया जाता है. टीचर्स स्टूडेंट्स को डायग्राम्स, आउटलाइन्स और इमेजेज के इस्तेमाल से इस पेशे से संबद्ध काम करना भी सिखाते हैं. इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष है और साइंस तथा मैथ्स सब्जेक्ट्स के साथ 10वीं पास स्टूडेंट्स इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं.

कुछ अन्य महत्वपूर्ण ITI कोर्सेज के नाम निम्नलिखित हैं:

  • बुक बाइंडर
  • प्लम्बर
  • पैटर्न मेकर
  • एडवांस्ड वेल्डिंग
  • एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स
  • शीट मेटल वर्कर
  • टूल एंड डाई मेकर
  • एडवांस्ड टूल एंड डाई मेकर
  • पेंटर जनरल
  • माउल्डर
  • टर्नर
  • मशीनिस्ट
  • ड्राफ्ट्समैन मैकेनिकल
  • मैकेनिक कंप्यूटर हार्डवेयर
  • फ्रिज एंड एसी मैकेनिक
  • वॉच एंड क्लॉक मैकेनिक
  • मैकेनिक मोटर व्हीकल
  • मैकेनिक टूल मेंटेनेंस
  • मैकेनिक रेडियो एंड टीवी
  • इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक
  • इलेक्ट्रोप्लेटर
  • बेकर एंड कन्फेक्शनर
  • कटिंग एंड सीविंग
  • स्टेनोग्राफी – इंग्लिश
  • सर्वेयर

ITI एग्जाम और सर्टिफिकेट

स्टूडेंट्स अपनी वोकेशनल/ ट्रेड ट्रेनिंग पूरी करने के बाद ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट (एआईटीटी) देते हैं और इस टेस्ट में सफल होने वाले स्टूडेंट्स को नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी) दिया जाता है. 

भारत में ITI पास आउट कैंडिडेट्स के लिए प्रमुख जॉब रिक्रूटर्स:

·         इंडियन रेलवे: 

ग्रुप सी: सेकेंड कैटेगरी - सहायक लूप पायलट, टेक्नीशियन, क्रेन ड्राइवर, ब्लैकस्मिथ, कारपेंटर.

ग्रुप डी: गैंग मैन, स्विचमैन, ट्रैक मैन, गेटमैन, केबिन मैन, लीवर मैन, प्वॉइंट्स मैन, शंटर, की मैन, वेल्डर, फिटर, पोर्टर, ट्रैक मेनटेनर.

·         स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड:

इलेक्ट्रिशियन, वायरमैन, इलेक्ट्रोनिक मैकेनिक, फिटर, मेकेनिक, टेक्नीयशियन, ऑपरेटर, इन्स्ट्रूमेंट मैकेनिक, वेल्डर, स्टेनोग्राफर एंड सेक्रिटेरियल असिस्टेंट, पलम्बर, मैकेनिक डीज़ल, रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग.

·         ऑर्डिनेंस फैक्ट्रीज:

इलेक्ट्रिशियन, फिटर, जनरल एग्जामिनर, मशीनिस्ट टर्नर, मिल राइट, इलेक्ट्रोप्लेटिंग एग्जामिनर, टर्नर, फिटर, इलेक्ट्रिकल फिटर, रेफ्रिजरेशन, मोल्डर, बेल्डर, इलेक्ट्रॉनिक, मशीनिस्ट, पेंटर और एग्जामिनर बेल्डर ट्रेड.

·         इंडियन आर्मी:

कांस्टेबल - टेक्निकल और ट्रेडमेन पोस्ट.

·         ऑयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन लि.:

ट्रेड अपरेंटिस पोस्ट्स.

इसके अलावा एनटीपीसी, भेल, पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड, दूरसंचार, आयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन लिमिटेड और सीआरपीएफ जैसी पैरा मिलिट्री फ़ोर्स में भी ITI पास कैंडिडेट्स को नौकरी के अवसर मिलते हैं.

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