रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली की ओर से जारी उत्तर प्रदेश बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के परिणाम घोषित हो गए हैं जिसमें अयोध्या की रागिनी यादव ने 359.66 अंक लाकर टॉप किया हैI मीडिया से हुई बातचीत में रागिनी ने बताया है कि, पिता रामबली यादव दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते है और परिवार पर पढाई का भार न पड़े इसीलिए अपनी पढाई का खर्च स्वयं ही उठाया I रागिनी की सफलता की कहानी अन्य अभ्यर्थियों के लिए एक मिसाल हैंI रागिनी ने ये उपलब्धि कड़ी मेहनत से प्राप्त की है फ़िलहाल ये प्रयागराज में रह कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहीं हैं और इसी तैयारी के साथ ट्यूशन पढ़ा कर अपना खर्च भी उठा रहीं हैंI रागिनी का लक्ष्य पीसीएस अधिकारी बनना है और वे इस दिशा में भी प्रयासरत हैं I
अयोध्या के अमीर सिंह का पुरवा गांव की रहने वाली रागिनी ने वर्ष 2014 में डीडी पब्लिक स्कूल से हाईस्कूल पास किया और फिर तीन वर्ष का मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया, इसके बाद 2019 में इंटर की पढ़ाई के बाद अयोध्या के ही मां त्रिपाला देवी डिग्री कालेज से स्नातक किया और 2019 प्रयागराज के सलोरी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू की।

उप्र बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में वरीयता सूची में 358 अंक के साथ दूसरे स्थान पर नीतू देवी रहीं I नीतू ने प्रयागराज के अल्लापुर में रहकर तैयारी की है और इनके पिता किसान हैं जो मूलरूप से कानपुर देहात के रहने वाले हैंI नीतू ने ट्यूशन पढ़ाकर अपना खर्च निकाला और भोपाल सीआइडी में कार्यरत नीतू की बहन ने भी उनकी तैयारी में मदद की। अब नीतू पीसीएस अधिकारी बनना चाहती हैं।
नीतू के अनुसार, वो मूल रूप से कानपुर देहात की सिकंदरा तहसील के वैना गांव की निवासी हैं उनके पिता राम बालक सिंह किसान हैं, और मां मीना देवी भी पिता के साथ खेती करती है। थोड़ी सी जमीन है जिससे परिवार का खर्च निकलना मुश्किल होता है, इंटर के बाद नीतू पढ़ाई के लिए कानपुर से प्रयागराज पहुंचीं। यहां इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 2018 में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से परास्नातक किया, और 2020 से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में शुरू की ।