Here you will get UP Board class 10th Science notes on organic compounds third part. we are providing each and every notes in a very simple and systematic way. Many students find science intimidating and they feel that here are lots of thing to be memorised. However Science is not difficult if one take care to understand the concepts well.The main topic cover in this article is given below :
1. एथिलीन की रसायनिक अभिक्रियाएँ
2. प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ
3. ओजोन से अभिक्रिया (फार्मेलीडहाइड प्राप्त करना)
4. हैलोजेन से अभिक्रिया (ऐसीटीलीन प्राप्त करना)
5. हाइड्रोजन से योग
6. एथिल ब्रोमाइड से एथिलीन
7. एथिलीन से एथिलीन क्लोरोहाइड्रीन
8. एथिलिन से फार्मेल्डीहाइड
9. एथिलीन बनाने की विधियाँ
10. हाइड्रोकार्बन
11. संतृप्त हाइड्रोकार्बन (Saturated Hydrocarbons)
12. असंतृप्त हाइड्रोकार्बन (Unsaturated Hydrocarbons)

13. स्टार्च से वाश बनाना
एथिलीन की रसायनिक अभिक्रियाएँ :
1. क्षारीय पोटैशियम परमैगनेट आठवा बायर अभिकर्मक से अभिक्रिया – एथिलीन; क्षारीय पोटैशियम परमैगनेट (बायर अभिकर्मक) के साथ क्रिया करके उसको रंगहीन कर देती है तथा एथिलीन ग्लाइकान बनाती हैं|
यह वाइनिल क्लोराइड बहुलकीकरण पर पालिवाइनिल क्लोराइड (PVC) देता है|
UP Board Class 10 Science Notes : valency of carbon, Part-I
हैलोजेन से अभिक्रिया (ऐसीटीलीन प्राप्त करना) – एथिलीन; हैलोजन से संयोग करके एथिलीन डाहैलाइड बनाती है| इस अभिक्रिया में क्लोरिन सबसे अधिक तथा आयोडीन सबसे कम अभिक्रियाशील होती है|
UP Board Class 10 Science Notes : valency of carbon, Part-II
हाइड्रोजन से योग – एथिलीन उत्प्रेरक की उपस्थिति में हाइड्रोजन के साथ गर्म करने पर एथेन बनती है| यह अभिक्रिया उत्प्रेरकीय हाइड्रोजनीकरण (Catalytichydrogenation) कहलाती है|
एथिलिन से फार्मेल्डीहाइड – एथिलीन; ओजोन से संयोग करके एथिलीन ओजोनाइड बनाती है| एथिलीन ओजोनाइड; जिंक पाउडर की उपस्थिति में जल – अपघटन द्वारा फार्मेल्डीहाइड बनाता है|
3. एथिलीन डाइब्रोमाइड द्वारा – एथिलीन डाइब्रोमाइड के एल्कोहालीय विलयन को जिंक के साथ गर्म करने पर शुद्ध एथिलीन प्राप्त होती है|
एथीन में दो कार्बन परमाणुओं के बीच एक द्विआबन्ध (=) होता है जबकि एथाइन में दो कार्बन परमाणुओं के बीच त्रिआबन्ध होता है जिनके कारण वे दोनों ही असंतृप्त हाइड्रोकार्बन हैं| द्विआबन्ध वाले असंतृप्त हाइड्रोकार्बन को एल्कीन कहते हैं जबकि त्रिआबन्ध वाले असंतृप्त हाइड्रोकार्बनों को ऐल्काइन कहते हैं|
स्टार्च से एथिल ऐल्कोहाल के निर्माण में आलू, चावल, जौ आदि स्टार्चयुक्त पदार्थ कच्चे पदार्थ के रूप में प्रयुक्त होते हैं|
स्टार्च से वाश बनाना – अंकुरित जौ को उबालकर, पीसकर छानने से प्राप्त निष्कर्ष को माल्ट - निष्कर्ष (malt-extrat) कहते हैं| इसमें डायस्टेस एन्जाइम होता है| स्टार्चयुक्त पदार्थों को छोटे – छोटे टुकड़ों में काटकर व कुचलकर उच्च दाब तथा 150oC ताप पर भाप में गर्म करते हैं, जिससे एक पोस्ट बन जाता है| इस पदार्थ को मैश (mash) कहते हैं| इसमें स्टार्च होता है| मैश में माल्ट – निष्कर्ष मिलाकर उसे 50o-60oC पर गर्म करते हैं| माल्ट - निष्कर्ष में उपस्थित डायस्टेस एंजाइम स्टार्च को माल्टोस नामक शर्करा में जल-अपघटित कर देता है|
UP Board Class 10 Science Notes : valency of carbon, Part-III