In up board class 12, chemistry paper is very important from the marks scoring point of views. As in this subject some portions are very tricky where you have to use to logic to get the solution. In organic chemistry section if you have a good command over reaction mechanism then finding the product of the reaction becomes very easy.
It becomes very important to understand the marking scheme and paper pattern of up board class 12th chemistry papers. In all the up board papers, there are 3 to 4 sections where questions are framed as per the marks allocated.
To overcome from the dilemma that which section is important and how to cover the long questions with precise answer, we are going to give you some selective questions from
In this article we are going to provide you the 10 long questions for the chemistry paper second paper which have been taken from last 5 years’ chemistry second paper.

To answer the question in a precise way will only be possible by practicing the questions and answers as per the marking scheme and time management
Chemistry is the subject where question are coming from three sections like physical chemistry, organic chemistry and inorganic chemistry.
In the up board class 12 chemistry second papers, questions are coming only from all the 3 sections mentioned above.
Have a look on some questions and their answers which are given below:
प्रश्न : प्रयोगशाला में निर्जल फॉर्मिक अम्ल अथवा फॉर्मेल्डिहाइड बनाने की विधि का सचित्र वर्णन कीजिए। इसके दो अपचायक गुणों को लिखिए। संबंधित रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर: प्रयोगशाला में निर्जल फॉर्मिक अम्ल बनाने की विधि-
प्रयोगशाला विधि से प्राप्त फॉर्मिक अम्ल में जल की कुछ मात्रा उपस्थित होती है। फॉर्मिक अम्ल का क्वथनांक 100.5°C होने के कारण इसे प्रभाजी आसवन विधि के द्वारा निर्जल नहीं किया जा सकता है। अतः इसे निर्जल बनाने के लिए जल- युक्त अम्ल को लेड कॉर्बोनेट से उदासीन करके मरन करते हैं तथा गर्म विलयन को गर्म जल की फनेल की सहायता से छान लेते हैं। इस छने हुए द्रव को ठण्डा करने पर लेड फॉमेट के क्रिस्टल बन जाते हैं जिन्हें अलग करके सुखा लेते हैं।
2HCOOH + PbCO3 ..................> (HCOO)2Pb + H2O + CO2
लेड फॉमेट
शुष्क क्रिस्टलों को एक संघनित्र की भीतरी नली में रखते हैं। संघनित्र के निचले सिरे को ग्राही से तथा ऊपरी सिरे को किप- उपकरण से जोङ देते हैं। अब क्रिस्टलों को भाप द्वारा गरम करते हैं तथा संघनित्र में से किप- उपकरण से प्राप्त हाइड्रोजन सल्फाइड प्रवाहित करते हैं। ऐसा करने पर फॉर्मिक अम्ल और लेड सल्फाइड बनते हैं।
(HCOO)2 Pb + H2S ..................> 2HCOOH + PbS
UP Board Class 12 Physics Long Answer Solved Practice Paper First Set –I
फॉर्मिक अम्ल ग्राही में प्राप्त होता है तथा ठोस लेड सल्फाइड नली में ही रह जाता है। इस प्रकार प्राप्त फॉर्मिक अम्ल में अल्प मात्रा में हाइड्रोजन सल्फाइड की अशुद्धि रह जाती है। इसे लेड फार्मेट की अल्प मात्रा के साथ आसवन करके दूर किया जा सकता है। इस प्रकार प्राप्त फॉर्मिक अम्ल शुद्ध तथा निर्जल होता है।
निर्जल फॉर्मिक अम्ल के दो अपचायक गुण -
1) HCOOH + Ag2O ..................> CO2 + H2O + 2Ag
(रजत दर्पण)
फॉर्मिक अम्ल (अमोनियामय सिल्वर नाइट्रेट से)
2) HCOOH + 2CuO ..................> CO2 + H2O + Cu2O
(फेहलिंग विलयन से) (लाल अवश्क्षेप)
फॉर्मेल्डिहाइड बनाने की विधि-
प्रयोगशाला में इसे मेथिल ऐल्कोहॉल के उत्प्रेरकी ऑक्सीकरण से प्राप्त किया जाता है। इस विधि में मेथिल ऐल्कोहॉल की वाष्पों तथा वायु के मिश्रण को 200-300°C पर तप्त प्लैटिनीकृत ऐस्बेसटॉस पर प्रवाहित किया जाता है। प्लैटिनीकृत ऐस्बेसटॉस के स्थान पर 300°C तक तप्त ताँबे की जाली का प्रयोग भी कर सकते हैं।
2CH3OH + O2 Pt- asbestos 2HCHO + 2H2O
मेथिल ऐल्कोहॉल फॉर्मेल्डिहाइड
एक गोल पेंदी वाले फ्लास्क में मेथिल ऐल्कोहॉल लेकर इसमें दो छेद वाला कार्क लगा देते हैं। एक छेद से फ्लास्क में वायु प्रवेश करती है तथा दूसरे छेद का संबंध दाहक नली से होता है जिसमें प्लैटिनम युक्त ऐस्बेसटॉस रखा रहता है। दाहक नली का दूसरा सिरा जल से भरे ग्राही से जोङ दिया जाता है। ग्राही के साथ एक चूषण पम्प लगा होता है। फ्लास्क को जल-ऊष्मक पर40°C तक गरम करते हैं। प्लैटिनम युक्त ऐस्बेसटॉस को 200-300°C तक गरम करके दहका लेते हैं। चूषण पम्प से फ्लास्क में से वायु खींचने पर मेथिल ऐल्कोहॉल की वाष्पें भी खिंच जाती हैं। ये दाहक नली में उपस्थित उत्प्रेरक की उपस्थिति में वायु की ऑक्सीजन से ऑक्सीकृत होकर फॉर्मेल्डिहाइड बनाती है।