इंडियन स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स के लिए उपलब्ध हैं ये आईटीआई कोर्सेज और जॉब्स

इंडियन स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स के लिए इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (आईटीआई) वर्ष 1950 से हमारे देश में स्टूडेंट्स को विभिन्न ट्रेड्स में वोकेशनल ट्रेनिंग देने के लिए भारत के विभिन्न राज्यों में आईटीआई इंस्टीट्यूट्स चला रहा है.                                           

 

           

Various Job Opportunities after ITI Courses
Various Job Opportunities after ITI Courses

इंडियन स्टूडेंट्स और यंग प्रोफेशनल्स के लिए आईटीआई पूरे भारत में वर्ष 1950 से ही विभिन्न ट्रेड्स में वोकेशनल ट्रेनिंग देने के लिए डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ एम्पलॉयमेंट एंड ट्रेनिंग (डीजीईटी), मिनिस्ट्री ऑफ़ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप, भारत सरकार के अधीन, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स (आईटीआई) और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सेंटर्स (आईटीसी) देश के विभिन्न राज्यों  में संचालित कर रहा है  और अगर आप एक ऐसे स्टूडेंट हैं जो अपनी 10वीं/ 12 वीं क्लास पास करने के बाद, किसी आईटीआई से अपनी पसंदीदा करियर फील्ड में ट्रेनिंग कोर्स सफलतापूर्वक पास कर लेते हैं तो अन्य जॉब सीकर्स की तुलना में आपको जॉब मिलने की संभावना काफी बढ़ जायेगी क्योंकि आपके पास अपनी करियर/ वर्क फील्ड में प्रोफेशनल ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट होता है. इसलिए, इस आर्टिकल में हम आपके लिए भारत में उपलब्ध विभिन्न आईटीआई कोर्सेज और जॉब्स के बारे में सारी जरुरी और महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं. आइये आगे पढ़ें यह आर्टिकल:     

Career Counseling

भारत में उपलब्ध आईटीआई कोर्सेज का परिचय

यहां हम बता दें कि हमारे देश में किसी आईटीआई में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स ने किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से अपनी 10वीं क्लास पास की हो. हालांकि, कुछ कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स ने 12वीं क्लास संबद्ध फील्ड के विषयों जैसेकि, साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स के साथ अवश्य पास की हो. इसी तरह, स्टूडेंट्स 14 – 25 वर्ष के बीच के आयु वर्ग के हों (आरक्षित वर्गों को अधिकतम आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट दी गई है). आमतौर पर विभिन्न कोर्सेज के टाइप और नेचर के मुताबिक इन आईटीआई कोर्सेज की अवधि 6 महीने से 2 वर्ष तक होती है लेकिन कंप्यूटर हार्डवेयर जैसे कुछ कोर्सेज की अवधि 3 वर्ष तक भी हो सकती है. स्टूडेंट्स अपनी ट्रेड ट्रेनिंग पूरी करने के बाद ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट (एआईटीटी) देते हैं जिसमें पास होने वाले स्टूडेंट्स को नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी) दिया जाता है.

भारत के जॉब ओरिएंटेड आईटीआई कोर्सेज

हमारे देश में किसी आईटीआई से संबद्ध ट्रेड में कोई कोर्स पूरा करने के बाद आईटीआई पासआउट कैंडिडेट्स के लिए सरकारी और प्राइवेट क्षेत्रों में जॉब्स के कई अवसर मौजूद हैं. इसी तरह, कैंडिडेट्स अपने संबद्ध ट्रेड में अपना कारोबार भी शुरू कर सकते हैं. हम आपकी सहूलियत के लिए कुछ महत्वपूर्ण जॉब ओरिएंटेड कोर्सेज की चर्चा कर रहे हैं.

•    सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस
इस डिप्लोमा कोर्स में 10+2 पास या ग्रेजुएट स्टूडेंट्स एडमिशन ले सकते हैं. इस कोर्स के तहत टाइपिंग, बेसिक कंप्यूटर और रिसेप्शन वर्क से संबंधित कार्यों की ट्रेनिंग दी जाती है.
•    कंप्यूटर ऑपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट
इस कोर्स की अवधि 1 वर्ष है और 10वीं पास स्टूडेंट्स इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं. इस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को कंप्यूटर के हार्डवेयर सिस्टम्स, सेटिंग कंट्रोल और कोड्स के बारे में जानकारी और ट्रेनिंग दी जाती है.
•    नेटवर्क टेक्नीशियन
यह केवल 6 महीने का कोर्स है. नेटवर्क्स के बारे में ट्रेनिंग के बाद स्टूडेंट्स को डिप्लोमा दिया जाता है. इस कोर्स के लिए किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से 10वीं पास स्टूडेंट्स अप्लाई कर सकते हैं.
•    ड्राफ्ट्समैन मैकेनिकल
यह कोर्स कुल 2 वर्ष की अवधि का है और साइंस और मेथ्स विषय के साथ 10वीं पास स्टूडेंट्स इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं. आपकी अपरेंटिसशिप त्रमिंग 3 वर्ष तक भी चल सकती है लेकिन ट्रेनिंग पूरी करने के बाद आपको संबद्ध फील्ड में बड़ी आसानी से जॉब मिल सकती है.
•    मैकेनिकल कंप्यूटर हार्डवेयर

यह आईटीआई कोर्स थोड़ा टेक्निकल किस्म का है और इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष या 3 वर्ष है. इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपके पास खास एजुकेशनल बैकग्राउंड होनी चाहिए.
•    मैकेनिक – एयर कंडीशनर और रेफ्रीजरेशन
आप केवल 8वीं क्लास पास करके इस डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं. इस कोर्स की अवधि 1 वर्ष है और इस आईटीआई कोर्स को पूरा करने के बाद कैंडिडेट्स को बड़ी आसानी से संबद्ध फील्ड में जॉब मिल जाती है.
•    इलेक्ट्रीशियन   
यह एक 2 वर्ष की अवधि का वोकेशनल कोर्स है जिसे पास करने के बाद कैंडिडेट्स क्वालिफाइड इलेक्ट्रीशियन्स बन जाते हैं. साइंस विषय के साथ 10वीं क्लास पास करने के बाद स्टूडेंट्स यह कोर्स कर सकते हैं. इस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को वायरिंग (रेजिडेंशियल, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल), लाइटिंग इनस्टॉलेशन (रेजिडेंशियल, कमर्शियल और आउटडोर्स), पॉवर जनरेशन, डिस्ट्रीब्यूशन और ट्रांसमिशन सिस्टम्स, इंसुलेटर्स, अर्थिंग, कैपेसिटर्स और इलेक्ट्रिकल सर्किट्स, बैटरीज, सर्विसिंग एंड रिपेयर ऑफ़ इलेक्ट्रिकल एप्लायंसेज (मोटर्स, पम्पस, फेंस, होम एप्लायंसेज, एसी, फ्रिज आदि), ट्रांसफार्मर्स और एसी/ डीसी सिस्टम्स के बारे में ट्रेनिंग दी जाती है.
•    वायरमैन
यह एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से संबद्ध वोकेशनल ट्रेड है तथा इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष है जिसमें 4 सेमेस्टर शामिल हैं. हरेक सेमेस्टर 6 महीने का होता है. इस कोर्स में स्टूडेंट्स को एग्जिस्टिंग वायरिंग की रिपेयरिंग और रिप्लेसिंग से संबद्ध काम सिखाया जाता है. इसके अलावा, वायरिंग, फायर प्रोटेक्शन सिस्टम का इनस्टॉलेशन, ट्रबलशूट्स इलेक्ट्रिक सिस्टम्स आदि के मेथड्स भी सिखाये जाते हैं. साइंस विषय सहित 10वीं पास स्टूडेंट्स यह कोर्स कर सकते हैं.
•    मशीनिस्ट
आईटीआई में यह कोर्स 2 वर्ष की अवधि का एक लोकप्रिय कोर्स है और 10वीं पास स्टूडेंट्स इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं. इस कोर्स में डिप्लोमा लेने के बाद आपको कोई सूटेबल जॉब मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है.
•    प्लम्बर
प्लमिंग जॉब्स की हमेशा डिमांड रहती है. आपको यह कोर्स पूरा करने के बाद डिप्लोमा मिल जाता है. इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष से 3 वर्ष तक है और इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप इस फील्ड में जॉब कर सकते हैं या फिर, अपना कारोबार शुरू कर सकते हैं. 
•    फिटर
इस ट्रेनिंग कोर्स के तहत स्ट्रक्चरल फ्रेमवर्क और फ्रेमवर्क की असेम्बलिंग से संबद्ध ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग के दौरान स्टूडेंट्स को एंगल आयरन, आई-बीम्स, स्टाल प्लेट्स, हैंड टूल्स, और वेल्डिंग इक्विपमेंट्स का इस्तेमाल करके स्ट्रक्चरल फ्रेमवर्क को असेम्बल और फिट करना सिखाया जाता है. इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स ने अपनी 10वीं क्लास साइंस और मैथ्स सब्जेक्ट्स के साथ पास की हो. यह कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स अपना काम भी शुरू कर सकते हैं.
•    कारपेंटर
यह एक छोटे पैमाने का क्राफ्ट्समैन कोर्स है और इस कोर्स की अवधि 1 वर्ष है. इस कोर्स का सिलेबस 6 महीने के 2 सेमेस्टर में पूरा हो जाता है. इस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को बिल्डिंग, शिप्स, टिम्बर ब्रिजेज और कंकरीट फ्रेमवर्क के निर्माण के लिए टिम्बर कटिंग, शेपिंग, रि-शेपिंग और इनस्टॉलेशन की ट्रेनिंग दी जाती है. इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता किसी मान्यताप्राप्त स्कूल बोर्ड से 8 वीं क्लास पास करना है. यह कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं.
•    फाउंड्रीमैन
इस आईटीआई कोर्स/ ट्रेड की समस्त एक्टिविटीज फाउंड्री से संबद्ध होती हैं. इस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को फाउंड्री से संबद्ध सभी आस्पेक्ट्स और फंक्शन्स की ट्रेनिंग दी जाती है. इस कोर्स में स्टूडेंट्स को फायर सेफ्टी इक्विपमेंट्स इस्तेमाल करते हुए सेफ्टी रखना, सैंड, माउल्ड और कोर तैयार करना, फर्नेसेज ऑपरेट करना सिखाया जाता है. इस कोर्स की अवधि 1 वर्ष है जिसके तहत 2 सेमेस्टर शामिल हैं. साइंस और मेथ्स सब्जेक्ट्स सहित 10 वीं पास स्टूडेंट्स इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं.
•    मेसन (बिल्डिंग कॉनस्ट्रक्टर)
यह एक ऐसा कोर्स है जिसके तहत स्टूडेंट्स को कंस्ट्रक्शन से संबद्ध सभी आस्पेक्ट्स की जानकारी और ट्रेनिंग दी जाती है. यह कोर्स 1 वर्ष की अवधि और 2 सेमेस्टर में पूरा होता है. इस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को विभिन्न कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स को पूरा करने, हिस्टोरिकल बिल्डिंग्स के रेनोवेशन और रि-मॉडलिंग प्रोजेक्ट्स के साथ कंस्ट्रक्शन वर्क से संबद्ध पेपर वर्क की जानकारी दी जाती है. इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स ने 8वीं क्लास जरुर पास की हो.
•    वेल्डिंग   
इस ट्रेड या कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को वेल्डर्स, शेपर्स और मेज़रमेंट इंस्ट्रूमेंट्स का इस्तेमाल करते हुए मेटल स्ट्रक्चर्स को तैयार करना सिखाया जाता है. इसके अलावा, स्टूडेंट्स को इंस्ट्रक्शन्स के मुताबिक मेटल आइटम्स बनाना भी सिखाया जाता है. टीचर्स स्टूडेंट्स को डायग्राम्स, आउटलाइन्स और इमेजेज के इस्तेमाल से इस पेशे से संबद्ध काम करना भी सिखाते हैं. इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष है और साइंस तथा मैथ्स सब्जेक्ट्स के साथ 10वीं पास स्टूडेंट्स इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं.

अब देखें अन्य जॉब ओरिएंटेड आईटीआई कोर्सेज की लिस्ट:

•     वॉच एंड क्लॉक मैकेनिक
•    मैकेनिक मोटर व्हीकल
•    मैकेनिक टूल मेंटेनेंस
•    मैकेनिक रेडियो एंड टीवी
•    इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक
•    इलेक्ट्रोप्लेटर
•    बेकर एंड कन्फेक्शनर
•    टूल एंड डाई मेकर
•    एडवांस्ड टूल एंड डाई मेकर
•    पेंटर जनरल
•    माउल्डर
•    टर्नर
•    सर्वेयर
•    बुक बाइंडर
•    पैटर्न मेकर
•    एडवांस्ड वेल्डिंग
•    एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स
•    शीट मेटल वर्कर
•    कटिंग एंड सीविंग
•    स्टेनोग्राफी – इंग्लिश

भारत में आईटीआई पेशेवरों के लिए प्रमुख रिक्रूटर्स:

आईटीआई पास आउट कैंडिडेट्स/ प्रोफेशनल्स भारत में निम्नलिखित रिक्रूटर्स को अपने जॉब एप्लीकेशन्स भेज सकते हैं:

•    इंडियन रेलवे
•    स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड
•    एनटीपीसी
•    भेल
•    टेलीकम्यूनिकेशन
•    आयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन लिमिटेड
•    पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड
•    इंडियन आर्मी
•    ऑर्डिनेंस फैक्ट्रीज
•    सीआरपीएफ (पैरा मिलिट्री फ़ोर्स)

भारत में आईटीआई प्रोफेशनल्स को मिलने वाला सैलरी पैकेज

हमारे देश में शुरू में किसी फ्रेशर आईटीआई पास आउट कैंडिडेट को एवरेज रु. 10 हजार से 20 हजार तक प्रति माह सैलरी मिलती है जो समय और कार्य-अनुभव बढ़ने के साथ बढ़ती जाती है. आईटीआई पास आउट कैंडिडेट्स अपनी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन बढ़ाकर अर्थात ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करके और स्किल-सेट बढ़ाकर भी पहले से ज्यादा बेहतर सैलरी पैकेज प्राप्त कर सकते हैं. अपना पेशा शुरू करने पर ये आईटीआई पासआउट कैंडिडेट्स सालाना काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं.

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