जीवन में हम वित्तीय रूप से कितना आगे बढ़ेंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि इंडस्ट्री की लगातार बदलती जरूरत के हिसाब से हमारी जानकारी कितनी है। एक्सपर्ट मानते हैं कि चाहे आप पढ़ाई कर रहे हैं या नौकरी, आपको हमेशा खुद को अपडेट करते रहने चाहिए, इंडस्ट्री की जरूरत को समझते हुए कोर्स या प्रोगाम चुनना चाहिए, ताकि एक्सपर्ट के रूप में आप बेहतर उपाय दे सकें।
ट्रेडिशनल इन्वेस्टमेंट से हटकर आज लोगों में इक्विटी इन्वेस्टमेंट को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। शायद इसके पीछे भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और लोगों का इक्विटी पर बढ़ता भरोसा है। जिस रफ्तार से इक्विटी का बाजार बढ़ रहा है, उसी रफ्तार से Investment Management Industry बढ़ रही है। ऐसे में इस इंडस्ट्री को आगे ले जाने के लिए आज ज्यादा से ज्यादा स्पेशलाइज्ड प्रोफेशनल्स की जरूरत महसूस हो रही है, जो लोगों को सटीक फाइनेंशियल सलाह दे पाएं, उनके पूंजी और म्यूचुअल फंड को मैनेज कर पाएं। Chartered Financial Analyst (CFA) एक ऐसा ही लोकप्रिय प्रोग्राम है।
"पहले इन्वेस्टमेंट प्रोफेशन को लेकर कोई विशिष्ट प्रोग्राम नहीं होता था, ज्यादातर लोग मैनेजमेंट की पढ़ाई करके इस प्रोफेशन में आते थे। हालांकि, धीरे-धीरे समय बदलता गया और CFA जैसे विशिष्ट प्रोगाम आया। इन्वेस्टमेंट जरूरतों को देखते हुए आज देश में CFA चार्टरहोल्डर्स की संख्या बढ़ रही है।" - Mr Pramod Saraf, CFA, Co-founder : Swan Investmentors Pvt Ltd.
CFA प्रोग्राम क्या है?
अगर आप इन्वेस्टर हैं खासकर इक्विटी इन्वेस्टर तो आपने CFA के बारे में जरूर सुना होगा। CFA एक तरह का प्रोग्राम है, जहां इन्वेस्टमेंट टूल्स, एसेट वैल्यूएशन, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट और वेल्थ प्लानिंग के बारे में ट्रेनिंग दी जाती है। इस प्रोग्राम में तीन पार्ट में परीक्षा होती है, जिसे क्लियर करके आप CFA चार्टरहोल्डर बन सकते हैं।
Investment Management Industry में CFA चार्टर की भूमिका के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए ये वेबिनार जरूर देखें, जिसे हाल ही में आयोजित किया गया था, जहां CFA एक्सपर्ट्स इस इंडस्ट्री की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं।
SIP में इन्वेस्टमेंट करने वाले व्यक्ति को यह भरोसा होता है कि हर महीने अपनी सैलरी का एक छोटा सा हिस्सा जिस फंड (Asset Management Company) को दे रहे हैं, उसका फंड मैनेजर उसे सही से मैनेज करेगा और उसे अच्छा रिटर्न देगा। यह फंड मैनेजर की सालों की मेहनत है, जिस पर इन्वेस्टर को भरोसा होता है। आज Investment Management Industry में भरोसेमंद और स्पेशलाइज्ड फंड मैनेजर, ऐसेट मैनेजर, पोर्टफोलियो मैनेजर की भारी कमी है। इंडस्ट्री में व्यावहारिक रूप से काम करने के साथ CFA प्रोग्राम करके आप इस कमी को पूरा कर सकते हैं।
"CFA कोर्स को छात्र के अलावा नौकरीपेशा लोग भी कर सकते हैं। काम करते हुए प्रोफेशनल कोर्स करने से समझ और लर्निंग बेहतर होती है। इससे व्यक्ति जो सीखेगा उसे व्यावहारिक रूप से लागू कर पाएगा" -Mr Ashwini Damani, CFA(Chartered Financial Analyst), CA
CFA प्रोग्राम की परीक्षा को कैसे किया जाए पास
CFA एक स्पेशलाइज्ड कोर्स है, जिसे छात्र और इन्वेस्टमेंट प्रोफेशनल्स एक प्रोफेशनल कोर्स के रूप मे कर सकते हैं। जो व्यक्ति इन्वेस्टमेंट इंडस्ट्री से जुड़ा है चाहे वह इन्वेस्टमेंट मैनेजर के रूप में हो या फिर वेल्थ मैनेजर के रूप में वो CFA कर सकता है। यह करियर डिमांड में है। इस प्रोग्राम को करने के बाद छात्र बेहतर तरीके से इन्वेस्टमेंट को प्रबंधित कर सकते हैं। बता दें कि इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स ने CFA प्रोग्राम का करिकुलम बनाया है। इसमें कई मॉड्यूल हैं, जो आपको बताएंगे कि फाइनेंस की हर स्थिति में आपको क्या सोचना चाहिए और कैसे निर्णय लेना चाहिए। इसकी परीक्षा में रीडिंग के साथ प्रैक्टिस महत्वपूर्ण होता है।
"डर उसे लगता है जिसे फाइनेंशियल जानकारी नहीं है। जिन लोगों को इक्विटी इन्वेस्टमेंट के बारे में सही जानकारी नहीं है, हो सकता है कि वो इसे गलत माने। लेकिन इन्वेस्टमेंट मैनेजर का यह फर्ज होता है कि ऐसे लोगों को जागरूक और शिक्षित करें, ताकि उनके डर को कम करके खत्म किया जा सके।" - Ms Rajni Dhameja, CFA, Assistant General Manager - ICICI Bank Ltd
अगर आपके पास स्पेशलाइज्ड इंडस्ट्री क्वालिफिकेशन है, तो आपको बाकी उम्मीदवार के मुकाबले ज्यादा तवज्जो दिया जाएगा। आप अपने क्वालिफिकेशन के अलावा अपने विचार को सामने वाले के साथ कैसे रख रहे हैं, यह भी महत्वपूर्ण है। इसलिए CFA की ट्रेनिंग इसमें आपकी मदद करती है। देश में जल्द वह समय आएगा, जहां लोग फाइनेंशियल एडवाइजर को भी फीस देंगे, और जिन्होंने CFA किया है, उनकी ग्रोथ में जबरदस्त उछाल आएगी।
"डेढ दशक पहले अगर कोई इक्विटी मार्केट में जाता तो कहा जाता कि ये जुआ खेल रहा है, लेकिन आज भारत में इक्विटी कल्चर आ गया है, युवा SIP लगातार कर रहे हैं। इस बढ़ते इक्विटी कल्चर को देखते हुए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स की जरूरत पड़ रही है, जिसमें CFA महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।" Mr Ashwini Damani, CFA(Chartered Financial Analyst), CA
भारत में पर कैपिटा इनकम 2400 USD है और यह धीरे-धीरे आगे बढ़ेगा। ऐसे में Investment Management Industry भी तेजी से आगे बढ़ेगा, जहां पर ज्यादा से ज्यादा CFA की जरूरत होगी। यह एक प्रोगाम नहीं, बल्कि एक इन्वेस्टमेंट है जिसका लाभ आपको पूरी जिंदगी मिलेगा। इसकी फीस ज्यादा नहीं है। CFA इंस्टीट्यूट आपको आसान किश्तों में फीस के भुगतान का विकल्प देता है, साथ ही आप कई तरह के स्कॉलरशिप का भी फायदा उठा सकते हैं।
" भारत तेजी से बदल रहा है, आज से 15 साल पहले जो नौकरी नहीं थी, आज वह है और आज से 15 साल बाद जो नौकरी होगी उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते, इसलिए खुद को डायनामिक करना चाहिए और इंडस्ट्री की जरूरतों के मुताबिक खुद को बदलते रहना चाहिए, सॉफ्ट स्किल और हार्ड स्किल खुद में विकसित करते रहना चाहिए।" -Mr Parijat Garg, CFA, Fund Manager and EVP, 360 ONE
फाइनेंस एक ऐसा क्षेत्र है, जहां आपको समय के साथ-साथ खुद को अपडेट करना चाहिए। एक्सपर्ट्स के जरिए CFA इंस्टीट्यूट के इस वेबिनार में आपको ऐसी कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी, जिससे आपके करियर को सही दिशा देने में मदद मिलेगी।
Note: The article is written by the Brand Desk.