आजकल करियर की दृष्टि से सार्वजनिक संबंध काफी मांग में और लोकप्रिय है.
जनसंपर्क के पाठ्यक्रम में समाहित होता है- आपमें जन-संवाद तथा लोगों के मनोविज्ञान को समझने के कौशल विकसित करना जो कि सूचनाओं के आदान-प्रदान में सहायक सिद्ध हों. मूलतः इसका उद्देश्य लोगों व उनकी संवाद आवश्यकताओं को समझना होता है. अधिकांश पाठ्यक्रम जन-संचार पाठ्यक्रम से समानता रखते हैं या उनमें समाहित होते हैं तथा उनमें तमाम तकनीकी ज्ञान के साथ संवाद क्षमता विकसित करने पर जोर दिया जाता है. यहाँ तकनीकी ज्ञान को सरल बनाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है.
अधिकाँश जन-संपर्क पाठ्यक्रमों में निम्न विषय समाहित होते हैं:
कॉलेज अथवा विश्वविद्यालय के आधार पर पाठ्यक्रम में थोड़ी भिन्नता अवश्य हो सकती है परन्तु सभी विषय ऊपर बताये गए विषयों के लगभग समान ही होते हैं.
यदि आप इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो सर्वप्रथम आपको इस कोर्स को संचालित करने वाले कॉलेजों की सूची बनानी पड़ेगी तथा यह भी ध्यान रखना होगा कि कॉलेज का कोर्स कॉन्टेंट कैसा है. जन-संचार पाठ्यक्रमों को संचालित करने वाले कॉलेजों में दाखिला लेना श्रेयस्कर रहेगा चूंकि ये मीडिया प्रोफेशनल्स से संवाद स्थापित करने में सहायक सिद्ध होते हैं. स्कूलिंग के उपरान्त आप जन-संचार में स्नातक तथा इसके बाद जन-संवाद में स्नातकोत्तर की डिग्री ले सकते हैं. इसके अलावा किसी भी विषय में स्नातक करने के बाद भी आप जन-संपर्क में स्नातकोत्तर कर सकते हैं. कुछ संस्थान डिप्लोमा कोर्स भी संचालित करते हैं. इस क्षेत्र के प्रमुख संस्थान हैं- जेविअर इंस्टिट्यूट ऑफ़ मॉस कम्युनिकेशन, मुंबई; सिम्बोयसिस स्कूल, पुणे; तथा इन्डियन इंस्टीटयूट ऑफ़ मॉस कम्युनिकेशन, नयी दिल्ली.
ये जानने के लिए कि जन-संपर्क का करियर आपके लिए सही है अथवा नहीं, आपको ये जानना होगा कि आप लोगों से बात करने में कितने निपुण हैं और आपमें मीडिया के साथ काम करने का कितना जुनून है. यदि आप पढ़ने के शौक़ीन हैं और दैनिक समाचारों व घटनाओं पर नज़र रखते हैं तो जन-संपर्क व जन-संचार का पाठ्यक्रम आपके लिए सही विकल्प साबित हो सकता है और यदि आपकी तकनीकी विषयों में रूचि है तो आप कम्प्यूटर साइंस, साइंस, फिनांस और एकाउंटिंग जैसे क्षेत्र में करियर बना सकते हैं. परन्तु फिर भी पीआर कोर्स सभी की संवाद क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है. पीआर प्रोफेशनल्स का वेतनमान उतना ही अच्छा होता जितना कि किसी मार्केटिंग या आईटी प्रोफेशनल का.
जन-संपर्क का करियर उनके लिए है जिनमें उत्कृष्ट संवाद कौशल हो तथा जो नित नए-नए लोगों से मिलने व उनसे संवाद स्थापित करने में माहिर हों. यह एक ऐसा कार्यक्षेत्र है जहाँ आपको अपने श्रोता की मनःस्थिति जानकर उसे अपने पक्ष में मोड़ना होता है.
अगस्त 1978 में मेक्सिको शहर में हुई दुनिया भर के जनसंपर्क संगठनों की प्रथम सभा ने जन-संपर्क को इस प्रकार परिभाषित किया- " जन-संपर्क रुझानों का विश्लेषण करने, उनके संभावित परिणामों को प्रक्षेपित करने, सांगठनिक नेतृत्व को परामर्श देने तथा योजनाओं को क्रियान्वित करने की एक ऐसी कला व सामजिक विज्ञान है जो संस्थान व लोगों दोनों के हितों का ध्यान रखती है." लोगों को जानना, समझना व उनके मत को प्रभावित करना एक महत्त्वपूर्ण कार्य है जिसके द्वारा विभिन्न मीडिया माध्यमों का उपयोग कर आप किसी व्यक्ति अथवा संस्थान की आम जनता में सही व गलत छवि बनाते हैं.
कॉलेज के स्तर के अनुसार, एक अच्छे पीआर कोर्स की वार्षिक फीस 10000 से 40000 तक हो सकती है. यदि आपका चुनाव सेंट जेविअर, मुंबई के लिए होता है तो वहां आपको 12000 रूपये वार्षिक फीस के रूप में देने होंगे. निजी संस्थानों में हालाँकि फीस बहुत ज्यादा है.
आप कोर्स के लिए विभिन्न बैंकों से एजुकेशन लोन भी प्राप्त कर सकते हैं. आप या तो पढ़ाई के दौरान ही जॉब करके या पढ़ाई पूरी करने के बाद ये लोन चुका सकते हैं. स्टेट बैंक ऑफ़ इण्डिया जैसे राष्ट्रीयकृत बैंक 7.5 लाख तक का लोन देते हैं.
शैक्षिक स्तर व आपकी योग्यता के अनुसार आप शुरू में 15,000 व इससे अधिक भी प्राप्त कर सकते हैं. यदि आप किसी कंपनी में सीईओ के सचिव के रूप में अपने करियर की शुरूआत करते हैं तो आपको 2 से 3 लाख वार्षिक वेतन मिल सकता है. यदि आप मार्केटिंग अथवा एड एजेंसी में कम्युनिकेशन प्रोफेशनल के रूप में करियर की शरूआत करते हैं तो आपको 2.5 लाख रूपये वार्षिक वेतनमान मिल सकता है. दूसरी तरफ यदि आप किसी न्यूज़ चैनल में एंकर के रूप में शुरूआत करते हैं तो आपको 30000 या उससे अधिक भी मासिक वेतन प्राप्त हो सकता है. परन्तु यहाँ काम करने के लिए आपको शिफ्ट में काम करने और विभिन्न स्थानों की यात्रा करने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए. किसी आईटी कंपनी में टेक्नीकल या कोर्पोरेट कम्युनिकेशन से करियर शुरू करने पर आप 15000 रूपये मासिक वेतन आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. आप सेल्स अथवा बिजनेस डेवलपमेंट पदों के लिए भी आवेदन कर सकते हैं बस ज़रुरत है आपके अन्दर उत्कृष्ट सेलिंग व संवाद स्किल का होना. वास्तव में इस क्षेत्र में अवसरों की कमी नहीं है.
पीआर प्रोफेशनल्स जिनके पास उत्कृष्ट स्तर की सम्वाद व लोगों को समझाने की क्षमता है, के लिए विभिन्न उद्योगों में अपार संभावनाएं हैं. विज्ञापन एजेंसियां व मार्केटिंग कम्पनियाँ अच्छे पीआर प्रोफेशनल्स की तलाश में हमेशा रहती हैं. कई पीआर प्रोफेशनल्स पीआर कोर्स करते हुए फोटोग्राफी अथवा विजुअल कम्युनिकेशन में भी कोर्स कर लेते हैं जिससे उन्हें फिल्म-मेकिंग कम्पनियों में आसानी से जॉब मिल जाती है.
भारत में इस क्षेत्र में रोज़गार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं. बालाजी टेलीफिल्म्स, मुक्ता आर्ट्स जैसी कई बड़ी कम्पनियां विभिन्न जॉब साइट्स पर क्रिएटिव हेड और दूसरे क्रिएटिव पदों के लिए विज्ञापन देती रहती हैं.
अच्छी संवाद वाले प्रोफेशनल्स की मांग लगभग हर उद्योग में है. उदाहरण के तौर पर आजकल कम्पनियों के एचआर प्रोफेशनल्स, सोफ्टवेयर प्रोफेशनल जैसे पदों के लिए व्यक्तियों का चुनाव करते समय कम्युनिकेशन स्किल को भी एक फैक्टर मानते हैं. भारत में मांग की तुलना में अच्छें इंग्लिश-स्पीकिंग प्रोफेशनल्स की हमेशा कमी रहती है. हालाँकि पिछल कुछ वर्षों में इंग्लिश का स्तर सुधरा है यहाँ तक कि गवर्नमेंट स्कूल के छात्र भी अच्छी इंग्लिश बोल सकते हैं. अतः प्रतिस्पर्धा बढ़ गयी है.
पीआर प्रोफेशन का विकास पिछले कुछ वर्षों में अद्वितीय रहा है. नित नए टीवी चैनलों, न्यूज़ चैनलों, आईटी कम्पनियों, बीपीओ/केपीओ के खुलने के कारण पीआर प्रोफेशनल्स की मांग अपने उद्योग उच्चतम स्तर पर है. होटल, शिपिंग एवं लोजिस्टिक्स जैसे दूसरे क्षेत्रों में भी पीआर प्रोफेशनल्स की बहुत मांग है. उन्हें रिसेप्शनिस्ट से लेकर लॉबी मैनेजर तथा सेल्स मैनेजर तक जैसे पद मिल सकते हैं. पिछले कुछ दशकों में एड एजेंसियों का भी अतुल्यनीय विकास हुआ है. विभिन्न सरकारी विभागों व कंपनियों में जन-संपर्क अधिकारी बनना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है. आप कुछ बड़े व धनवान लोगों के पब्लिक प्रोफाइल को मैनेज करने का काम भी कर सकते हैं. इसलिए इस समय पीआर प्रोफेशनल्स के लिए मार्केट उनकी चॉईस का है.
भारतीय प्रोफेशनल्स कई देशों में कई बड़े-बड़े मार्केटिंग पदों पर कार्यरत हैं. विशेषकर अमेरिका में कम्युनिकेशन प्रोफेशनल्स के लिए अपार संभावनाएं है. कई भारतीय वहां वेबसाईट व एड एजेंसी स्थापित कर अच्छी कमाई कर रहे हैं.
सकारात्मक
नकारात्मक
विषय के आधार पर जन-संपर्क, जन-संचार का ही एक भाग है. कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन, टेक्नीकल कम्युनिकेशन इत्यादि भी इससे मिलते-जुलते विषय ही हैं. वास्तव में ये सभी विषय एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं. अतः पीआर प्रोफेशनल के लिए हर क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं मौजूद हैं बस ज़रुरत है तो सिर्फ समय के साथ ज्यादा से ज्यादा सीखने की.
भारत की कुछ अग्रणी विज्ञापन कम्पनियां निम्न हैं:
इन कंपनियों के अलावा आप एचसीएल, विप्रो, इनफ़ोसिस इत्यादि आईटी कम्पनियों के लिए भी आवेदन कर सकते हैं चूंकि आजकल ये कम्पनियां भी पीआर क्षेत्र में अनुभव रखने वाले कॉर्पोरेट प्रोफेशनल्स को नियुक्त कर रही हैं. आप न्यूज़ एवं अन्य बड़े चैनलों में भी आवेदन कर सकते हैं.
जन-संपर्क में करियर बनाने के लिए आप निम्न सुझावों पर अमल कर सकते हैं: