12 जुलाई: मलाला दिवस
लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाने के कारण तालिबान की गोलियों की शिकार बनी मलाला युसुफजई का जन्मदिन 12 जुलाई (16वां) पाकिस्तान और पूरी दुनिया में मलाला दिवस के रूप में मनाया गया. मलाला युसुफजई ने 12 जुलाई 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के विशेष सत्र को संबोधित किया. संयुक्त राष्ट्र ने प्रत्येक वर्ष 12 जुलाई को मलाला दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी.
मलाला यूसुफजई से संबंधित मुख्य तथ्य
• वर्ष 2012 में संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने 10 नवंबर को मलाला यूसुफजई दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी.
• मलाला यूसुफजई को उसकी बहादुरी और स्वात की प्रतिकूल परिस्थितियों में महिलाओं की शिक्षा के लिए आवाज उठाने हेतु वर्ल्ड पीस एंड प्रॉस्पेरिटी फाउंडेशन के वीरता पुरस्कार से 19 नवंबर 2012 को सम्मानित किया गया.
• 9 अक्टूबर 2012 को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में तालिबान के आतंकियों ने मलाला यूसुफजई के सिर में गोली मार दी थी.
• मलाला यूसुफजई को फ्रांस के सिमोन डी बेवॉर पुरस्कार से 9 जनवरी 2013 को सम्मानित किया गया.
• वह बीबीसी के लिए ऊर्दू डायरी लिखने के कारण चर्चा में आई थीं.
यूएन स्पेशल एनवाय फॉर ग्लोबल एजुकेशंस यूथ करेज अवार्ड फॉर एजुकेशन
संयुक्त राष्ट्र में मलाला दिवस समारोह के मौके पर दो भारतीय सहित सात लड़कियों को यूएन स्पेशल एनवाय फॉर ग्लोबल एजुकेशंस यूथ करेज अवार्ड फॉर एजुकेशन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. विश्व की सात लड़कियों को उनके साहस और लड़कियों की शिक्षा एवं महिलाओं की प्रतिष्ठा के उद्देश्य को बढ़ावा देने की उपलब्धि हेतु यह विशेष पुरस्कार प्रदान किए गए. इसमें से दो भारतीयों बेंगलुरु की 21-वर्षीय अश्विनी और उत्तर प्रदेश की 15-वर्षीय रजिया को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
बांग्लादेश, नेपाल, मोरोक्को और सिएरा लियोन की लड़कियों को पुरस्कृत किया गया. इसमें मलाला की सहेली शाजिया को भी पुरस्कृत किया गया, जो उस समय घायल हो गई थी, जब तालिबान के आतंकवादियों ने वर्ष 2012 में मलाला यूसुफजई को गोली मारी थी.