केंद्र सरकार ने देश में वीआईपी सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला किया है. अब देश के अति महत्वपूर्ण हस्तियों (वीआईपी) की सुरक्षा में पहली बार सीआरपीएफ की महिला कमांडो को तैनात किया जाएगा. इसके लिए अभी 32 महिला कमांडो को VIP सुरक्षा की ख़ास ट्रेनिंग दी गई है.
अतिविशिष्ट व्यक्ति (वीआईपी) की सुरक्षा के लिये प्रशिक्षित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) महिला कमांडो की पहली टुकड़ी को जल्द ही गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और उच्च जोखिम वाली अन्य हस्तियों के साथ विभिन्न दायित्वों के निर्वहन के लिए तैनात किया जाएगा.
32 महिला कमांडो
सीआरपीएफ ने अपनी वीआईपी सुरक्षा इकाई में 32 महिला कमांडो की अपनी पहली टुकड़ी को तैयार किया है और अब उन्हें दिल्ली में स्थित शीर्ष ‘जेड-प्लस' सुरक्षाघेरा प्राप्त लोगों की रक्षा करने का काम सौंपा जाएगा. जानकारी के अनुसार पांच राज्यों के चुनाव के समय CRPF की महिला कमांडो को वीआईपी नेताओं की सुरक्षा में तैनात किया जा सकता है.
Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वीआईपी के हाउस प्रोटेक्शन (घर पर दी जाने वाली सुरक्षा) टीम में महिला कमांडो की तैनात होगी. इन महिला कंमाडोज की तैनाती Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा पाए गए वीआईपी के साथ होगी. जनवरी के पहले हफ्ते में महिला कमांडोज की तैनाती की जाएगी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अभी देश में 5 VIP को Z Plus सुरक्षा CRPF की तरफ़ से दी जा रही है. जिन पांच वीआईपी को अभी जेड प्लस सुरक्षा दी जा रही है उसमें गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल हैं.
जेड प्लस सुरक्षा कैसी होती है?
जेड प्लस सुरक्षा देस की दूसरी बड़ी सुरक्षा है. इसमें 36 सुरक्षाकर्मी होते है. इनमें 10 एनएसजी (National Security Guards) और SPG (Special Protection Group) कमांडो होते हैं,साथ ही कुछ पुलिस भी शामिल होती है. इसमें इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (Indo- Tibetan Border Police) और सीआरपीएफ (Central Reserve Police Force) के जवान भी सुरक्षा में तैनात होते हैं. इस सुरक्षा में पहले घेरे की ज़िम्मेदारी एनएसजी की होती है जबकि दूसरी परत एसपीजी कमांडो की होती है. साथ ही Z प्लस सुरक्षा में एस्कॉर्ट्स और पायलट वाहन भी दिए जाते हैं.
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