Green Hydrogen: समुद्री जल से ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए, हुई नई खोज, जानें इसके बारें में
शोधकर्ताओं ने ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए पूर्व-उपचार (Pre-treatment) के बिना ही समुद्री जल (Seawater) को सफलतापूर्वक विभाजित किया है. इस रिसर्च को नेचर एनर्जी पत्रिका में प्रकाशित किया गया है.

Green Hydrogen: शोधकर्ताओं ने ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए पूर्व-उपचार (Pre-treatment ) के बिना ही समुद्री जल (Seawater) को सफलतापूर्वक विभाजित किया है. इस रिसर्च को नेचर एनर्जी पत्रिका में प्रकाशित किया गया है.
एक अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने प्राकृतिक समुद्री जल को लगभग 100 प्रतिशत दक्षता के साथ ऑक्सीजन और हाइड्रोजन में विभाजित किया है. जिसे एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है.
इसकी मदद से इलेक्ट्रोलिसिस (Electrolysis) द्वारा हरित हाइड्रोजन का उत्पादन किया जा सकता है. इस प्रयास से स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के वैश्विक प्रयास को आगे बढ़ाया जा सकता है.
🤖🔎Scientists have split natural seawater into oxygen and hydrogen with nearly 100 per cent efficiency, to produce green hydrogen by electrolysis, using a non-precious and cheap catalyst in a commercial electrolyser https://t.co/KU5Acse8gv
— Machiavelli's Underbelly 🤖✨ (@mmm_machiavelli) February 3, 2023
रिसर्च के क्या है हाइलाइट्स?
इस अध्ययन में कहा गया है कि इसके लिए एक वाणिज्यिक इलेक्ट्रोलाइजर में एक गैर-कीमती और सस्ते कैटलिस्ट का उपयोग किया गया है. इसमें विशिष्ट गैर-कीमती उत्प्रेरक (Non-precious catalyst) के रूप में कोबाल्ट ऑक्साइड है, जिसकी सतह पर क्रोमियम ऑक्साइड होता है.
ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड विश्वविद्यालय के प्रमुख शोधकर्ता याओ झेंग (Yao Zheng) ने बताया कि शुद्धिकरण (Purification) या क्षारीकरण (Alkalisation) और रिवर्स ऑस्मोसिस डिसोलेशन (Reverse osmosis desolation) जैसी किसी भी पूर्व-उपचार अभिक्रियाओं की आवश्यकता के बिना समुद्री जल का उपयोग फीडस्टॉक के रूप में किया गया है.
झेंग ने आगे बताया कि समुद्री जल में उत्प्रेरकों के साथ एक वाणिज्यिक इलेक्ट्रोलाइज़र (Commercial electrolyser) का प्रदर्शन, अत्यधिक शुद्ध विआयनीकृत जल के फीडस्टॉक में चलने वाले प्लैटिनम/इरिडियम उत्प्रेरकों के प्रदर्शन की तरह ही था.
समुद्री जल इलेक्ट्रोलिसिस अभी भी शुद्ध पानी इलेक्ट्रोलिसिस की तुलना में अपने प्रारंभिक विकास के फेज में है. क्योंकि इलेक्ट्रोड अभिक्रियाओं और समुद्री जल का उपयोग करने की जटिलताओं से संक्षारण की समस्या उत्पन्न होती है.
ग्रीन हाइड्रोजन क्या है?
ग्रीन हाइड्रोजन, हाइड्रोजन का ही एक रूप है, इसका उत्पादन सोलर या विंड एनर्जी जैसे रेनूअबल एनर्जी स्रोतों की मदद से, जल के इलेक्ट्रोलिसिस प्रोसेस द्वारा किया जाता है. इसका उत्पादन बिना किसी ग्रीनहाउस गैस इमिशन के किया जाता है.
भारत में ग्रीन हाइड्रोजन पहल:
भारत में नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन की शुरुआत 19,744 करोड़ रुपये के प्रारंभिक बजट के साथ की गयी है. जिसमें साइट कार्यक्रमों के लिए 17,490 करोड़ रुपये आवंटित किये गए है. नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय इसके संबंधित घटकों के कार्यान्वयन के लिए योजना के दिशानिर्देश को तैयार करेगा.
इस प्रारंभिक बजट में पायलट प्रोजेक्ट्स के लिए 1,466 करोड़, अनुसंधान एवं विकास के लिए 400 करोड़ और अन्य कार्यों के लिए 388 करोड़ रुपये आवंटित किये गए है.
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