5G-Enabled Drone: स्टार्टअप IG Drones ने बनाया भारत का पहला 5G-सक्षम ड्रोन, जानें इसकी खासियत
टेक स्टार्टअप फर्म आईजी ड्रोन्स (IG Drones) ने हाल ही में भारत के पहले 5जी-सक्षम ड्रोन को विकसित किया है जो वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग में सक्षम है. इस ड्रोन को स्काईवॉक (Skyhawk) नाम दिया गया है.

India's first 5G-enabled drone: टेक स्टार्टअप फर्म आईजी ड्रोन्स (IG Drones) ने हाल ही में भारत के पहले 5जी-सक्षम ड्रोन (5G-enabled drone) को विकसित किया है जो वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग में सक्षम है.
इस ड्रोन को स्काईवॉक (Skyhawk) नाम दिया गया है जिसका उपयोग रक्षा और चिकित्सा अनुप्रयोगों के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों में भी किया जा सकता है.
Startup firm IG Drones develops India's first 5G-enabled drone; defence forces to benefit
— ANI Digital (@ani_digital) January 11, 2023
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भारत का पहला 5G-सक्षम ड्रोन, हाइलाइट्स:
पेलोड क्षमता: स्काईवॉक (Skyhawk) ड्रोन एक बार में 10 किलो का पेलोड लेकर उडान भर सकता है साथ ही यह लगभग पांच घंटे तक उड़ान भर सकता है. साथ ही यह ड्रोन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और थर्मल इमेजिंग जैसी क्षमताओं से भी लैस है.
कमांड सेंटर कंट्रोल: इसे 5G सेवाएं प्रदान करने वाले टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स की मदद से अधिक सटीकता के साथ ऑपरेट किया जा सकता है. इस 5G-सक्षम ड्रोन को फील्ड में रहने के बजाय सीधे तौर से कमांड सेंटर से कंट्रोल किया जा सकता है.
VTOL फीचर: वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (VTOL) की सुविधा के कारण इसे टेक-ऑफ या लैंडिंग के लिए किसी विशेष रनवे या ट्रैक की आवश्यकता नही होती है. इसके इस फीचर के कारण इसे किसी भी क्षेत्र में ऑपरेट किया जा सकता है.
IP67 रेटेड: यह ड्रोन IP67 रेटेड है इसे इसे NavIC + GPS नेविगेशनल सैटेलाइट के कॉम्बिनेशन के माध्यम से कंट्रोल किया जा सकता है.
सैटेलाइट कंट्रोल: यह ड्रोन किसी कारण से इंटरनेट लिंक उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में यह ड्रोन सैटेलाइट के माध्यम से भी ऑपरेट किये जाने में सक्षम है.
स्पीड: यह ड्रोन अपनी अधिकतम गति में 100 किमी की यात्रा 12 से 15 मिनट में कर सकता है.
5G-सक्षम ड्रोन की उपयोगिता:
इस प्रकार के 5G-सक्षम ड्रोन का उपयोग खासकर चिकित्सा क्षेत्र के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया जा सकता है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और थर्मल इमेजिंग क्षमताओं के कारण इस ड्रोन का उपयोग सीमा घुसपैठ की निगरानी रखने और रक्षा बलों द्वारा नियमित गश्त के दौरान भी किया जा सकता है.
कंपनी के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर संबित प्रसाद परिदा के अनुसार, इस ड्रोन का विकास चिकित्सा और रक्षा क्षेत्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए किया गया है.
कंपनी के अनुसार, इस प्रकार के 20-30 ड्रोन की तैनाती करके प्रति दिन 100-200 किलोमीटर के क्षेत्र की निगरानी की जा सकती है.
आईजी ड्रोन्स के बारें में:
आईजी ड्रोन्स भारत की एक ड्रोन सर्वेक्षण, मैपिंग और इंस्पेक्शन की सुविधा प्रदान करने वाली टेक कंपनी है. यह कंपनी कई राज्य सरकारों और 30 सबसे बड़े पीएसयू और MNCs के साथ साझेदारी कर रखी है. ओडिशा के संबलपुर में वीर सुरेंद्र साई प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में इसकी स्थापना की गयी थी. इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है.
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