Google Bard: गूगल ने पेश किया एआई चैटबॉट 'बार्ड',जानें ChatGPT और Bard में क्या है अंतर?
गूगल ने हाल ही में चैटजीपीटी (ChatGPT) को टक्कर देने के लिए गूगल बार्ड (Google Bard) नामक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालित चैटबॉट लांच किया है. गूगल का बार्ड 'LaMDA' लैंग्वेज मॉडल पर आधारित है.

गूगल ने हाल ही में चैटजीपीटी (ChatGPT) को टक्कर देने के लिए गूगल बार्ड (Google Bard) नामक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालित चैटबॉट लांच किया है. साथ ही टेक दिग्गज गूगल ने अपने मौजूदा सर्च इंजन के लिए नए AI टूल्स की भी घोषणा की है.
गूगल के अनुसार अभी पहले इसे टेस्टर्स के एक समूह द्वारा उपयोग किया जायेगा जिसके बाद बार्ड को आम लोगों के लिए पेश किया जायेगा. बार्ड Google के मौजूदा बड़े भाषा मॉडल लैम्डा पर बनाया गया है, जिसे एक इंजीनियर ने अपनी प्रतिक्रियाओं में इतना मानवीय बताया कि उसका मानना था कि यह संवेदनशील है.
चैटजीपीटी वर्तमान में टिक टॉक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म को पीछे छोड़ते हुए इतिहास में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाला यूजर एप्लिकेशन बन गया है.
1/ In 2021, we shared next-gen language + conversation capabilities powered by our Language Model for Dialogue Applications (LaMDA). Coming soon: Bard, a new experimental conversational #GoogleAI service powered by LaMDA. https://t.co/cYo6iYdmQ1
— Sundar Pichai (@sundarpichai) February 6, 2023
क्या है गूगल बार्ड?
अल्फाबेट के स्वामित्व वाले गूगल ने एआई चैटबॉट लांच किया है जिसे 'बार्ड' (Bard) नाम दिया गया है. यह एक प्रायोगिक एआई चैटबॉट है. कंपनी इसके लिए अपनी एआई चैटबॉट सर्विस को डेवलप कर रही है.
गूगल का बार्ड LaMDA पर आधारित है, जो फर्म के डायलॉग एप्लिकेशन सिस्टम के लिए लैंग्वेज मॉडल है, और कई वर्षों से डेवलपिंग फेज में है. वहीं अब Bard यूजर्स की उत्सुकता को बढ़ा रहा है.
जल्द लांच होगा गूगल बार्ड:
इसे माइक्रोसॉफ्ट समर्थित चैटजीपीटी टूल के प्रतिद्वंदी के रूप में देखा जा रहा है. इसे फिलहाल यूजर्स के फीडबैक के लिए जारी किया गया है. अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि कंपनी आने वाले हफ्तों में इसे सभी के लिए जारी कर सकती है. यूजर्स का फीडबैक लेने के लिए बार्ड नामक एक कन्वर्सेशनल एआई सर्विस को शुरू कर रही है.
एआई चैटबॉट क्या है?
एआई चैटबॉट सवालों के जवाब देने और जानकारी खोजने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं. चैटजीपीटी इसका अब तक का सबसे बड़ा उदाहरण है. एआई चैटबॉट ज्ञान के एक विशाल डेटाबेस के रूप में इंटरनेट पर मौजूद चीज़ों का उपयोग करते हैं. हालांकि इसमे चिंताएं ये भी है कि इसमें आपत्तिजनक सामग्री और गलत सूचना भी शामिल हो सकती है.
चीनी प्रौद्योगिकी फर्म Baidu ने घोषणा की कि वह एर्नी (Ernie) नामक एआई संचालित चैटबॉट लॉन्च करने वाली है.
ChatGPT और गूगल Bard में क्या है अंतर?
गूगल के बार्ड और चैटजीपीटी के बीच मुख्य अंतर यह है कि बार्ड में रियल टाइम में वेब सर्फ करने की क्षमता है ताकि पूछे गए प्रश्नों का ह्यूमन बीइंग जैसा जवाब दे सके. जबकि, ChatGPT केवल वही जानकारी प्रदान कर सकता है जो उसके डेटा बेस में मौजूद है.
ChatGPT मॉडल लैंग्वेज के रूप में जनरेटिव प्री ट्रेंड ट्रांसफॉर्मर-3 (GPT-3) का उपयोग करता है. वहीँ गूगल बार्ड, LaMDA पर आधारित है, जो फर्म के डायलॉग एप्लिकेशन सिस्टम के लिए लैंग्वेज मॉडल है.
हालांकि दोनों एआई चैटबॉट ही है, लेकिन जहाँ एक ओर गूगल बार्ड को गूगल जैसी मल्टीनेशनल कंपनी डेवलप की है वही ChatGPT को एक स्टार्टअप OpenAI ने लांच किया है.
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