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राष्ट्रीय प्रतीक | सम्मान

  • Republic Day 2022: 26 जनवरी की परेड से संबंधित 13 रोचक तथ्य

    Republic Day 2022: हर साल आप 26 जनवरी के अवसर पर राजपथ पर आयोजित परेड को दूरदर्शन या अन्य के माध्यम से देखते हैं| लेकिन क्या आपको पता है कि 26 जनवरी की परेड के आयोजन की जम्मेवारी किसकी है एवं इसके आयोजन में कितना खर्च होता है? इस लेख में हम 26 जनवरी की परेड से जुड़े 13 रोचक तथ्यों का विवरण दे रहें हैं|

    Jan 26, 2022
  • भारत का राष्ट्रीय ध्वजः तथ्यों पर एक नजर

    ध्वज, किसी भी देश की आज़ादी और संप्रभुता का प्रतीक होता हैं | भारत बहुजनो का देश है जैसे हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई यहूदी, पारसी, और अन्य जाति और जनजाति जिनको ये राष्ट्रीय ध्वज एक सूत्रों में बांधने का काम करता है | भारत का राष्ट्रिय ध्वज भारत के लोगों के साथ-साथ स्वतंत्रता के लिए भारत के लंबे संघर्ष का भी प्रतिनिधित्व करता है| आइये भारतीय गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत के राष्ट्रीय ध्वज के बारे में अध्ययन करते हैं.

    Jan 25, 2021
  • अशोक चक्र की 24 तीलियां क्या दर्शातीं हैं?

    सम्राट अशोक के बहुत से शिलालेखों पर प्रायः एक चक्र (पहिया) बना हुआ है इसे अशोक चक्र कहते हैं. यह चक्र "धर्मचक्र" का प्रतीक है. भारत के राष्ट्रीय ध्वज में अशोक चक्र को स्थान दिया गया है. अशोक चक्र में 24 तीलियाँ होती हैं जिनमे हर एक तीली का एक विशेष मतलब होता है. इस लेख में इन 24 तीलियों के अर्थ को समझाया गया है.

    Aug 14, 2020
  • कौन से गणमान्य व्यक्तियों को वाहन पर भारतीय तिरंगा फहराने की अनुमति है?

    भारतीय ध्वज संहिता (Flag Code Of India), 2002 ने उन गणमान्य व्यक्तियों का नाम सूचीबद्ध किया है जो कि अपनी कारों पर राष्ट्रीय ध्वज फहरा सकते हैं. इस लेख में सभी गणमान्य व्यक्तियों के नामों की सूची दी गयी है.

    Feb 27, 2020
  • बाघ: भारत का राष्ट्रीय पशु

    शालीनता, दृढ़ता, फुर्ती और अपार शक्ति के कारण 'रॉयल बंगाल टाइगर' को भारत का राष्ट्रीय पशु माना जाता है. इसका वैज्ञानिक नाम 'पैंथेरा टिगरिस -लिन्नायस' है. बाघ की आठ प्रजातियों में से भारत में पायी जाने वाली बाघ प्रजाति को 'रॉयल बंगाल टाइगर'  के नाम से जाना जाता है. बाघ को 1973 में भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया था. वर्ष 2018 में भारत में बाघों की कुल संख्या बढ़कर 2967 हो गई है.

    Nov 18, 2019
  • जानें प्रधानमंत्री के बॉडीगार्ड्स के ब्रीफ़केस में क्या होता है?

    प्रधानमंत्री की सुरक्षा बहुत ही जिम्मेदार लोगों से बनी संस्था एसपीजी (विशेष सुरक्षा दल) 'स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप' के हाथों में होती है. लोकसभा के चुनावों के दौरान आपने ध्यान दिया होगा कि प्रधानमंत्री के साथ कुछ बॉडीगार्ड्स चलते हैं और उनके हाथ में सूटकेस भी होता है. क्या आप जानते हैं कि इस ब्रीफ़केस या सूटकेस में क्या होता है? आखिर क्यों ये बॉडीगार्ड्स ब्रीफ़केस लेकर चलते हैं. आइये जानते हैं.

    Sep 17, 2019
  • क्या आप भारतीय झंडा संहिता,2002 के बारे में जानते हैं?

    Flag Code of India: या भारतीय ध्वज संहिता, 2002 में यह बताया गया है कि भारत का राष्ट्रीय ध्वज किस कपडे से, कितनी नाप का बनाया जाना चाहिए और किसी राष्ट्रीय त्यौहार पर राष्ट्रीय झंडे को किस प्रकार फहराया जाना चाहिए?

    Aug 13, 2019
  • ‘जन गण मन’: भारत का राष्ट्र गान

    भारत के राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ की रचना नोबेल पुरस्कार प्राप्त भारतीय कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा मूलतः बांग्ला भाषा में 1911 ई. में की गयी थी| ‘जन गण मन’ के हिंदी संस्करण को भारतीय संविधान सभा द्वारा 24 जनवरी,1950 को राष्ट्रगान के रूप में स्वीकृति प्रदान की गयी| ‘जन गण मन’ को पहली बार 27 दिसंबर,1911 को कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया था|

    Jan 25, 2019
  • स्कूलों और कॉलेजों में सही तरीके से झंडा फहराने के क्या नियम हैं?

    भारत में सही तरीके से झंडा फहराने के नियम भारतीय झंडा संहिता, 2002 में दिए गए हैं. स्कूल और कॉलेज में सही तरीके से झंडा फहराने का नियम यह है कि स्कूल के विद्यार्थी खड़े होकर एक खुला वर्गाकार बनायेंगे. इस वर्ग में 3 तरफ विद्यार्थी खड़े होंगे और चौथी तरफ बीच में झंडा होगा. प्रधानाध्यापक/झंडे को फहराने वाला गणमान्य व्यक्ति और मुख्य छात्र; झंडे से तीन कदम पीछे खड़े होंगे.

    Jan 25, 2019
  • कार की नंबर प्लेट पर अशोक चिन्ह का उपयोग कौन कर सकता है?

    भारत का राज्य चिन्ह (अनुचित प्रयोग प्रतिषेध) अधिनियम, 2007 की अनुसूची 2 के नियम 7 के अनुसार केवल कुछ सांविधिक प्राधिकारियों और अन्य उच्चाधिकारियों को ही यह अधिकार होगा कि वे अपनी कारों पर अशोक का चिन्ह या EMBLEM इस्तेमाल कर सकते हैं. इस लेख में आप जानेंगे कि कौन कौन से लोग इस चिन्ह का इस्तेमाल कर सकते हैं.

    Jan 25, 2019
  • राष्ट्रीय ध्वज को किन परिस्थितियों में आधा झुकाया जाता है

    भारत सरकार ने मार्शल ऑफ इंडियन एयर फोर्स अर्जन सिंह के निधन पर सोमवार 18 सितम्बर, 2017 को राजकीय शोक की घोषणा की थी और पूरे दिन दिल्ली के सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि किन-किन परिस्थितियों में राष्ट्रीय धवज को आधा झुकाया जाता है. यदि आप इस प्रश्न के उत्तर से अनभिज्ञ हैं तो इस लेख को पढ़कर अवश्य जान जाएंगे कि किन-किन परिस्थितियों में राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुकाया जाता है.

    Sep 19, 2017
  • भारत रत्न : भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान

    ‘भारत रत्न’ भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जिसे कला, साहित्य, विज्ञान, खेल के क्षेत्र में असाधारण योगदान तथा उच्च लोक सेवा को मान्यता देने के लिए भारत सरकार की ओर से प्रदान किया जाता है। पहली बार भारत रत्न पुरस्कार की घोषणा भारत के प्रथम राष्ट्रपति श्री राजेन्द्र प्रसाद द्वारा 2 जनवरी 1954 को की गयी थी । भारत रत्न के प्रथम प्राप्तकर्ता डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, सर सी.वी.रमन और चक्रवर्ती सी. राजगोपालाचारी थे |

    Mar 15, 2016
  • ज्ञानपीठ सम्मान: भारत का सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान

    ज्ञानपीठ सम्मान भारत का सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान है, जिसकी शुरुआत भारतीय ज्ञानपीठ के संस्थापक साहू शांतिप्रसाद जैन की पचासवीं वर्षगाँठ पर 22 मई,1961 को की गयी थी| प्रथम ज्ञानपीठ सम्मान वर्ष 1965 में जी. शंकर कुरूप को प्रदान किया गया | वर्ष 2015 के लिए ज्ञानपीठ सम्मान रघुवीर चौधरी को प्रदान किया गया है|

    Nov 6, 2017
  • जानें भारत का गलत नक्शा दिखाने पर कितनी सजा और जुर्माना लगेगा

    भारत के नक़्शे के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं को देखते हुए सरकार “भू-स्थानिक सूचना बिल 2016” लाने का विचार कर रही है. इस बिल  के अनुसार, भारत की किसी भी भू-स्थानिक जानकारी को प्राप्त करने, प्रसार, प्रकाशन या वितरण करने से पहले सरकारी प्राधिकरण से अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया है. यदि कोई भारत के नक़्शे का गलत प्रसार, प्रकाशन या वितरण करता है तो उस पर 100 करोड़ रुपये का जुर्माना या 7 साल की कैद हो सकती है.

    May 23, 2017
  • वंदे मातरम् : भारत का राष्ट्रीय गीत

    बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा लिखित ‘वंदे मातरम्’ गीत भारत का राष्ट्रीय गीत है | भारत की संविधान सभा द्वारा 24 जनवरी,1950 को इस गीत के पहले दो पदों को राष्ट्रीय गीत का दर्जा प्रदान किया गया | वंदे मातरम् गीत के पहले दो पद संस्कृत भाषा तथा बाकी पद बांग्ला भाषा में हैं। सर्वप्रथम वर्ष 1896 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में इस गीत को गाया गया था ।

    Mar 15, 2016

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