भारत को ब्रिटिश शासन से 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी. उस समय सम्पूर्ण भारत में हर्ष और उल्लास था. लेकिन इस तथ्य को भी नहीं भुलाया जा सकता है कि भारत को विभाजन से गुजरना पड़ा था. इस दौरान लोगों ने बहुत कुछ झेला था. क्या आप जानते हैं कि भारत में ऐसे भी जिले थे जिन्हें भारत के साथ स्वतंत्रता प्राप्त नहीं हुई थी. इसके पीछे क्या कारण था. आइये इस लेख के माध्यम से अध्ययन करते हैं.
हैदराबाद के पूर्व निजाम उस्मान अली खान को भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों में गिना जाता है. ब्रिटिश न्यूजपेपर ‘द इंडिपेंडेन्ट’ की एक खबर के अनुसार हैदराबाद के निजाम (1886-1967) की कुल संपत्ति 236 अरब डॉलर आंकी गई थी. आइये इस लेख में मेरे उस्मान अली खान के बारे में कुछ रोचक तथ्यों को जानते हैं.
जैसा की आप जानते हैं कि अब पुराने वाहनों पर भी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य कर दी गई है. 1 अप्रैल, 2019 और इसके बाद से बनने वाले वाहनों में पहले से ही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य है. आइये इस लेख के माध्यम से हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट, इसके फायदे, इत्यादि के बारे में अध्ययन करते हैं.
ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट या आधिकारिक गुप्त अधिनियम, 1923 भारत में अंग्रेजों द्वारा बनाया गया जासूसी निरोधक कानून है. इस कानून को अंग्रेजों ने हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को जासूसी के आरोपों में फंसाने के लिए बनाया था. इस एक्ट में उन कार्यों और गतिविधियों के बारे में स्पष्ट बताया गया है जो कि अपराध की श्रेणी में आते हैं. इस अधिनियम के तहत किसी ऑफिस की किसी भी प्रकार की डिटेल, उसका नक्सा, स्केच या पासवर्ड किसी विदेश एजेंट से शेयर करना अपराध की श्रेणी में आता है.
हवाई जहाज से यात्रा करना सबको पसंद है और अधिकतर लोग आजकल इसका उपयोग कर रहे है. ये एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से और कम समय में पहुंचा देता है. परन्तु क्या अपने कभी सोचा है कि हवाई जहाज का माइलेज क्या है या 1 लीटर ईंधन में यह कितना चलता है. आइये इस लेख के माध्यम से अध्ययन करते हैं.
भारत में प्लास्टिक के सिंगल यूज़ को खत्म करने के लिए पहल 2 अक्टूबर, 2019 से शुरू हो गयी है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि देश में हर दिन 25,940 टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है, जिसमें 40% प्लास्टिक कचरा इकठ्ठा नहीं हो पाता है और एक वर्ष में 60 मिलियन टन ठोस कचरा उत्पन्न होता है. आइये इस लेख के माध्यम से अध्ययन करते हैं कि 2022 तक किस प्रकार प्लास्टिक प्रदूष्ण को खत्म किया जा सकता है, इसके लिए क्या-क्या घोषणा की गई है.
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