विश्व में आर्थिक विकास के पहिये को रफ्तार देने के लिए पर्यटन का अहम योगदान माना जाता है। यही वजह है कि तमाम देश अपने यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर प्रयास करते रहते हैं, जिससे विदेशी सैलानी देश में घूमने के लिए पहुंचे। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ने के साथ विदेशी मुद्रा का भी लेनदेन होता है, जो कि आर्थिक विकास के लिए अधिक महत्वपूर्ण है। कोरोना महामारी की वजह से पर्यटन क्षेत्र खासा प्रभावित हुआ है, हालांकि, अब एक बार फिर गाड़ी पटरी पर आने लगी है। साल 2022 में भारत में करीब 62 लाख विदेशी सैलानियों ने भ्रमण किया था। वहीं, भारत के सकल घरेलू उत्पाद(GDP) में पर्यटन की 6.23 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके साथ ही रोजगार में यह 8.7 फीसदी का योगदान करता है। भारत में देशी सैलानियों के अलावा हर साल अलग-अलग देशों सो लोग भ्रमण के लिए पहुंचते हैं। हालांकि, आपको बता दें कि भारत में कई ऐसी जगह हैं, जहां पर किसी भी आम व्यक्ति के जाने पर पाबंदी है।
Barren Island
बैरेन आइलैंड अंडमान में स्थित है, जो कि भारत का इकलौता ज्वालामुखी है। यह एक्टिव टैक्टोनिक प्लेट्स के बीच स्थित है। इस आइलैंड को आप समुद्री यात्रा के दौरान देख सकते हैं, लेकिन यहां पर किसी को उतरने की अनुमति नहीं है।
Pangong Tso, Ladakh
पेंगॉन्ग स्तो लद्दाख में खूबसूरत झील है। पहाड़ों के बीच स्थित यह झील अपने खूबसूरत नजारे के लिए जानी जाती है। वहीं, इस झील के पास बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है। नीले आसमान के नीचे इस नीली झील को देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी पहुंचते हैं। हालांकि, इसका कुछ हिस्सा विवादित है, जो कि चीन की सीमा के नजदीक है। ऐसे में इस झील के कुछ हिस्सों में किसी भी आम व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं है।
Islands of Lakshadweep
लक्षद्वीप पर कई छोटे-बड़े आइलैंड हैं, जिनकी संख्या 35 से ऊपर है। यहां आने वाले यात्रियों को केवल कदमत, कवारत्ती,अगाती, मिनिकॉय और बंगाराम जैसे आइलैंड पर घूमने की अनुमति मिलती है। इसके अलावा बाकी आइलैंड पर लोगों को नहीं जाने दिया जाता है। यह आइलैंड नौसेना के लिए भी महत्वपूर्ण बेस कहा जाते हैं। ऐसे में यहां सुरक्षा मानकों का ध्यान रख किसी भी आम व्यक्ति को आने की अनुमति नहीं है।
North Sentinel Island
नॉर्थ सेंटीनेल आइलैंड अंडमान का आइलैंड है। यह भारत की सबसे अनोखी जगहों में से एक है। इस आइलैंड पर कुछ जातियों के रहने का भी दावा किया जाता है। वहीं, सुरक्षा कारणों से यहां पर किसी भी भारतीय को जाने की अनुमति नहीं है।
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