उत्तर भारत में इस समय सर्दी का शुरुआत हो गई है। वहीं, जब उत्तर भारत की बात होती है, तो इसके प्रमुख राज्यों में उत्तर प्रदेश का नाम भी प्रमुखता से लिया जाता है। भारत का यह राज्य अपनी सांस्कृतिक विरासत, समृद्ध इतिहास और अनूठी परंपराओं के लिए जाना जाता है। वहीं, यहां के प्रत्येक जिले की अपनी विशेषता है।
विशेषताओं की वजह से यूपी के प्रत्येक जिले ने अपने मूल नाम के अलावा उपनाम से भी पहचान बनाई है। इस कड़ी में यूपी में एक जिला ऐसा भी है, जो सर्दी के मौसम में अपनी खास पहचान रखता है। जिसे ‘गर्म कपड़ों का शहर’ भी कहा जाता है। कौन-सा है यह शहर, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
कब बना उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश राज्य का पुनर्गठन 24 जनवरी, 1950 को किया गया था। इससे पहले यह संयुक्त प्रांत नाम से जाना जाता था। संयुक्त प्रांत का गठन अंग्रेजों द्वारा अवध और आगरा प्रांत को मिलाकर किया गया था, जबकि इससे पहले यहां उत्तर-पश्चिम प्रांत हुआ करता था। इतिहास में और पीछे देखें, तो यहां कोसल और पांचाल साम्राज्य का शासन रहा था।
उत्तर प्रदेश में कुल कितने जिले हैं
उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले हैं, जो कि 18 मंडलों में आते हैं। ये सभी मंडल कुल चार संभागों में आते हैं, जिनमें पूर्वांचल, मध्यांचल, पश्चिमांचल और बुंदेलखंड शामिल हैं। कुछ किताबों में हमें बघेलखंड और रोहिलखंड का भी जिक्र मिलता है। प्रदेश में 76वां जिला बनने का भी प्रस्ताव है, जिसका नाम कल्याण सिंह नगर प्रस्तावित है।
कौन-सा जिला है ‘गर्म कपड़ों का शहर’
अब सवाल है कि यूपी में कौन-सा जिला ‘गर्म कपड़ों का शहर’ कहलाता है। आपको बता दें कि कानपुर शहर को ‘गर्म कपड़ों का शहर’ भी कहा जाता है। यह शहर पूर्व का मैनचेस्टर के रूप में भी अपनी पहचान रखता है।
क्यों कहा जाता है ‘गर्म कपड़ों का शहर’
कानपुर शहर में आजादी से पहले ही कई कपड़ा मिल स्थापित हो गई थीं। इसमें कई मिलें अपने गर्म कपड़ों के उत्पादन के लिए जानी जाती हैं। इनमें से एक लाल इमली मिल है, जो कि ऊनी कपड़ों के लिए जानी जाती थी। इसके अलावा यहां कई मिलों में गर्म कपड़ों और कंबलों का उत्पादन किया जाता है।
पूरे प्रदेश में इस जिले में सबसे अधिक गर्म कपड़ों और कंबलों का उत्पादन होता है, जिसे यूपी समेत उत्तर भारत के विभिन्न शहरों में भेजा जाता है। हालांकि, आपको बता दें कि उत्तर भारत में लुधियाना और पानीपत गर्म कपड़ों के उत्पादन के लिए प्रमुख रूप से जाने जाते हैं।
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