भारत के किस गांव में विदेशियों को नहीं मिलता प्रवेश, जानें

भारत अपने समृद्ध इतिहास और संस्कृति के साथ-साथ प्राकृतिक संदुरता की वजह से भी जाना जाता है। इसकी सुंदरता को निहारने के लिए विदेशी सैलानी भी आते हैं, लेकिन भारत में एक ऐसा गांव भी है, जहां किसी भी विदेशी सैलानी को प्रवेश नहीं दिया जाता है। आज हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे।
विदेशियों पर प्रतिबंध वाला गांव
विदेशियों पर प्रतिबंध वाला गांव

भारत का अपना समृद्ध इतिहास है और यह अपनी संस्कृति के साथ-साथ अपनी प्राकृतिक संदुरता की वजह से भी जाना जाता है। यहां पर झील-झरने और पहाड़ों की सुंदरता न सिर्फ भारत के लोगों के दिलों में बसती है, बल्कि विदेशियों को भी अपनी तरफ खींचती है। यही वजह है कि हर साल भारत में बड़ी मात्रा में विदेशी सैलानी भारत की सुंदरता को निहारने के लिए पहुंचते हैं। हालांकि, क्या आपको पता है कि भारत में एक ऐसा गांव भी है, जहां सिर्फ भारतीयों को जाने दिया जा सकता है, लेकिन यहां कोई भी विदेशी सैलानी प्रवेश नहीं कर सकता है। आज हम आपके साथ भारत के एक ऐसे ही गांव की कहानी को साझा कर रहे हैं। जानने के लिए यह लेख पढ़ें। 

 

कहां है यह गांव

भारत का यह अनूठा गांव देश की राजधानी नई दिल्ली से करीब 300 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उत्तराखंड की वादियों में बसे इस गांव का नाम चकराता गांव है। यहां पर भारत के अलावा अन्य किसी भी देश के लोगों को गांव में आने की अनुमति नहीं है।

 

प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है गांव

उत्तराखंड का यह गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता की वजह से जाना जाता है। यहां पर स्थित झील-झरने और सुंदर वादियां देश के अलग-अलग हिस्सों में रहे लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचती हैं। यही नहीं, विदेश में भी रहने वाले लोग इस गांव की यात्रा करना चाहते हैं, लेकिन वे करीब से इस गांव की सुंदरता को निहार नहीं पाते हैं। बीते कुछ वर्षों में विदेशी सैलानियों ने बाइक टूर के दौरान इस गांव से भी गुजरने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कभी भी इस गांव से नहीं गुजरने दिया।  

 

क्यों लगा हुआ है प्रतिबंध

दरअसल, उत्तराखंड के इस गांव में भारतीय सेना का मिलिट्री बेस बना हुआ है। वहीं, यहां से चीन की दूरी भी बहुत कम है। साल 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के बाद यहां पर तिब्बती यूनिट जमा हुई थी। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से यहां पर किसी भी विदेशी सैलानी को प्रवेश नहीं दिया जाता है। हालांकि, भारतीय लोग यहां पर जा सकते हैं। 

 

टाइगर फॉल है मशहूर

यहां पहुंचने पर आपको 100 मीटर की ऊंचाई से गिरने वाला टाइगर फॉल भी देखने को मिल जाएगा। हालांकि, यहां तक पहुंचने के लिए आपको करीब 6 किलोमीटर की ट्रैकिंग करनी पड़ेगी। क्योंकि, टाइगर फॉल तक किसी भी प्रकार का कोई वाहन नहीं जाता है। इसके अलावा चकराता से चार किमी की दूरी तय कर चिरमिरी पहुंच आपको सूर्यास्त का सुंदर नजारा भी देखने को मिल सकता है।  

 

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