Share Market में क्या होता है Bull और Bear का मतलब और ये कैसे करते हैं काम, जानें

Share Market: भारत में बीते कई वर्षों में शेयर मार्केट का चलन बढ़ा है। स्मार्टफोन आने के बाद से अब शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना और भी आसान हो गया है। युवा अब विभिन्न एप की मदद से पता लगा लेते हैं कि बाजार में उतार-चढ़ाव होने पर कब कहां अपना शेयर बेचना है। वहीं, आपने शेयर मार्केट से जुड़े मशहूर बुल और बीयर के बारे में भी सुना होगा। क्या आपको पता है कि आखिर शेयर मार्केट में बुल और बीयर का इस्तेमाल क्यों किया जाता है। साथ ही इन दोनों का क्या काम होता है। इस लेख के माध्यम से हम आपको शेयर मार्केट में इन दोनों के इस्तेमाल करने की वजह और इनके काम को लेकर जानकारी देंगे। जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
क्या होता है बुल का मतलब
दरअसल, बुल को तेजड़िया कहा जाता है। बुल(बैल) वह होता है, जिसका काम मार्केट को ऊपर ले जाना होता है। अब सवाल है कि इसे बुल क्यों कहा जाता है। तो आपको बता दें कि बैल के सींगे होते हैं, ऐसे में वे हमेशा सामने वाले पर हमला करते हुए उसे अपनी सींगों से ऊपर उछालता है। ऐसे में मार्केट में उछाल आने पर उसे बुल कहा जाता है। यह एक प्रकार के शेयर ट्रेडर होते हैं, जो मार्केट में सक्रिय होते हैं।
क्या होता है बीयर का मतलब
अब सवाल है कि बीयर का क्या मतलब होता है, तो आपको बता दें कि बीयर वह है, जिसका काम मार्केट को गिराने का होता है। बीयर को मार्केट में मंदड़िया भी कहा जाता है। इनका काम मार्केट को गिराकर अधिक लाभ कमाना होता है। वहीं, इन्हें बीयर इसलिए कहा जाता है, क्योंकि भालू जब भी अपना शिकार करता है, तो वह अपने सामने वाले पर हमला कर उसे गिरा देता है। वहीं, मार्केट में शेयर गिरने की तुलना भी बीयर से की जाती है।
बुल और बीयर कैसे करते हैं काम
बुल का काम
बुल शेयर मार्केट में मंदी के समय शेयर खरीदते हैं। शेयर खरीदने के बाद यह बिना जल्दबाजी किये शेयर बेचने के लिए सही समय का इंतजार करते हैं। बुल अक्सर महंगाई के समय में अपना शेयर बेचते हैं और अधिक मुनाफा कमाते हैं। वहीं, कुछ बुल लंबे समय तक निवेश करते हैं। उनका निवेश करने का समय 20 या इससे अधिक वर्ष का भी हो सकता है। ऐसे ट्रेडर को बिग-बुल नाम से जाना जाता है, जो मार्केट में पुराने होते हैं और निवेश के मामले में भी बड़े होते हैं।
बीयर का काम
बीयर का काम मार्केट को गिराना होता है। यह भविष्य में बाजार गिरने का अनुमान लगाकर अपना शेयर बेच देते हैं और बाद में उसे ही खरीद लेते हैं। यह शेयर बेचने के साथ मार्केट में बाजार गिरने का माहौल भी बनाते हैं, जिससे लोग अपना शेयर बेच देते हैं। ऐसे में बाजार गिरना शुरू हो जाता है। उदाहरण के तौर पर, बीयर किसी भी कंपनी के बारे में अनुमान लगा लेते हैं कि फलां का शेयर गिरने वाले और बीयर अपना शेयर बेचना शुरू कर देते हैं। ऐसे में बाकी निवेशकों में भी भय बन जाता है और वे भी अपने शेयर बेच देते हैं, जिससे मार्केट में गिरावट आ जाती है।