IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा है, जिसके लिए हर साल लाखों युवा तैयारी करते हैं। इनमें से सभी की सफलता सुनिश्चित नहीं होती, क्योंकि परीक्षा कठिन होने की वजह से कई युवा इस रेस से बाहर हो जाते हैं। वहीं, कई युवाओं को इस परीक्षा को पास करने में कई साल लग जाते हैं। आज हम आपको केरल के रहने वाले शख्स मिथुन प्रेमराज की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने एमबीबीएस करने के बाद सिविल सेवा में जाने का निर्णय लिया और चार बार फेल हो गए, जिसमें वह तीन बार इंटरव्यू में फेल हो गए थे। लेकिन, उन्होंने हार मानने के बजाय अपनी तैयारी जारी रखी और पांचवे प्रयास में 12वीं रैंक के साथ आईएएस अधिकारी बन गए।
मिथुन प्रेमराज का परिचय
मिथुन प्रेमराज मूल रूप से केरल के कोझिकोड के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा के बाद मेडिकल परीक्षा की तैयारी की और एमबीबीएस में दाखिला लेकर डॉक्टर बनने का सफर पूरा किया। इसके बाद उन्होंने नई दिल्ली के भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान से सार्वजनिक स्वास्थ्य में डिप्लोमा हासिल किया। हालांकि, उनके मन में आईएएस बनने का सपना पल रहा था। मिथुन के परिवार में उनके पिता प्रेमराज बाल रोग विशेषज्ञ हैं व बहन रेडियोलॉजिस्ट हैं।
2015 में शुरू की यूपीएससी की तैयारी
मिथुन की साल 2015 में मेडिकल की पढ़ाई पूरी हो गई थी। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवाओं में शामिल होने का निर्णय लिया। इसके लिए उन्होंने तैयारी की और अपना पहला प्रयास किया, लेकिन वह पहले प्रयास में फेल हो गए।
तीन बार इंटरव्यू में फेल
मिथुन राज ने पहले प्रयास में फेल होने के बाद हिम्मत नहीं हारी, बल्कि तैयारी जारी रखी। उन्होंने अपना दूसरा प्रयास दिया और इस बार वह प्रिलिम्स और मेंस परीक्षा को पास करते हुए इंटरव्यू तक पहुंचे। लेकिन, वह इस बार इंटरव्यू में रह गए। उन्होंने फिर से तैयारी की और वह फिर से इंटरव्यू में रह गए। उन्होंने चौथी बार प्रयास किया और वह इस बार भी इंटरव्यू में रह गए। तीन बार लगातार इंटरव्यू में फेल होने के कारण उनकी उम्मीदें खत्म होने को थी, लेकिन उन्होंने इस स्थिति में भी खुद को संभाला और फिर से अपनी तैयारी में जुट गए।
पांचवे प्रयास में हासिल की 12वीं रैंक
मिथुन प्रेमराज ने अपनी तैयारी जारी रखते हुए पांचवा प्रयास किया और साल 2020 की परीक्षा में शामिल हुए। इस बार उन्होंने फिर से इंटरव्यू में जगह बनाई और साथ ही परीक्षा को भी पास कर लिया। यही नहीं उन्होंने न सिर्फ परीक्षा पास की, बल्कि वह 12वीं रैंक के साथ आईएएस टॉपर की सूची में भी शामिल हो गए। मिथुन प्रेमराज जब 2020 की परीक्षा में शामिल हो रहे थे, तब उनकी ड्यूटी कोरोना वार्ड में चल रही थी। इस दौरान वह वार्ड में भी अपनी तैयारी में कमी नहीं होने देते थे।
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