IAS Success Story: हर साल देशभर में सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस परीक्षा में लाखों युवा अपने मेहनत व किस्मत को आजमाते हैं। लेकिन, इसमें से बहुत ही कम युवाओं का सपना पूरा होता है। क्योंकि, इस परीक्षा का पास करना आसान नहीं होता है। यही वजह है कि कुछ युवा अपना रास्ता भी बदल लेते हैं, जबकि कुछ युवा सफलता मिलने तक अपनी तैयारी में लगे रहते हैं। इस लेख के माध्यम से हम आपको एक ऐसे ही शख्स रवि जैन की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में तीन बार असफलता का सामना किया और चौथे प्रयास में सफलता हासिल कर आईएएस अधिकारी बन गए।
रवि जैन का परिचय
रवि जैन मूलरूप से झारखंड के देवघर के रहने वाले हैं। रवि ने अपनी स्कूली शिक्षा झारखंड से पूरी की। वह पढ़ने में होशियार थे, ऐसे में 10वीं और 12वीं में उनके 85 फीसदी अंक आए। वहीं, अपनी स्कूली पढ़ाई होने के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की परीक्षा पास की और दिल्ली के नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में दाखिला लिया। रवि के पिता व्यवसायी हैं और माता गृहणी हैं।
जब तीन बार फेल होने का करा सामना
रवि ने पहले तीन साल ताल तक नौकरी की और बाद में यूपीएससी के माध्यम से सिविल सेवाओं में करियर बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए उन्होंने तैयारी शुरू कर दी थी। वह तैयारी के साथ पहले प्रयास में शामिल हुए, लेकिन पहली बार में प्रिलिम्स भी नहीं निकाल सके। इसके बाद उन्होंने दूसरा प्रयास किया और दूसरी बार प्रिलिम्स की परीक्षा पास कर ली, लेकिन वह इस बार मेंस की परीक्षा में रह गए। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और खुद को तीसरे प्रयास के लिए तैयार किया। रवि ने अपना तीसरा प्रयास भी दिया, लेकिन वह इस बार भी असफल हो गए। उन्हें लगातार तीन बार असफलता का मुंह देखना पड़ा।
चौथे प्रयास में हासिल की 9वीं रैंक
रवि जैन ने अपनी पिछली तीन असफलताओं से सबक लेते हुए अपनी कमियों पर काम किया। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा में चौथा प्रयास किया और इस बार उन्होंने प्री,मेंस और इंटरव्यू को मिलाकर 1043 अंक प्राप्त किए और इसके साथ ही उनकी देशभर में 9वीं रैंक आई, जिससे वह टॉप-10 टॉपर की सूची में भी शामिल हो गए। यही नहीं यूपीएससी के साथ-साथ उनका बिहार लोक सेवा आयोग में भी राज्य कर अधिकारी के रूप में चयन हो गया था। हालांकि, उन्होंने यूपीएससी को ही तवज्जों दी।
अभ्यर्थियों को दी यह सलाह
एक साक्षात्कार में रवि जैन ने यूपीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वे एनसीईआरटी पाठ्य पुस्तकों का अच्छी तरह से अध्ययन करें। इसके साथ ही करेंट अफेयर्स के लिए एक दैनिक अखबार और कुछ वेबसाइट की भी मदद ले सकते हैं। साथ ही रिविजन पर भी जोर देना होगा और अधिक से अधिक लिखकर प्रैक्टिस करने पर भी जोर रखें।
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