IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) की ओर से जब सिविल सेवा का परिणाम जारी होता है, तो हमारे सामने कई आशा, निराशा और जज्बे की कहानी सामने आती है। आज हम आपके सामने देश की प्रतिष्ठित सिविल सेवा को क्रैक करने वाली एक ऐसे शख्स ऐश्वर्या श्योराण की कहानी लेकर आए हैं, जिन्होंने मॉडलिंग का करियर छोड़ सिविल सेवा को प्राथमिकता दी और अपने पहले प्रयास में ही इस कठिन परीक्षा को पास कर लिया। तो आइये, जानते हैं उनके मॉडलिंग करियर से यूपीएससी सफर के बारे में।
ऐश्वर्या का परिचयः
ऐश्वर्या दिल्ली की निवासी हैं। उनके पिता कर्नल अजय कुमार एनसीसी तेलंगाना बटालियन, करीमनगर के कमांडिंग ऑफिसर हैं। ऐश्वर्या की स्कूली और कॉलेज शिक्षा दिल्ली से ही पूरी हुई। उन्होंने संस्कृति स्कूल से स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकोनॉमिक ऑनर्स में स्नातक की डिग्री हासिल की। अपनी पढ़ाने में आगे रहने के साथ-साथ वह एक्ट्रा करिकुलर गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेती थी।
अभिनेत्री ऐश्वर्या राय के नाम पर परिवार ने रखा था नाम
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऐश्वर्या ने एक साक्षात्कार में बताया था कि मां ने उनका नाम मिस वर्ल्ड रही अभिनेत्री ऐश्वर्या राय के नाम पर रखा था। उनकी मां चाहती थी कि बेटी भी बड़ी होकर मिस इंडिया बने।
मॉडलिंग में करियर
ऐश्वर्या की मॉडलिंग करियर की शुरुआत भी दिल्ली से हुई थी। जब वह 19 साल की थी, तब उन्होंने मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा था। वहीं, साल 2014 में उन्होंने मिस क्लीन एंड क्लियर का खिताब जीता। साल 2015 में वह मिस कैंपस प्रिंसेस दिल्ली रही। वह लगातार इसमें बढ़ती रही और 2016 में फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता में भाग लिया। इस प्रतियोगिता में वह फाइनलिस्ट रही। इसके अलावा उन्होंने डिजाइनरों और पत्रिकाओं के साथ भी मॉडलिंग की। उन्होंने बॉम्बे टाइम्स फैशन वीक, लक्मे फैशन वीक, अमेजन फैशन वीक और मनीष मल्होत्रा जैसे डिजाइनरों के साथ काम किया।
यूपीएससी की तरफ झुकाव
ऐश्वर्या ने बेशक मॉडलिंग की दुनिया में अपने कदम जमाना शुरू कर दिए थे, लेकिन उनके मन में देश की सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवा को क्रैक कर आईएएस अधिकारी बनने का सपना था। ऐश्वर्या के मुताबिक, "मैंने सोचा था कि चूंकि मैं हमेशा से एकेडमिक्स में अच्छा रही हूं, इसलिए मुझे मॉडलिंग करियर से एक या दो साल का ब्रेक लेना चाहिए और सिविल सेवाओं को आजमाना चाहिए, क्योंकि यह हमेशा से मेरा सपना रहा है।"
बिना कोचिंग के पहले प्रयास में पाई सफलता
ऐश्वर्या श्योराण ने बिना कोचिंग के पहले प्रयास में ही सफलता हासिल कर ली थी। इसके लिए उन्होंने किसी कोचिंग संस्थान में दाखिला नहीं लिया, बल्कि खुद से ही तैयारी की। हालांकि, इसके लिए उन्हें सोशल मीडिया से दूरी बनानी पड़ी। यहां तक की उन्हें अपना फोन भी बंद करना पड़ा, जिससे वह पूरी तरह से पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सके। ऐश्वर्या के मुताबिक, यह सब अचानक नहीं हुआ। क्योंकि, वह शुरू से ही पढ़ने में होशियार थी। वह अपने स्कूल में भी हेड गर्ल थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सबसे प्रतिष्ठित एसआरसीसी से अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी की। वहीं, उनके मन में शुरू से ही राष्ट्रीय स्तर पर देश की सेवा करने का इच्छा थी, जिसे उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर पूरा कर दिया।
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