Pariksha Pe Charcha 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में छात्रों से संवाद किया और उन्हें परीक्षा में 100 प्रतिशत सफलता के लिए टिप्स भी दिए. प्रधानमंत्री ने छात्रों को समझाया कि परीक्षा के प्रेशर को अपने ऊपर हाबी न होने दें. समृद्ध लोकतंत्र के लिए अपनों के द्वारा हुई आलोचना को सकारात्मक लें. समृद्ध लोकतंत्र के लिए आलोचन आवश्यक है. इस बार छात्रों के लिए थीम हमारी संस्कृति हमारा गर्व, मेरी प्रिय किताब, पर्यावरण सुरक्षा रखी गई थी. प्रधानमंत्री ने बताया कि देश में एवरेज 6 घंटे लोग स्क्रीन पर अपना समय गुजारते है. आप गैजेट्स के गुलाम बन कर न रहें .
प्रधानमंत्री से परीक्षा पर चर्चा के संवाद के दौरान स्टेडियम में 2 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं मौजूद रहे. इस बार 38 लाख 80 हजार से ज्यादा बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया. आइये जानें किन बिंदुओं पर पीएम ने की चर्चा -
- पीएम ने छात्रों से कहा अपने टाइम मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दें. सफलता का कोई शॉर्ट्स कट न अपनाएं सफलता किसी शार्ट कट से कभी नहीं मिलती है.
- अपनी आलोचना से न डरें, आलोचना को सकारात्मक लें. कभी-कभी ये जानना भी महत्वपूर्ण होता है कि, आलोचना करने वाला कौन है, जो अपना है वे कहता है तो आप उसकी बातों को सकारात्मक लेते हैं लेकिन जो आपको पसंद नहीं है यदि वह कुछ कहता है तो ऐसी बातों को इग्नोर करें. आलोचना करने वाले आदतन करते रहते हैं तो उसे एक बक्से में डाल दीजिए क्योंकि उनका इरादा कुछ और है।
- पीएम ने छात्रों से कहा कि पहले काम को समझिए, हमें भी जिस चीज की जरूरत है उसी पर फोकस करना चाहिए, अगर कुछ अचीव करना है तो हमारा फोकस उससे सम्बन्धित स्पेसिफिक एरिया पर होना चाहिए तभी हमें रिजल्ट मिलेगा. हमें 'स्मार्टली हार्डवर्क' करना चाहिए, तभी अच्छे परिणाम मिलेंगे.
- अपनी मेहनत पर फोकस करें उससे अच्छा नतीजा मिलेगा.
- अपनी माँ के काम से टाइम मैनेजमेंट सीखें. कठिन विषयों को अधिक समय दें.
- परीक्षाएं आती जाती हैं लेकिन स्टूडेंट्स जिन्दगी जीना न भूलें.
- एक अनुभव है कि टीचर अपने में खोएं रहते हैं और वो एक निश्चित सेलेबस पर ही ध्यान देते हैं.
- टेक्नोलॉजी का प्रयोग करें लेकिन उसके गुलाम न बने.
- स्टूडेंट्स टीचर्स की कही बातों को हमेशा याद रखते हैं. इसीलिए टीचर्स स्टूडेंट्स को सकारात्मक रूप से समझाने का प्रयास करें
- पढाई के लिए अनुशासन जरुरी है.
- साथ ही प्रधानमंत्री ने अभिभावकों से भी संवाद किया, पीएम ने कहा अभिभावक छात्रों को स्वतंत्र रूप से कार्य करने दें उनके ऊपर दबाव न बनाएँ.
- टीचर स्टूडेंट्स को प्रेम से समझाएं.