UPSC IAS 2022: कुछ लोगों की इच्छा होती है कि वे अपने साथ-साथ समाज के लिए भी कुछ करे। इसके लिए वे अलग-अलग पेशे को अपनाते हैं और काम करते हैं। कुछ लोग डॉक्टर होते हुए भी समाज की सेवा करते हैं। हालांकि, कुछ लोगों के लिए यह काफी नहीं होता है। यही वजह है कि वह किसी और पेशे से जुड़कर अपने इस लक्ष्य के लिए बढ़ते हैं। आज हम एक ऐसी ही कहानी लेकर आए हैं, जिसमें नेहा जैन ने डेंटिस्ट से लेकर आइएएस के सपने को साकार किया और वह अब समाज की सेवा करने में जुटी हुई हैं।
डॉ. नेहा जैन की लोगों की सेवा करने की इच्छा ही उनके लिए सिविल सेवक बनने की प्रेरणा बनी। उन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में टॉप करके यह उपलब्धि हासिल की है। डॉ नेहा जैन उन लोगों के लिए एक उदाहरण हैं, जो आसमान से परे लक्ष्य रखते हैं।
UPSC IAS 2022: डॉ नेहा जैन की सफलता की कहानी
नेहा जैन का जन्म और परवरिश दिल्ली में हुई। उनके माता-पिता पीके जैन और मंजूलता जैन दोनों ही न्यू एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड में कार्यरत हैं। उनका छोटा भाई भी एक चिकित्सक है। नेहा बचपन से ही मेधावी छात्रा थी। शुरु से ही उनका पढ़ने में ध्यान रहता था। बड़ी होकर वह डेंटिस्ट बन गई। नेहा ने एनके बागरोडिया पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की, जहां उन्होंने 10वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने दंत चिकित्सा में डिग्री के साथ मौलाना आज़ाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज से स्नातक किया। इसके बाद उन्होंने ओबेरॉय डेंटल क्लिनिक में डेंटल कंसल्टेंट के रूप में भी काम किया।
हालांकि, डेंटिस्ट बनने के बाद भी वह समाज की सेवा करने लक्ष्य को मिस कर रही थी। ऐसे में उन्होंने प्रशासनिक अधिकारी बनकर लोगों की सेवा करने का निर्णय लिया। ऐसे में UPSC सिविल सेवा के अलावा और क्या बेहतर विकल्प हो सकता था।
UPSC IAS 2022: नेहा जैन की यूपीएससी की तैयारी रणनीति
डॉ. नेहा ने अपने फैसले पर रहते हुए एक कोचिंग क्लास ज्वाइन की, जहां उन्होंने पढ़ते हुए प्रतिदिन के करंट अफेयर्स को पूरा करने का लक्ष्य रखा। हालांकि, इस दौरान उन्होंने अपनी नौकरी से भी कोई समझौता नहीं किया।
नेहा का मानना था कि अगर वह अपनी सिविल सेवा की तैयारी के लिए हर दिन 4-5 घंटे दें, तो वह सफल हो सकती हैं। तकनीक के दौर में किसी को व्यक्तिगत रूप से कक्षा में जाने की जरूरत नहीं है। ऐसे कई संस्थान हैं, जो वर्चुअल क्लासेस चला रहे हैं। यह डॉ. नेहा के लिए एक अच्छा विकल्प था।
नेहा ने पढ़ाई के मूल स्तर से शुरुआत की। वह अपने लेखन कौशल को बढ़ाने के लिए हर दिन अखबारों के संपादकीय पढ़ती थी और करंट अफेयर्स को कभी भी अपने शेड्यूल से मिस नहीं होने दिया। उन्होंने मॉक टेस्ट दिए और प्रतियोगिता के लिए रूटिन बनाकर तैयारी की। टेस्ट में खराब रैंक आने पर उन्हें और कड़ी मेहनत करती पड़ती थी, जबकि एक अच्छी रैंक ने उन्हें आवश्यक प्रेरणा दी। नेहा ने स्टेटिक GK के सभी विषयों का नियमित अध्ययन किया और रिवीजन के लिए भी समय निकाला। इस संबंध में नेहा कहती हैं, "आपको कई स्रोतों की आवश्यकता नहीं है, प्रति विषय बस एक किताब ठीक है।" पारंपरिक पुस्तकों का अध्ययन करना आवश्यक है।
मेन्स के लिए, वह उत्तर लेखन का अभ्यास करने का सुझाव देती हैं। साथ ही उम्मीदवार आज कई वेबसाइटों पर अपने उत्तर पोस्ट कर सकते हैं। प्रतिदिन 4-5 उत्तर लिखना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि उत्तर लेखन में बिंदुओं को शामिल करना भी जरूरी है।
वह कहती हैं, "ज्ञान होना ठीक है, लेकिन अगर आप इसे कागज पर अच्छी तरह से प्रस्तुत नहीं कर सकते तो कोई फायद नहीं?"
नेहा का ऑप्शनल विषय लॉ था। इसलिए उन्हें GS II का पेपर अन्य की तुलना में आसान लगा। एथिक्स के लिए वह सीमित सामग्री को पढ़ने और बुद्धि पर अधिक निर्भर रहने का सुझाव देती है। उन्होंने उम्मीदवारों से ज्यादातर केस स्टडी से संबंधित नोट्स अच्छी तरह से तैयार करने की सलाह दी है।
इसी रणनीति पर चलते हुए नेहा ने UPSC 2017 में 14वीं रैंक हासिल कर सफलता हासिल की। सफलता हासिल करने के बाद वह फिरोजाबाद में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तैनात हुईं।
नेहा जैन द्वारा सिविल सेवा परीक्षा में प्राप्त किए गए अंक।
विषय | कुल अंक | प्राप्त अंक |
निबंध | 250 | 154 |
सामान्य अध्ययन 1 | 250 | 118 |
सामान्य अध्ययन 2 | 250 | 118 |
सामान्य अध्ययन 3 | 250 | 141 |
सामान्य अध्ययन 4 | 250 | 104 |
वैकल्पिक विषय 1 (लॉ) | 250 | 155 |
वैकल्पिक विषय 2 (लॉ) | 250 | 128 |
कुल लिखित | 1750 | 918 |
साक्षात्कार | 275 | 197 |
कुल | 2025 | 1097 |
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