कोरोना महामारी ने अब तक दुनिया को ठीक से छोड़ा भी नहीं था की दुनिया के सामने अब नई मुसीबात आ खड़ी हुई है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन ( world health organisation ) के द्वारा कैमल फ्लू को लेकर चिंता जताई गयी है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन के एक्सपर्ट्स के अनुसार मध्य ईस्ट में रेस्पिरेटरी सिंड्रोम MERS जिसे की कैमल फ्लू के नाम से भी जाना जा रहा है , नामक खतरनाक बीमारी फैलने का डर है.
विशेषज्ञों को चिंता है की यह घातक बीमारी न सिर्फ क़तर में बल्कि पूरी दुनिया को भी अपनी चपेट में ले सकती है. ज्ञात हो की इस वक़्त क़तर में फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन किया जा रहा है जिसके चलते पूरी दुनिया के लोग वहां जा रहे हैं.
क्या होता है कैमल फ्लू
दरअसल कैमल फ्लू एक तरह का वायरस है जो की ऊंटों से इंसानों में फैलता है. मिस्त्री डॉक्टर अली मोहम्मद ज़की के अनुसार कैमल फ्लू के अधिकांश केस अरब पेनिनसुला में ही मिलते है. डॉ ज़की ने वर्ष 2012में सऊदी अरब में कैमल फ्लू का पहला केस दर्ज किया था.
जनवरी 2021 तक कैमल फ्लू के 2500 केस दर्ज किये गये थे. इस बीमारी की घातकता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है की जो भी लोग इस बीमारी से ग्रस्त हुए उनमें से 35 % अपनी जान से हाथ धो चुके हैं.
जानें कैमल फ्लू के लक्षण
कैमल फ्लू को SARS जैसे वायरस के समान माना जा रहा है. रिपोर्ट के अनुसार कैमल फ्लू के लक्षण निम्नलिखित हैं.
साँस लेने में तकलीफ
बुखार
खांसी
डायरिया और गैस जैसी परेशानी
उल्टी
गौरतलब है की बुज़ुर्ग, किडनी मरीज़ कैंसर मरीज़ व डायबिटीज़ मरीज़ों को इस बीमारी से अधिक खतरा है साथ ही कमज़ोर इम्युनिटी वाले लोगों के लिए भी यह बीमारी घातक साबित हो सकता है.
कैसे फैलता है वायरस
चूंकि कैमल फ्लू एक वायरस है इस कारण वह आसानी से जानवरों से मनुष्य के बीच फ़ैल सकता है. साथ ही किसी संक्रमित व्यक्ति के डायरेक्ट या इनडायरेक्ट संपर्क में आने से इस वायरस के बहुत तेज़ी से फैलने के चांस हैं.
क्यों क़तर से फ़ैल सकता है फ्लू
ऊंट रेगिस्तान में पाया जाने वाला काफी प्रसिद्ध जानवर है साथ ही खाड़ी देशों में इनका पालन भी किया जाता है. ऊंटों को कई तरीकों से काम में भी लिया जाता है जैसे की ट्रांसपोर्टेशन, दूध व मांस आदि जिस कारण ऊंटों से यह बीमारी व्यापक तौर पर इंसानों में फैलने का डर है.
WHO ने जारी की एडवाइज़री
कैमल फ्लू की गंभीरता को देखते हुए WHO ने चिंता ज़ाहिर की है जिस कारण WHO ने एक एडवाइज़री जारी की है जिसमें कहा गया है की क़तर में टूर्नामेंट देखने आने वाले लोग ऊंटों के करीब न जाएं और उन्हें बिल्कुल भी न छुएं क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा है.