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First Vegetarian city: जानें भारत में स्थित विश्व के पहले वेजीटेरियन शहर के बारे में

क्या आप जानते हैं विश्व में एक ऐसा शहर भी है जो पूरी तरह से शाकाहारी है और ये शहर हमारे ही देश भारत में स्थित हैI जहाँ किसी भी तरह से  भोजन के रूप में जीव हत्या वर्जित हैI आइये जानें इस शहर के बारे में

World first vegetarian city
World first vegetarian city

क्या आपने कभी कल्पना की है कि, विश्व में कोई ऐसा भी शहर हो सकता है जो पूरी तरह वेजीटेरियन हो? जी हाँ विश्व में एक ऐसा शहर है जो पूरी तरह से वेजीटेरियन है और ये शहर किसी और देश में नहीं बल्कि भारत में ही स्थित हैI जी हाँ, भारत में एक ऐसा शहर है जो पूरी तरह से शाकाहारी हैI यहाँ हम बात कर रहे हैं भारत के पश्चिम भाग में स्थित गुजरात राज्य के एक छोटे से शहर पलिताना की I पलिताना, गुजरात के भावनगर जिले में स्थित हैI  ये जैन धर्म को मानने वालों के लिए सबसे शुद्ध और सबसे सम्मानित गंतव्य स्थान है I यहां खाने के उद्देश्य से किसी जानवर को मारना बिल्कुल अवैध है, साथ ही अंडे या मांस बेचना भी यहाँ सख्त मना है। 

पालिताना :

भावनगर से लगभग 50 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित पलिताना, इसके नाम विश्व में 900 से अधिक मंदिरों के एक ही पर्वत पर स्थित होने का रिकॉर्ड  है, जैनियों के लिए पर्वत सहित सभी पालिताना मंदिर धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह जैन समुदाय के लिए सबसे पवित्र तीर्थस्थल या (तीर्थ) भी है और इसे दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर परिसर माना जाता है।

पालिताना एक जैन धार्मिक स्थल :

गुजरात के भावनगर जिले में स्थित पालिताना एक जैन धार्मिक स्थल है I ये जैनियों के लिए सबसे पवित्र शहरों में से एक है यहाँ जैन मंदिरों के कई समूह स्थित हैंI ऐसा माना जाता है कि, जैन धर्म के पहले तीर्थंकर आदिनाथ यहाँ स्थित पहाड़ियों के बीच चले थे, तब से इस स्थल को धार्मिक स्थल माना जाता है और जैन धर्म के अनुयाइयों को अपने जीवन काल में एक बार यहाँ अवश्य आना होता है I 

क्यों बैन है यहाँ नॉनवेज ?

वर्ष 2014 में, सरकार ने इस क्षेत्र में भोजन के लिए जीव हत्या पर प्रतिबंध लगा दिया और तब से, यहाँ एक भी जानवर नहीं मारा जाता है। इस प्रतिबन्ध का कारण लगभग 200 जैन भिक्षुओं की भूख हड़ताल है और मांग रखी कि यदि सरकार इस क्षेत्र में जीव हत्या और उपभोग की अनुमति देती है तो इससे वे इसके स्थान पर वो मरना पसंद करेंगे।
भिक्षुओं ने सभी 250 स्लाटर हाउस और मीट की दुकानों को बंद करने की मांग की, जिससे राज्य सरकार को ऐसा करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस प्रकार, शहर को नॉन वेग मुखत क्षेत्र घोषित किया गया था। हालांकि, यहाँ डेयरी उत्पादों की अभी भी अनुमति है और शहर में लोग दूध, घी, मक्खन आदि का सेवन करते हैं।