बीए (ऑनर्स) अर्थशास्त्र के सिलेबस को काफी कठिन होता हैं। स्टूडेंट्स को मौजूद डाटा का एनालिसिस करने क्षमता का बेहतर होना भी जरूरी होता हैं।
मैथ्स के स्टूडेंट
मैथ्स के स्टूडेंट्स के लिए ये फील्ड काफी अवसरों को लेकर आएगी, वहीं जो गणित के छात्र नहीं है या उन्हें गणित में इंटरेस्ट नहीं हैं वो इस फील्ड में ना जाए।
कोर्स
बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स, बीएससी इकोनॉमिक्स, बीए इन बिजनेस इकोनॉमिक्स, बीए इन एप्लाइड इकोनॉमिक्स और सिर्फ बीए।
पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल कोर्स
इकोनॉमिक्स इन एमए, एमए इन फनेंसियाल इकोनॉमिक्स, एम इन इकनोमेट्रिक्स,एमए इन अप्लाइड इकोनॉमिक्स, एमए इन बिजनेस इकोनॉमिक्स, MSC इन इकोनॉमिक्स, MBA इन बिजनेस इकोनॉमिक्स।
जॉब के अवसर
इन कोर्सो को करने के बाद आप फाइनेंशियल एनालिस्ट, लेवर इकोनॉमिस्ट, इक्विटी एनालिस्ट, कॉस्ट अकाउंटेंट, बिजनेस इकोनॉमिस्ट, डाटा एनेलिस्ट और फाइनांशियल इकोनॉमिस्ट बन सकते हैं।
योग्यता
बारहवीं तक इकोनॉमिक्स को आर्ट स्ट्रीम में एक विषय के तौर पर पढ़ाया जाता हैं। आगे इसे पढ़ने के लिए छात्र बीए इन इकोनॉमिक्स और उसके बाद पीजी कोर्स करके आप इकोनॉमिस्ट बन सकते हैं।
प्रथम विश्वयुद्ध के कारण और परिणाम क्या थें, जानिए