By Priyanka Pal11, Oct 2024 06:00 PMjagranjosh.com
क्या आप जानते हैं भारत के मशहूर मेलों के बारे में जिसमें आपको परंपरा रीति-रिवाजों और उत्सवों की बेहतरीन झलक देखने को मिलेगी। आज जानिए ऐसे ही 7 मशहूर मेलों के बारे में।
पुष्कर ऊंट मेला
यह प्रतिष्ठित मेला व्यापारियों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को ऊंट व्यापार, सांस्कृतिक प्रदर्शन और रोमांचक ऊंट दौड़ के एक मंत्रमुग्ध कर देने वाले तमाशे में एक साथ लाता है। यह मेला नवंबर के महीने में लगता है।
कुंभ मेला
यह एक आध्यात्मिक तीर्थयात्रा है जो लाखों भक्तों को आकर्षित करती है। यह दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समारोहों में से एक के रूप में, यह चार पवित्र स्थानों - प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में हर चार साल में एक बार आयोजित किया जाता है।
सूरजकुंड शिल्प मेला
हरियाणा में आयोजित होने वाले इस मेले को विभिन्न भारतीय राज्यों के कारीगरों, पारंपरिक शिल्प, लोक नृत्य और पाककला के लिए एक वैश्विक मंच के रूप में कार्य करता है। यह मेला फरवरी में लगता है।
गोवा कार्निवल
परेड, संगीत, नृत्य और रंग-बिरंगे परिधानों का प्रदर्शन होता है। यह उत्सव राज्य में भारतीय और पुर्तगाली संस्कृतियों के अनूठे मिश्रण को दर्शाता है। यह मेला फरवरी में लगता है।
सोनपुर पशु मेला
हरिहर क्षेत्र मेला के नाम से भी जाना जाने वाला यह एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला है, जो बिहार के सोनपुर में लगता है। यहां आपको हाथी, घोड़े और कई तरह के जानवरों की खरीद-फरोख्त देखने को मिलेगी।
जोनबील मेला
असम के पारंपरिक आदिवासी जोनबील मेले का आयोजन करते हैं। वस्तु विनिमय प्रणाली इस मेले में आज तक जगाकर रखा गया है।
अम्बुबाची मेला
असम के गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर में आयोजित होने वाला यह एक वार्षिक धार्मिक समागम है। यह मेला आमतौर पर मानसून के मौसम में, विशेष रूप से जून के महीने में आयोजित होता है।
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