सिलेबस से बाहर की बुक्स से ऐसे मिलेगी एकेडमिक सक्सेस
By Priyanka Pal09, Dec 2024 03:17 PMjagranjosh.com
सक्सेस को हमेशा ग्रेड और टेस्ट स्कोर से मापा जाता है। जो स्टूडेंट अपने सिलेबस की कठोरी समीओं से परे जाते हैं, वे अक्सर न केवल अकेडमिक सक्सेस बल्कि लाइफ में खुद को काफी सही जगह पहुंचा सकते हैं।
ज्ञान का क्षितिज
सिलेबस की किताबें अक्सर स्टूडेंट को पहले से तय सिलेबस तक ही सीमित रखती हैं। फिक्शन, नॉन फिक्शन और वैज्ञानिक पत्रिकाओं में लेखों को व्यापक रुप से पढ़ने से स्टूडेंट को विविध दृष्टिकोणों और सिलेबस से परिचित होने का मौका मिलता है।
कौशल
राय के लेखों और रिसर्च सहित विभिन्न साहित्यिक विधाओं की खोज, छात्रों को जानकारी का आलोचनात्मक मूल्यांकन करने के लिए मोटिवेट करती हैं।
कम्यूनिकेशन
सिलेबस से परे पढ़ने से शब्दावली और भआषा में उल्लेखनीय सुधार होता है। विभिन्न संदर्भों में नए शब्दों का सामना करने से स्टूडेंट को समझने में मदद मिलती है।
रचनात्मकता
स्टूडेंट को इतिहास या विज्ञान जैसी विवध विधाओं में डूबे होते हैं। रचनात्मकता अकसर समस्या – समाधान से जुड़ी होती है। यह स्टूडेंट को चुनौती का अनोखे दृष्टिकोण से सामना करने की अनुमति देती है।
फोकस
डिजिटल युग में पढ़ाई को बेहतरीन तरीके से समझना और ध्यान को बढ़ावा देता है। किसी उपन्यास को पूरा करने या किसी गहन विश्लेषण को समझने के लिए आवश्यक अनुशासन स्टूडेंट की एजुकेशन पर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को मजबूत करता है।
मजबूत कौशल
अकेडमिक सक्सेस अक्सर जानकारी को इकट्ठा करने, उसका आकलन करने और प्रभावी ढंग से लागू करने की क्षमता पर निर्भर करती है।
सीखना
जो स्टूडेंट पढ़ाई की आदत को कम उम्र में बना लेते हैं, उनमें सीखने के प्रति आजीवन प्रेम बढ़ाने की क्षमता ज्यादा विकसित हो जाती है।
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