फॉलो करें 9-8-7 स्टडी मेथड, बच्चा पढ़ने में कभी नहीं करेगा आनाकानी
By Mahima Sharan07, Mar 2024 01:09 PMjagranjosh.com
कैसे हो पढ़ाई
एक दिन में केवल 24 घंटे होते हैं और हमें इन 24 घंटों को संतुलित करना चाहिए, जिसमें से कुछ घंटे काम के लिए, कुछ घंटे परिवार और दोस्तों के लिए और कुछ घंटे आराम के लिए होने चाहिए।
बच्चों का नहीं लगता पढ़ाई में मन
इसी प्रकार, जो बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं उन्हें भी इन 24 घंटों को 9-8-7 विधि से लागू करना चाहिए और एक स्वस्थ और प्रभावी जीवन शैली जीना चाहिए। अब आप सोच रहे होंगे कि क्या ये 9-8-7 तरीका है? तो आइए जानते हैं कैसे बनाए बच्चों के पढ़ाई को मजेदार-
9-8-7 अध्ययन विधि
9-8-7 तकनीक एक ऐसी विधि है जो जीवन को संतुलित करने, उत्पादकता बढ़ाने और आपकी रिकवरी में सुधार करने में मदद करती है। दरअसल, 987 नियम का मतलब है कि आप 24 घंटों को 9, 8 और 7 में बांट लें, जिसमें से 9 घंटे आप अपने काम को दें या 9 घंटे बच्चे अपनी पढ़ाई को दें।
8 अंटे को ऐसे बांटे
इसके अलावा निजी जीवन, पारिवारिक जीवन, खेल-कूद या दोस्तों के साथ 8 घंटे बिताएं। वहीं, सोने के लिए 7 घंटे का समय तय करें। इस तरह जब आप 24 घंटों को तीन भागों में बांटते हैं तो आप एक संतुलित जीवन बनाते हैं जिससे आपकी उत्पादकता बढ़ती है।
कैसे मदद करती है?
9-8-7 अध्ययन विधि बच्चों को उनकी पढ़ाई में बहुत मदद करती है क्योंकि इससे उनके शरीर को उचित आराम मिलता है, उन्हें खेल-कूद के लिए समय मिलता है और जब वे ये दो काम ठीक से करते हैं तो वे 9 घंटे तक पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
पढ़ाई पर फोकस
बच्चों की पढ़ाई के लिए आप इन 9 घंटों को दो या तीन हिस्सों में बांट सकते हैं। जिसमें बच्चा पहले 3 घंटे पढ़ाई करता है, फिर एक या दो घंटे पढ़ाई करता है, फिर 3 घंटे और पढ़ाई करता है। इस तरह बच्चा पढ़ाई में ध्यान केंद्रित कर पाता है और पढ़ाई से बोर नहीं होता।
सिर्फ बच्चों को ही नहीं बल्कि बड़ों को भी इस तकनीक को अपने काम में लगाना चाहिए। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ
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