By Priyanka Pal18, May 2024 11:53 AMjagranjosh.com
एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग के तहत हार्वेस्टिंग, फार्म इक्विपमेंट्स और मशीनरी के कंस्ट्रक्शन, डिज़ाइन और इम्प्रूवमेंट से जुड़े सारे कार्य शामिल होते हैं ताकि एग्रीकल्चरल सेक्टर में निरंतर सुधार हो सकें। जानिए आप इस सेक्टर में अपना करियर कैसे संवार सकते हैं।
रिक्रूटमेंट ऑप्शन
स्टडी के अनुसार, अधिकांश एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चरल और संबद्ध सर्विसेज में कार्यरत थे। सरकार द्वारा 16% इंजीनियर्स को जॉब्स मुहैया करवाई गईं।
कार्य
एग्रीकल्चरल सेटिंग्स में साइट्स की इंस्पेक्शन, इक्विपमेंट मोनिटरिंग, लैंड रिक्लेमेशन और वाटर मैनेजमेंट प्रोजेक्ट्स की देखरेख करने से संबद्ध कार्य भी करते हैं।
रोजगार के प्रमुख क्षेत्र
एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स विभिन्न सेक्टर्स जैसेकि, फार्मिंग, फॉरेस्ट्री और फ़ूड प्रोसेसिंग आदि में काम करते हैं।
स्किल्स
जिन इंजीनियर्स के पास कंप्यूटर प्रोग्रामिंग स्किल्स होते हैं, वे एग्रीकल्चर में जियोस्पेशल सिस्टम्स और आर्टिफीशल इंटेलिजेंस को इंटीग्रेट करने का काम करते हैं।
एग्रीकल्चरल सेक्टर
एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग के तहत फार्मिंग या एग्रीकल्चर सेक्टर के लिए नई-नई टेक्नोलॉजी का विकास किया जाता है।
जॉब
आप एग्रीकल्चरल इंजीनियर की पढ़ाई पूरी करने के बाद एग्रीकल्चरल इंजीनियर, प्लांट फिजियोलॉजिस्ट, रिसर्चर, एग्रोनोमिस्ट आदि बहुत सी जॉब पा सकते हैं।
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