आर्टिफिशियल बारिश से कैसे दूर होगा दिल्ली का प्रदूषण? जानिए


By Priyanka Pal10, Nov 2023 11:50 AMjagranjosh.com

आर्टिफिशियल बारिश

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखकर दिल्ली सरकार शहर में क्लाउड सीडिंग के जरिए बारिश करवाने जा रही है।

बारिश

इसमें सिल्वर आयोडाइड या पोटेशियम आयोडाइड जैसे केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है जिसे हॉलीकोप्टर के जरिए बादलों में फैलाया जाता है।

समय सीमा

केमिकल डालने के बाद बादलों में बूदें बनने में आधे घंटे का समय लगता है जिसके बाद बारिश शुरू होती है।

उपयोग

इस कृत्रिम वर्षा का उपयोग उन क्षेत्रों में अधिक होता है जहां वर्षा कम और धरती अधिक सूखी रहती है। कृषि, पर्यावरण आदि की पूर्ति के लिए इस विधि का सहारा लिया जाता है।

दिल्ली की स्थिती

डॉक्टरों के अनुसार दिल्ली में सांस लेना यानि एक दिन में10 सिगरेट का सेवन करने के बराबर है।

मौसम विभाग

देश के कई हिस्सों में मौसम विभाग के अनुसार देश के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई जा रही है।

इतिहास

आर्टिफिशियल बारिश का साल 2003 - 4 में महाराष्ट्र में कराई गई थी जब राज्य का बड़ा हिस्सा कम बारिश के कारण सूखे की चपेट में था।

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