बच्चों को मानसिक तौर पर मजबूत बनाएंगी आयुर्वेद की ये 4 आदतें


By Mahima Sharan07, Feb 2025 06:12 PMjagranjosh.com

मानसिक तौर पर मजबूत कैसे बनें

फरवरी साल का वह समय होता है जब भारत में छात्र बोर्ड परीक्षाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार होते हैं। परफॉर्मेंस का दबाव, लंबे समय तक पढ़ाई और खराब नींद इस वक्त आम है, जिससे अक्सर तनाव और बर्नआउट से संबंधित लक्षण होते हैं।

आयुर्वेद की ये आदतें आएंगे काम

इस दौरान केंद्रित रहना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि अच्छे अंक हासिल करना। इसलिए, यहां आयुर्वेद के कुछ आदतों के बारे में बताया गया है, जो आपको इन चुनौतियों से निपटने और संतुलन बनाने रखने में मदद करता है।

दैनिक दिनचर्या का पालन करने से ध्यान बेहतर होता है

एक दैनिक दिनचर्या बच्चों में स्थिरता और ध्यान लाती है। यह अनुशासित दैनिक दिनचर्या पर जोर देता है। सुबह जल्दी उठना, शरीर को प्राकृतिक चीजों के साथ जोड़ता है, जिससे मानसिक क्लियरिटी बढ़ती है।

अच्छा खाने से ऊर्जा और मानसिक शक्ति बढ़ती है

भोजन शरीर और दिमाग दोनों के लिए ईंधन है। आयुर्वेद ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने और बेहतर कार्य का समर्थन करने के लिए ताजे और स्वास्थ्य अनाज से भरपूर आहार की सलाह देता है।

अच्छी नींद लेने से मन और शरीर पूरी तरह से ठीक रहता है

खराब नींद का मतलब है कि शरीर और दिमाग को ठीक होने और अगले दिन के लिए तैयार होने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है। खुद को पूरे दिन ऊर्जावान रखना है, तो कम से कम 8 घंटे की नींद लेना बेहद ही जरूरी है।

लंबी सांस लेने वाले व्यायाम

प्राणायाम एक आयुर्वेदिक अभ्यास है, जो एकाग्रता और ध्यान को बढ़ाने में मदद करता है। अपनी दैनिक आदतों में इसे जरूर शामिल करें।

इन आयुर्वेद आदतों के साथ आप खुद को मानसिक तौर पर मजबूत बना सकते हैं। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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